5000 साल की फारसी संस्कृति दिखातीं ईरान की कलाकृतियां
बर्लिन में लगी एक प्रदर्शनी की कलाकृतियां फारसी संस्कृति की अद्भुत कहानी बयां कर रही हैं. इनमें ईरान की शुरुआती सभ्यताओं से आधुनिक युग तक की कलाकृतियों को देखा जा सकता है. पेश है इन्हीं कलाकृतियों की एक झलक.
पुराना इतिहास
इस्लामिक कला संग्रहालय के निदेशक स्टेफान वेबर कहते हैं कि ईरान के बारे में हमारी राय मौजूदा राजनीतिक घटनाओं की वजह से बनती है लेकिन इस देश की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अहमियत को नकारा नहीं जा सकता है.
क्लोराइट की मूर्ती (ईसा पूर्व तीसरी सहस्त्राब्दी)
पहले महान ईरानी साम्राज्य का उदय ईसा पूर्व तीसरी सहस्त्राब्दी में ईरान के जाग्रोस पहाड़ों में सुसा शहर में हुआ था. इस साम्राज्य को आज एलम के नाम से जाना जाता है. ईरान की प्राचीन सभ्यताएं मेसोपोटामिया और दूसरे पड़ोसी इलाकों के साथ व्यापार करती थीं और इस प्रांत में कई कलाकृतियां बनाई गईं.
सोने का बर्तन (ईसा पूर्व 12वीं से 11वीं शताब्दी तक)
उस समय की दुनिया की बड़ी शक्तियों ने इस इलाके के लोगों को असभ्य और क्रूर बताया है लेकिन लूरिस्तान, जीवीए, अमलाश और मारलीक जैसे स्थानों पर बेहतरीन सजावट वाली कलाकृतियां मिली हैं जो उन लोगों की कलात्मक उपलब्धियों के सबूत हैं.
देवी की मूर्ति (ईसा पश्चात दूसरी शताब्दी)
ईसा पश्चात दूसरी शताब्दी की यह मूर्ती बहुसांस्कृतिक प्रभावों को दिखाती है. जैसे देवियों की नग्न रूप में मूर्तियां यूनान में भी बनाई जाती थीं.
शेरों, भालुओं का शिकार (ईसा पश्चात छठी से सातवीं शताब्दी तक)
500 सालों बाद उदय हुआ सासनीद साम्राज्य का. यह बहु-नस्लीय प्रांत चीन, भारत, अरब, उत्तरी अफ्रीका और बाइजैन्टियम के बीच उस जगह फैला हुआ था जिसे आज ईरान का इलाका माना जाता है. इस समय ऐसी कलाकृतियां बनाई गईं जिन्हें सातवीं शताब्दी में अरबों की फतह के बाद भी सराहा जाता था.
नीली कुरान का पन्ना (ईसा पश्चात नौवीं शताब्दी)
अरब के कबाइली लड़ाकों ने सासनीद साम्राज्य को फतह किया और उसके बाद इस इलाके में इस्लाम का आना हुआ. धीरे धीरे जोरोस्ट्रियन यानी पारसी धर्म का पतन हो गया. नीली कुरान जैसी असाधारण पांडुलिपियां कला के लिए अरबी लिपि के विशाल महत्व को दिखाती हैं.
रूमी की कविताएं
नौवीं से 13वीं शताब्दियों के बीच एक फारसी-इस्लामी संस्कृति का जन्म हुआ. फारसी भाषा कविताओं और विज्ञान के रूप में अरबी भाषा की पूरक बन गई. रूमी की कविताएं दुनिया भर में मशहूर हैं. ये उन्हीं की एक कविता है.
यूरोपीय युवक का चित्र
16वीं और 17वीं शताब्दी में सफविद साम्राज्य में भी संस्कृति को बढ़ावा मिला. 1673 का ये चित्र साम्राज्य की राजधानी इस्फहान है और इसमें वाइन के कटोरे और एक कुत्ते के साथ एक यूरोपीय युवक को दिखाया गया है. चित्रकार दरबार के और शहरी कुलीन वर्ग के बहुत चित्र बनाया करते थे. (क्रिस्टीन लेनेन)