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गिरफ्तार यू-ट्यूबर को इतिहास-भूगोल का पाठ

प्रभाकर मणि तिवारी
३१ मई २०२१

अरुणाचल प्रदेश के बारे में कथित नस्लभेदी और आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले लुधियाना के पारस सिंह को पुलिस अब राज्य के इतिहास और भूगोल के बारे में पढ़ा रही है ताकि वे दोबारा ऐसी गलती नहीं करें.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa/M. Skolimowska

वैसे पारस ने अपने वीडियो पर एफआईआर दर्ज होने के बाद माफी मांग ली थी. बावजूद उसके अरुणाचल पुलिस की एक टीम उनको पंजाब से गिरफ्तार कर राज्य में ले आई है. एक स्थानीय अदालत ने उनको छह दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने मामले को संज्ञान में लेते हुए ट्वीट कर कहा कि अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया है और उसे कानून के मुताबिक सजा दी जाएगी. उन्होंने कहा, "ऐसी मानसिकता हमारे देश की एकता को ठेस पहुंचाती है."

क्या है मामला

पंजाब के रहने वाले यू-ट्यूबर पारस सिंह को अपने वीडियो में अरुणाचल प्रदेश को चीन का हिस्सा और राज्य के एक नेता को चीनी बताना मंहगा साबित हुआ है. पारस के यूट्यूब चैनल पारस आफिशियल पर इस वीडियो के अपलोड करते ही अरुणाचल प्रदेश में इस पर विवाद शुरू हो गया. इसके बाद मुख्यमंत्री पेमा खांडू के निर्देश पर इस मामले में एक एफआईआर दर्ज की गई और राज्य पुलिस की एक विशेष टीम उनको गिरफ्तार करने के लिए पंजाब पहुंच गई.

वैसे विवाद तेज होने के बाद पारस ने अपने एक अन्य वीडियो में अपनी गलती के लिए माफी मांग ली थी. लेकिन राज्य में बढ़ते विवाद और लोगों की नाराजगी को ध्यान में रखते हुए पुलिस पारस को गिरफ्तार कर राज्य में ले आई है. फिलहाल उनको न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

अरुणाचल पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पारस 12वीं पास है. उनके पिता की काफी समय पहले मौत हो चुकी है. इस समय वह अपनी मां चंदा देवी के साथ रहते हैं. मूलरूप से यह परिवार बिहार का रहने वाला है. लेकिन बीते 25 साल से पूरा परिवार लुधियाना में रहता है. पारस की मां चंदा देवी के मुताबिक, "वह बीते तीन साल से पबजी गेम खेल रहा था. साथ ही वह दूसरों की देखा-देखी वीडियो ब्लॉगर बन गया." पारस ने अपने चैनल पर कई वीडियो अपलोड की है. लेकिन रविवार को अपलोड एक वीडियो में उन्होंने अरुणाचल प्रदेश को चीन का हिस्सा बता दिया.

अरुणाचल प्रदेश के लिए चीन शुरू से ही विवादित मुद्दा रहा है. चीन इसे दक्षिण तिब्बत का हिस्सा मानता है. इस वजह से राज्य को चीन का हिस्सा और एक कांग्रेसी नेता को चीनी बताने से स्थानीय लोगों की भावनाएं भड़क उठी हैं.

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माफी की अपील

पारस की मां गीता देवी ने अरुणाचल के मुख्यमंत्री से अपने बेटे की अनजाने में की गई गलती माफ करने की अपील की है. खुद पारस ने पुलिस की पूछताछ में कहा है कि उन्होंने व्यूज बढ़ाने के लिए यह विवादित वीडियो डाला था ताकि कमाई बढ़ सके. फिलहाल पारस के चैनल पर 4.68 लाख सब्सक्राइबर हैं. अपने वीडियो में वह मूल रूप से पबजी जैसे खेलों के लिए टिप्स और ट्रिक बताते हैं. पारस ने अपने विवादित वीडियो में कहा था कि भारत के नक्शे में अरुणाचल प्रदेश कहीं नजर नहीं आ रहा. पारस सिंह ने अब विवादित वीडियो को यूट्यूब से हटा लिया है.

दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व विधायक निनोंग इरिंग ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पबजी गेम के नए संस्करण को दोबारा लांच करने पर रोक लगाने की अपील की थी. इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए पारस ने यह वीडियो बनाया था, जिसमें उन्होंने इरिंग को चीनी और अरुणाचल को चीन का हिस्सा बताया था.

प्रतिक्रिया

उक्त वीडियो के लिए अभिनेता वरुण धवन, राजकुमार राव और फिल्मकार अमर कौशिक समेत बालीवुड के कई लोगों ने पारस की कड़ी आलोचना की है. फिलहाल पारस न्यायिक हिरासत में हैं जहां पुलिस उन्हे राज्य के इतिहास और भूगोल का पाठ पढ़ा रही है. पुलिस के एक अधिकारी बताते हैं, "पारस को दुनिया का नक्शा दिखाया गया है ताकि उनको अपनी गलती महसूस हो. इसके साथ ही अरुणाचल की संस्कृति, पर्यटन केंद्रों और धनी विरासत से संबंधित कई वीडियो भी दिखाए गए हैं.”

पुलिस अधिकारी का कहना है कि पारस ने भले अपनी गलती मान ली है. लेकिन लगता है कि राज्य और इसकी संस्कृति के बारे में जानकारी नहीं होने की वजह से ही उन्होंने ऐसी टिप्पणी की थी. इसलिए उन्हें चीन और अरुणाचल की सीमा के बारे में जानकारी दी गई है ताकि वह भविष्य में ऐसी गलती नहीं करें.

कानून के जानकार एडवोकेट पीटी हाओकिप कहते हैं, "पारस ने जो किया वह तकनीकी और कानूनी रूप से गलत है. इस मामले में पुलिस कार्रवाई जरूरी थी ताकि भविष्य में ऐसे मामलों पर अंकुश लगाया जा सके. हो सकता है पारस को शीघ्र जमानत मिल जाए. लेकिन इससे बाकियों को एक कड़ा संदेश तो मिल ही गया है.”

एक सवाल पर उनका कहना था कि केंद्र के नए कानून और अभिव्यक्ति की आजादी से इस मामले का कोई लेना-देना नहीं है. अनजाने में ही सही, लेकिन पारस ने गंभीर अपराध तो किया ही है.

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