अपना मेटावर्स बना रहा है यह बच्चा
मिस्र का 13 साल का यह किशोर इंटरनेट की दुनिया का नया सितारा है. ओमार वाएल एक सॉफ्टवेयर डिवेलपर है, जो अपना मेटावर्स बना रहा है.
जुनून है सवार
ओमार वाएल एक ‘एआई-जंकी’ है यानी उस पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जुनून सवार है. यह जुनून सवार हुआ 2018 की साइंस फिक्शन फिल्म ‘रेडी प्लेयर वन’ देख कर, जिसमें ज्यादातर लोग वर्चुअल रिऐलिटी में जीते हैं.
फिल्म से हकीकत
उस फिल्म को देखकर ओमार ने अपनी एक वर्चुअल दुनिया बनाने की सोची और इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया. जब मेटावर्स तक आम लोगों की पहुंच आसान हो गई तो ओमार की कल्पना में रंग भरे जाने लगे.
पुराने कपड़ों का प्रयोग
अपनी मां के पुराने कपड़ों का प्रयोग कर ओमार ने एक शर्ट और दस्ताना बना लिया है, जिसमें सेंसर लगे हैं. वह ऐसा सॉफ्टवेयर बनाने पर काम कर रहे हैं, जिसके जरिए उनके जैसे छात्र वर्चुअल दुनिया में क्लास में शामिल हो सकें.
कैसी होगी वर्चुअल दुनिया
रॉयटर्स से बातचीत में ओमार समझाते हैं, “इससे ट्रैफिक कम होगा और पर्यावरण का भी बचाव होगा. रसायनों पर काम करने वाले वैज्ञानिकों को महंगे रसायन नहीं खरीदने होंगे. वे वर्चुअल रिऐलटिटी में ही अपने प्रयोग कर सकेंगे. सिर्फ सिमुलेशन के जरिए वे जान सकेंगे कि असल में क्या होता है.”
बचपन से है शौक
ओमार का यह शौक प्रतिभा के साथ आया है. 9 साल की उम्र में उन्होंने अपना पहला रोबोट बनाया था.
धन की जरूरत
अपने इस प्रोजेक्ट ‘द अदर वर्ल्ड’ के लिए ओमार कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके हैं. वह अब इसके लिए धन जुटाने पर लगे हैं.