धरती के सबसे ठंडे महाद्वीप 'अंटार्कटिक' की हैरान करने वाली बातें
बर्फ की मोटी चादर से ढके धरती के दक्षिणी ध्रुव पर स्थित अंटार्कटिक के कई अद्भुत राज हैं. देखिए कैसे कैसे कीर्तिमान हैं साउथ पोल के नाम.
99 फीसदी बर्फ
यह धरती का सबसे बड़ा मरुस्थल है. करीब 13,829,430 वर्ग किलोमीटर में फैला यह बर्फीला इलाका पूरे यूरोप के आकार का करीब 1.3 गुना है. दिसंबर से फरवरी तक वहां गर्मी का मौसम होता है. लेकिन उस दौरान भी 99 फीसदी हिस्सा बर्फ से ढका ही रहता है. कहीं कहीं बर्फ 5 किलोमीटर तक मोटी होती है.
हर तरह की अति
अंटार्कटिक धरती का सबसे ठंडा महाद्वीप है. यहां न्यूनतम तापमान -98.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. केवल यही नहीं, यह धरती का सबसे सूखा और हवादार महाद्वीप भी है क्योंकि यहां कभी बारिश या हिमपात नहीं होता लेकिन कड़ाके सर्दी की वजह से हमेशा बर्फ जमी रहती है.
समय का आभास नहीं
अंटार्कटिक में महाद्वीप के अलावा दक्षिणी ध्रुव सागर भी आता है. अंटार्कटिक पोलर फ्रंट इस महाद्वीप की सीमा बनाता है, जहां दक्षिण का ठंडा पानी उत्तर के गर्म पानी को छूता है. अंटार्कटिक सभी देशांतरों से गुजरता है और सभी टाइम जोनों पर इसका विस्तार है. इसीलिए यहां बने रिसर्च स्टेशन अपने अपने देशों के समय को ही मानते हैं.
सारे हैं अस्थाई निवासी
अंटार्कटिक की आबादी अंतरराष्ट्रीय रिसर्च टीमों से बनी है. गर्मियों में यहां रहने वालों की तादाद करीब 4000 वैज्ञानिकों तक पहुंच जाती है तो कड़ी सर्दियों में केवल 1000 रिसर्चर ही बचते हैं. यहां करीब 80 रिसर्च स्टेशन बने हैं, जहां रह कर 30 देशों के रिसर्चर काम करते हैं. तस्वीर में जर्मनी का नॉयमायर स्टेशन III दिख रहा है.
असली निवासी कौन
केवल सात मिलीमीटर लंबे यह छोटे जीव इस इलाके के असली निवासी माने जा सकते हैं. यह बेहद छोटे होने के बावजूद अंटार्कटिक में रहने वाले सबसे विशाल स्थाई जीव हैं. इनका नाम है अंटार्कटिक मिज (बेल्जिका अंटार्कटिका). लार्वा से पूर्ण वयस्क बनने में इन्हें दो साल का समय लगता है. ज्यादातर वक्त तो इसके लार्वा बर्फ में जमे ही पड़े रहते हैं.
प्यारी पेंग्विन
जैसे उत्तरी ध्रुव पर ध्रुवीय भालू पाए जाते हैं वैसे ही दक्षिणी ध्रुव पर स्थित अंटार्कटिक में पेंग्विन. पेंग्विनों की कुल 17 प्रजातियों में से 4 मूल रूप से यहीं पाई जाती हैं. इनमें से एक है इंपरर पेंग्विन.