9 चरणों का आम चुनाव
७ अप्रैल २०१४मतदान की शुरुआत भारतीय समय के अनुसार सुबह 7 बजे चाय उत्पादन करने वाले और अलगाववादी विद्रोह झेल रहे छह चुनाव क्षेत्रों में हुई. असम के डिब्रूगढ़ में चाय बागान में काम करने वाले 30 वर्षीय मजदूर संकोषी भूमेज ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "मैं चाहता हूं कि सरकार गरीबी कम करे और हमारे बच्चों के भविष्य के लिए कुछ करे."
12 मई तक 9 चरणों में होने वाला चुनाव शुरू होने से पहले चुनाव प्रचार काफी तल्खी भरा रहा. अब तक विकास के मुद्दे पर हो रहे चुनाव प्रचार तब तनावपूर्ण हो गया जब विपक्षी बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के एक सहयोगी अमित शाह पर भावनाओं को उबारने के आरोप लगे. अब "बदले" का आह्वान करने के आरोप में उनके खिलाफ जांच हो रही है.
सीधे हमले
नरेंद्र मोदी पर सीधे हमले से बच रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इन टिप्पणियों का इस्तेमाल कर आरोप लगाया कि मोदी की जीत भारत के धार्मिक सद्भाव को खतरा पहुंचाएगी. रविवार को पहले चुनाव का नेतृत्व कर रहे गांधी नेहरू परिवार के उत्तराधिकारी ने चेतावनी दी, "ये लोग जहां जाते हैं, फसाद करते हैं. वे हिन्दुओं और मुसलमानों को एक दूसरे के खिलाफ कर देंगे."
बीजेपी ने कहा है कि चुनाव से पहले बदले की बात करना सामान्य बात है, जबकि दूसरी टिप्पणियां संदर्भ से बाहर की हैं. बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के सख्त रवैये ने उनकी पार्टी को भी बांटा है और लोगों का भी ध्रुवीकरण किया है. पार्टी ने काफी देर से सोमवार को अपना चुनाव घोषणापत्र जारी किया, जिसमें राम मंदिर बनाने जैसी हिन्दू राष्ट्रवादी नीतियों को भी शामिल किया गया है.
जनमत सर्वेक्षणों में राहुल गांधी से काफी आगे चल रहे मोदी ने रविवार को चुनाव प्रचार करते हुए लोगों से 543 सीटों वाली संसद में बीजेपी को पूर्ण बहुमत की मांग की. उन्होंने कहा, "मैं मजबूत सरकार बनाने के लिए आपका आशीर्वाद चाहता हूं और मजबूत सरकार का मतलब है लोकसभा में 300 से कम सीटें नहीं."
असंतुष्ट मतदाता
कांग्रेस के गढ़ असम में कुछ असंतुष्ट मतदाताओं ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा कि वे बेहतर ढांचागत संरचनाओं, मजबूत नेतृत्व और साफ सुथरे प्रशासन के मोदी के वायदों से प्रभावित हैं. स्थानीय मतदात दीपा बोरगोहाईं ने कहा, "मौजूदा कांग्रेस सरकार भ्रष्ट है. वे देश में बढ़ती कीमतों पर रोक लगाने में नाकाम रहे हैं. मेरा विश्वास है कि मोदी हमें भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देंगे." कांग्रेस की 10 साल के शासन के दौरान औसत विकास दर 7.6 फीसदी सालाना रही है, लेकिन 2012 में विकास दर में तेजी से कमी के सारण वित्तीय हालत खराब हुई है और निवेश में भारी कमी आई है. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दूसरे कार्यकाल की छवि फैसला न करने वाले नेता की रही है. इस दौरान भ्रष्टाचार के कई मामले भी सामने आए. मोदी को लोगों के असंतोष का फायदा उठाने में सफलता मिली है.
सबसे बड़ा चुनाव
भारत का यह आम चुनाव अब तक का सबसे चुनाव है. पांच हफ्ते तक चलने वाले मतदान में वोटर 10 लाख से ज्यादा पोलिंग बूथ पर मतदान करेंगे. 2009 में हुए पिछले चुनाव में अधिकारियों को कुछ पोलिंग बूथ तक जाने के लिए चार चार दिन पैदल चलना पड़ा था. दूर दराज के क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों तक वोटिंग मशीन पहुंचाने के लिए उन्हें याक, ऊंटों और हाथी का इस्तेमाल करना पड़ा.
भारत की आबादी इतनी तेजी से बढ़ रही है कि पिछले पांच साल में 10 करोड़ नए मतदाता बने हैं. देश की आबादी का आधे से ज्यादा हिस्सा 25 साल से कम उम्र का है. नरेंद्र मोदी 43 वर्षीय राहुल गांधी से 20 साल बड़े हैं, लेकिन अपने संदेश और विकास के नारे के साथ युवा मतदाताओं के बीच उनके अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद जताई जा रही है. लेकिन हिन्दुस्तान टाइम्स ने अपने संपादकीय में कहा है कि आक्रामक और व्यक्तिवादी चुनाव प्रचार का मतलब था कि मतदाताओं ने बहुत शोर शराबा सुना लेकिन उसमें कोई तत्व नहीं था.
एमजे/एजेए (पीटीआई, एएफपी)