2019 से क्या चाहते हैं मैर्केल, पुतिन, मोदी और ट्रंप
पूरी दुनिया ने नए साल 2019 का जोरदार स्वागत किया है. चलिए जानते हैं इस मौके पर दुनिया भर के नेताओं ने अपने संदेश में क्या कहा.
मैर्केल: आपसी सहयोग पर जोर
जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने नए साल पर अपने संदेश में कहा कि 2019 में जलवायु परिवर्तन, इमिग्रेशन और आतंकवाद जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की जरूरत होगी. उन्होंने कहा, "खुद अपने हितों के लिए, हम इन सवालों को हल करना चाहते हैं, और ऐसा हम सर्वश्रेष्ठ तरीके से तभी कर सकते हैं जब दूसरे के हितों के बारे में भी सोचें."
माक्रों ने मांगी एकता
फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों ने अपने संदेश में प्रसन्नता और उत्साह जताते हुए कहा, "मेरा विश्वास एकता में है." उन्होंने फ्रांस में हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे येलो वेस्ट प्रदर्शनकारियों के असंतोष का जिक्र किया, लेकिन एकजुटता की अपील भी की. उन्होंने कहा, "चलिए फ्रांस को ऐसा बनाना बंद करें जहां हम नीचे की तरफ जा रहे हैं और ऐसा लगता है कि देश में एकजुटता ही नहीं है."
ब्रेक्जिट, ब्रेक्जिट
ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे के भाषण में ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से निकलने पर ही जोर दिखा. उन्होंने ब्रिटिश सांसदों से कहा कि वे ब्रेक्जिट डील को मंजूर कर लें. उन्होंने ब्रेक्जिट के समर्थकों और आलोचकों, दोनों से अपने मतभेद एक तरफ रखने को कहा और एकजुट होकर आगे बढ़ने की अपील की. उन्होंने कहा, "मेरा विश्वास है कि हम लोग मिल कर आशा और उम्मीदों के साथ एक नया अध्याय शुरू कर सकते हैं."
एकजुटता की अपील
रूस 11 टाइम जोनों में बंटा है, इसलिए हर इलाके में नया साल अलग अलग समय पर आया. इस मौके पर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने भाषण में एकजुटता पर जोर दिया. उन्होंने कहा, "हम अपनी कोशिशों और पूरे तालमेल के साथ काम करते हुए ही सकारात्मक नतीजे हासिल कर सकते है" उन्होंने कहा कि रूस में लोगों का जीवनस्तर सुधारना 2019 की सबसे अहम प्राथमिकता होगी.
चीन की उपलब्धियां
चीन में नए साल के मौके पर कोई खास कार्यक्रम नहीं होते, क्योंकि चीनी लोग लूनर कैलेंडर के हिसाब से फरवरी में नववर्ष मनाते हैं. फिर भी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने नए साल पर राष्ट्र को संबोधित किया. उन्होंने 2018 में चीन की उपलब्धियों का जिक्र किया. उन्होंने कहा, "हमने चीन के प्रस्तावों को आगे रखा और चीन की आवाज को आगे भेजा." शी ने 2018 में चीन में होने वाली बहुराष्ट्रीय बैठकों का उल्लेख भी किया.
ट्विटर के महारथी
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने 2018 के समापन पर व्हाइट हाउस से कई मुद्दों का जिक्र किया, ट्विटर पर. उन्होंने सीरिया से सैनिक हटाने के अपने फैसले की सराहना की और सीमा पर दीवार बनाने की योजना का भी बचाव किया. उन्होंने एक छोटे से वीडियो संदेश में अमेरिकी लोगों को "नए साल की बहुत, बहुत शुभकामनाएं" दी और कहा कि 2019 एक "ग्रेट ईयर" होगा.
सपने साकार होने की कामना
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्विटर के माध्यम से देश के लोगों को नए साल की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने सभी के लिए सुखी और स्वस्थ रहने की कामना की है. उन्होंने लिखा, "प्रार्थना करता हूं कि 2019 में आपके सारे सपने सच हो जाएं." इस साल भारत में आम चुनाव है, जिसमें विपक्ष एकजुट होकर भारतीय जनता पार्टी को चुनौती देने की तैयारी कर रहा है.
चार बीमारियां
खान ने नए साल पर अपने देश को चार बीमारियों से मुक्त करने का संकल्प लिया है. उनके मुताबिक ये बीमारियां हैं गरीबी, निरक्षरता, अन्याय और भ्रष्टाचार. उन्होंने उम्मीद जताई कि 2019 पाकिस्तान के सुनहरे दौर की शुरुआत होगा. इमरान खान 'नए पाकिस्तान' का नारा देकर पिछले साल सत्ता में आए. लेकिन आर्थिक मोर्चे पर उन्हें गंभीर संकट का सामना करना पड़ रहा है.