28 दिन बाद खुला पाकिस्तान का एयरस्पेस
२७ मार्च २०१९पाकिस्तान ने 27 फरवरी 2019 से बंद अपने एयरस्पेस को यात्री और मालवाहक विमानों के लिए खोल दिया है. अब पाकिस्तान के सभी हवाई अड्डों से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइटें उड़ान भर सकेंगी. लेकिन ट्रांजिट फ्लाइट्स की उड़ानों पर अब भी रोक बरकरार है. सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए बैंकॉक, कुआलालम्पुर और नई दिल्ली की उड़ानें भी फिलहाल ऑपरेट नहीं होंगी.
14 फरवरी 2019 को भारतीय कश्मीर में पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों पर हुए आत्मघाती हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पैदा हो गया था. हमले के कुछ दिनों बाद भारतीय वायुसेना के विमानों ने पाकिस्तान में घुस कर बालाकोट इलाके में बमबारी की. बमबारी के अगले ही दिन पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय वायु सीमा में घुसकर सांकेतिक जवाब दिया.
विवाद में वायुसेनाओं के इस्तेमाल के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बहुत अधिक बढ़ गया. किसी सैन्य कार्रवाई की आशंका के चलते पाकिस्तान ने 27 फरवरी को अपना एयरस्पेस को यात्री विमानों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया. इसके चलते हजारों मुसाफिर न तो पाकिस्तान जा सके, न ही देश से बाहर निकल सके. हालांकि दोनों देशों के बीच तनाव कम होने के साथ ही आंशिक रूप एयरस्पेस खोला गया और इस्लामाबाद, कराची, पेशावर और क्वेटा जैसे शहरों से विमान उड़ने लगे.
पाकिस्तान का एयरस्पेस बंद होने के वजह से यूरोप और अमेरिका से भारत आने वाली दर्जनों उड़ानें प्रभावित हुई. पाकिस्तानी एयरस्पेस से होते हुए यूरोप से भारत का रूट छोटा और किफायती है. इस रूट के बिना यात्री और कार्गो विमान अरब सागर के ऊपर उड़ान भरते हुए भारत की सीमा में दाखिल हुए. लंबे रूट के वजह से अमेरिका और यूरोप से भारत व दक्षिण पूर्वी एशिया की उड़ान भरने वाली एयरलाइंस कंपनियों को आर्थिक नुकसान भी हुआ. सबसे ज्यादा नुकसान भारत की सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया को हुआ. मार्च मध्य तक एयरलाइंस का घाटा 60 करोड़ रुपये था. हर हफ्ते एयर इंडिया के विमान यूरोप और भारत के बीच 66 और अमेरिका व भारत के बीच 33 सर्विसेज देते हैं. इनमें से ज्यादातर उड़ानें पाकिस्तानी एयरस्पेस से होकर गुजरती हैं.
(सबसे ज्यादा देशों को छूने वाली एयरलाइंस)
ओएसजे/एए (एएफपी, रॉयटर्स)