5जी पर जल्द दौड़ने लगेगी दुनिया
5जी डाटा प्लान की स्पीड को लेकर पूरी दुनिया उत्साहित है. दुनिया के चुनिंदा देशों ने इसे आम इस्तेमाल में लाने का दावा भी किया है. एक नजर अमेरिका सहित एशियाई देशों में 5जी नेटवर्क की स्थिति पर.
अमेरिका
अमेरिका में 5जी को अपनाने के लिए जमीनी कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है. देश की नियामक संस्था फेडरल कमिशन ऑफ कम्युनिकेशन इस काम की निगरानी कर रही है. कयास लगाए जा रहे हैं कुछ कंपनियां साल 2019 तक इसे शुरू कर सकेंगी. वहीं साल 2020 तक लगभग सभी अमेरिकी नेटवर्कों में 5जी स्पीड मिलने लगेगी.
भारत
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने साल 2017 में 5जी से जुड़ा एक मसौदा जारी किया था. केंद्रीय संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने हाल में कहा था कि 2020 में जब दुनिया भर में 5जी लागू होगा उसी साल भारत भी इसे अपना लेगा. भारत में बीएसएनएल समेत वोडाफोन और रिलायंस जियो जैसी कंपनियां 5जी की तैयारी में है.
दक्षिण कोरिया
साल 2018 के ओलंपिक में 5जी सर्विस को टेस्ट करने वाला दक्षिण कोरिया अब भी इसे पूरी तरह अमल में नहीं ला पाया है. देश के विज्ञान और तकनीकी मंत्रालय के मुताबिक करीब 5 फीसदी मोबाइल यूजर्स 2020 तक मोबाइल फोन पर इसे ऑपरेट कर सकेंगे और 2026 तक यह 90 फीसदी लोगों तक पहुंच जाएगा.
चीन
चीन की सरकारी कंपनी चाइना यूनिकाम को उम्मीद है कि साल 2020 तक वह देश में 10 हजार 5जी बेस स्टेशन खड़े कर पायलट प्रोजेक्ट शुरू कर देगी. इस पायलट प्रोजेक्ट में बीजिंग समेत देश के 15 बड़े शहर शामिल होंगे.
जापान
जापान की सबसे बड़ी वायरलेस कंपनी एनटीटी डोकोमो 5जी पर साल 2010 से ही प्रयोग कर रही है. योजना मुताबिक कंपनी सितंबर 2019 तक इसका प्री-कमर्शियल लॉन्च करेगी. हालांकि इसका आधिकारिक रूप से लॉन्च साल 2020 तक ही हो पाएगा.
कतर
कतर की टेलीकॉम कंपनी ओरिडो साल 2016 मे 5जी के इस्तेमाल पर काम कर रही है. ओरिडो दुनिया की पहली ऐसी कंपनी है जो कमर्शियल लेवल पर 5जी एक्सेस देने जा रही है. फिलहाल 5जी केवल कतर में मिलने लगा है. लेकिन कंपनी के लिए इराक, ओमान, सिंगापुर जैसे बाजार में 5जी पहुंचाना चुनौती से कम नहीं है.
कुवैत
देश की दो टेलिकॉम कंपनियों ने 5जी सेवाएं लॉन्च कर दी है. साल 2018 में कंपनी जेन ने सबसे पहले 5जी लॉन्च किया था जिसके कुछ घंटों बाद कुवैती कंपनी ओरिडो ने भी इसे लॉन्च कर दिया.