60 की हुई फिल्म इंडस्ट्री की बिंदास रेखा
१० अक्टूबर २०१४रेखा का पूरा नाम भानुरेखा गणेशन कम ही लोग जानते हैं. 10 अक्टूबर 1954 को तमिल परिवार में जन्मीं भानुप्रिया के मां बाप दोनों ही अभिनय जगत से जुड़े हुए थे. उनके पिता जैमिनी गणेशन अभिनेता और मां पुष्पावली जानी मानी फिल्म अभिनेत्री थीं. घर में फिल्मी माहौल से रेखा का रूझान फिल्मों की ओर हो गया और वह भी अभिनेत्री बनने के ख्वाब देखने लगीं.
12 साल की उम्र में आई 'रंगुला रत्नम' उनकी पहली फिल्म थी जिसे बाद में 1976 में 'रंगीला रतन' के नाम से दोबारा हिन्दी में भी बनाया गया. मुंबई आने और हिन्दी फिल्मों में कदम रखने से पहले उन्होंने एक तेलुगू और एक कन्नड़ फिल्म की. हिन्दी फिल्मों में रेखा ने 'अनजाना सफर' से अपने अभिनय की शुरूआत की. इस फिल्म में अभिनेता विश्वजीत के साथ उनका चुंबन दृश्य विवाद में पड़ गया, जिसे देखते हुए फिल्म को सेंसरबोर्ड द्वारा स्वीकृत नहीं किया गया. अरसे बाद यह फिल्म 'दो शिकारी' के नाम से रिलीज हुआ और टिकट खिड़की पर असफल साबित हुई.
इस कारण 1970 में आई 'सावन भादो' को उनकी पहली हिन्दी फिल्म माना जाता है. शुरुआत में सांवली रंगत, भारी शरीर और हिन्दी बोलने में सहज ना होने की वजह से बात बहुत जमीं नहीं. हालांकि इसके बाद उनकी काया पलट हुई. ना सिर्फ उन्होंने वजन कम किया बल्कि हिन्दी पर भी पकड़ बनाकर दर्शकों का दिल जीत लिया. हिन्दी सिनेमा में उन्होंने कला और व्यावसायिक दोनों ही तरह की फिल्में कीं और शोहरत पाई. उनके अभिनय में नएपन और विविधता ने बहुत जल्द उन्हें हिन्दी सिने जगत की कुछ सबसे कामयाब अभिनेत्रियों में मुकाम दिया. 'खूबसूरत', 'खून भरी मांग' और 'उमराव जान' उनकी बेहद कामयाब रही फिल्मों में से हैं.
रेखा का निजी जीवन विवादास्पद ही रहा. अभिनेता विनोद मेहरा के साथ उनकी कथित शादी बहुत दिन तक नहीं चल सकी. एक इंटरव्यू में रेखा ने इस शादी से साफ इनकार किया. बहरहाल इसके बाद उन्होंने व्यापारी मुकेश अग्रवाल से शादी की, लेकिन इस शादी का अंत तलाक से हुआ जिसके बाद मुकेश अग्रवाल ने आत्महत्या कर ली. सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के साथ भी उनके प्रेम संबंध के किस्से हमेशा सुर्खियों में रहे. अखबारों और न्यूज चैनलों से दूर रहने वाली रेखा ने अपने जीवन में बहुत सारे इंटरव्यू तो नहीं दिए हैं, लेकिन वह फिल्मी जगत से जुड़े कार्यक्रमों में अक्सर दिखाई दे जाती हैं. फिल्मी दुनिया के कई बड़े पुरस्कारों से सम्मानित की जा चुकीं रेखा को भारत सरकार ने पद्मश्री से नवाजा है.
एजेए/आईबी (वार्ता)