जलवायु सम्मेलन के दौरान प्रदर्शन क्यों?
जर्मनी के बॉन शहर में जलवायु सम्मेलन कॉप23 के शुरू होने से पहले कई प्रदर्शन हुए हैं. शहर का नजारा किसी मेले जैसा रहा, जहां करीब 20,000 लोग रंग बिरंगी पोशाकों और हाथों में पोस्टर लिये दिखे.
युवाओं की आवाज
मैं चाहती हूं कि युवा एकजुट हों, अगर हमारा हैंडप्रिंट बढ़ेगा, तो दुनिया में कार्बन फुटप्रिंट घटेगा. आने वाली पीढ़ियां जलवायु परिवर्तन से काफी प्रभावित होंगी, इसे रोकने की जिम्मेदारी हमारी है: भारत की पूजा
खुद को बदलो
हमें लगता है कि आप दुनिया में जो बदलाव लाना चाहते हैं, वह तभी मुमकिन है, जब आप खुद उस बदलाव का हिस्सा बन जाएं. हर कोई पर्यावरण के लिए कुछ ना कुछ कर सकता है, आपको बस अपने छोटे छोटे फैसलों पर ध्यान देना है: जर्मनी की एफा
बच्चों की खातिर
यह हमारे बच्चों के लिए बेहद जरूरी है, हमें पर्यावरण के लिए खड़ा होना होगा ताकि हम अपने बच्चों का भविष्य ना खराब कर दें: पूरे परिवार के साथ पहुंचे ग्रेगर और टिनी
मुनाफा छोड़ो
पर्यावरण को नुकसान इसलिए पहुंच रहा है क्योंकि लोगों को मुनाफे की पड़ी है. सरकारों को अब इसे बदलना होगा, हम यहां बदलाव की मांग के साथ आये हैं: बेल्जियम से आया परिवार
उम्र में क्या रखा है
अगर हम दुनिया को बचाने की कोशिश नहीं करेंगे, तो कुछ भी नहीं होगा. हम हर उस चीज के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है: हेल्गा, उम्र 80 साल
हर कोने से
हम यह सुनिश्चित करने आये हैं कि प्रशांत महासागर के आसपास रहने वाले लोगों की आवाजें भी सुनी जा रही हैं: जोसेफसेन, पैसिफिक क्लाइमेट वॉरियर
कोयले से दूरी
कोयला सस्ता नहीं है, उस पर सब्सिडी होती है, इसलिए सस्ता लगता है. और फिर पर्यावरण को जो कीमत चुकानी पड़ती है, उसका क्या? पवन और सौर ऊर्जा ही सबसे सस्ते विकल्प हैं: योहानेस, पवन चक्की इंजीनियर