अफगान रिफ्यूजी ने जर्मनी में किया हमला
१९ जुलाई २०१६सोमवार रात स्थानीय समय के मुताबिक करीब 9.15 पर म्यूनिख से 280 किलोमीटर दूर वुर्जबुर्ग के पास एक ट्रेन में इस युवक ने चाकुओं से सह यात्रियों पर हमला कर दिया. यह एक लोकल ट्रेन थी और उस वक्त ट्रेन में काफी लोग थे. ट्रेन तब ट्रोएशलिंगन से वुर्जबुर्ग जा रही थी. हमले में चार व्यक्ति घायल हुए जबकि 14 लोगों को सदमे की वजह से अस्पताल ले जाया गया.
बावेरिया प्रांत के गृह मंत्री योआखिम हर्मन ने एक इंटरव्यू में बताया कि हमलावर युवक ओशनफुर्ट से ट्रेन में चढ़ा था. शरण पाने के लिए अकेला ही जर्मनी पहुंचे इस किशोर को एक परिवार के साथ रखा गया था. हर्मन ने बताया, "उसने एक चाकू और एक कुल्हाड़ी से लोगों पर हमला किया. कई लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया. कुछ लोगों की जान पर बन आई है."
ऐसी खबरें हैं कि हमले से पहले इस युवक ने अल्लाह हो अकबर के नारे लगाए थे. हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है. लोगों को घायल करने के बाद उसने भागने की कोशिश की. पुलिस के प्रवक्ता ने कहा, "हमलावर ट्रेन से उतर गया था. उसका पीछा किया गया और उसे गोली मार दी गई."
देखिए, जब गाड़ियां लाती हैं मौत
घायल होने वाले हॉन्ग कॉन्ग के रहने वाले हैं और एक ही परिवार के हैं. चीन ने इस घटना की निंदा की है. हॉन्ग कॉन्ग के वरिष्ठ अधिकारी लुएंग चुन-यिंग ने एक बयान जारी कर कहा है कि बर्लिन के हॉन्ग कॉन्ग कार्यालय के अधिकारी घायलों से मिलने अस्पताल गए हैं. द साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट अखबार ने लिखा है कि जो लोग घायल हुए हैं वे एक ही परिवार के हैं. एक लड़की, उसके माता-पिता और लड़की के बॉयफ्रेंड को हमलावर ने घायल कर दिया. लड़की का 17 साल का भाई इस हमले में बच गया.
हमले की वजह और मकसद का अभी पता नहीं चला है लेकिन उस युवक के कमरे से हाथ से बना इस्लामिक स्टेट का एक झंडा मिला है. बावेरियाई गृह मंत्री हर्मन ने हालांकि कहा कि अभी किसी नतीजे पर पहुंचना और कोई राय बनाना जल्दबाजी होगी. उन्होंने कहा कि अभी नहीं कहा जा सकता कि हमलावर चाकू और कुल्हाड़ी से लोगों पर हमला करने वाला यह युवक किसी किसी इस्लामिक आतंकवादी संगठन का सदस्य था या खुद से ही आक्रामक हो गया था.
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