2014 के खूंखार आतंकी हमले
साल 2014 में कोई ऐसा महीना नहीं जिसमें आतंकवादी वारदात न घटी हो. बाजार से लेकर घरों तक लोग आतंकियों के निशाने बनते रहे. 2014 में सबसे ज्यादा इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने ध्यान खींचा.
कैंसर से खतरनाक आतंकवाद
वैश्विक आतंकवाद सूचकांक 2014 के दूसरे संस्करण की रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी हमलों में मारे गए 82 फीसदी लोगों में सिर्फ पांच देश इराक, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नाइजीरिया और सीरिया से थे.
पेशावर
2014 के खत्म होते होते आतंकवाद का सबसे घिनौना चेहरा सामने आया. पाकिस्तान तालिबान ने पेशावर के सैनिक स्कूल पर हमला कर 145 लोगों की जान ले ली जिनमें 132 बच्चे शामिल थे. इस वारदात को 9 आतंकियों ने अंजाम दिया. हमले का मकसद सेना की कार्रवाई का बदला लेना था.
सिडनी
ऑस्ट्रेलिया के शहर सिडनी में ईरानी मूल के नागरिक मान हारून मोनिस ने लिंड्ट कैफे में ग्राहकों और कर्मचारियों को बंधक बना लिया. इस दौरान बंदूकधारी से बच निकलने में करीब 14 लोग कामयाब हुए. 16 घंटे बाद पुलिस ने इस संकट को खत्म किया, दो बेगुनाह लोगों के साथ हारून भी मारा गया. बंधक बनाए गए 17 लोग भी बचा लिए गए.
कराची
10 जून 2014 को दस आतंकियों ने कराची के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर हमला किया. इस हमले में आतंकी आत्मघाती जैकेट, रॉकेट लॉन्चर और ग्रेनेड से लैस थे. हमले में 10 दहशतगर्द समेत 36 लोग मारे गए. हमले की जिम्मेदारी तहरीके तालिबान ने ली थी.
अबूजा
25 जून 2014 को नाइजीरिया की राजधानी अबूजा के शॉपिंग मॉल में जबरदस्त धमाके में 21 लोगों की मौत हो गई थी. धमाका ऐसे वक्त हुआ था जब लोग नाइजीरिया और अर्जेंटीना के बीच विश्व कप मुकाबला देखने की तैयारी में जुटे थे.
चिबोक
14 और 15 अप्रैल की दरम्यानी रात नाइजीरिया के पूर्वोत्तरी शहर चिबोक के सरकारी स्कूल के सामने कई ट्रक आकर खड़े हो गए. ट्रक में आतंकवादी दल बोको हरम के लड़ाके सवार थे. इन्होंने लड़कियों को नींद से जगाया और उन्हें ट्रकों में लाद कर ले गए.
ब्रसेल्स
24 मई 2014 को एक बंदूकधारी ने बेल्जियम की राजधानी ब्रसल्स में यहूदी म्यूजियम में ताबड़तोड़ फायरिंग की. इस हमले में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक जख्मी की अस्पताल में कुछ दिनों बाद मृत्यु हो गई. 30 मई को अल्जीरियाई मूल के फ्रांसीसी नागरिक मेहंदी नेमूशे को पुलिस ने इस हमले के लिए गिरफ्तार किया.
हिल्ला
9 मार्च 2014 को इराक के शिया शहर हिल्ला में आत्मघाती हमलावर ने खुद को धमाके से उड़ा दिया. आत्मघाती हमलावर बस में सवार था और धमाके की चपेट में वे आए जो अपनी गाड़ियों में सवार होकर वहां से गुजर रहे थे. इस हमले में 45 लोग मारे गए और 157 के करीब घायल हुए.