15 साल बाद खुला जहाज का राज
ब्रिटेन के खोजियों ने बताया है कि 1682 में डूबा शाही जहाज 15 साल पहले ही खोज लिया गया था. इस खोज को छिपा कर रखा गया था. क्यों खास था ये जहाज, जानिए...
2007 में हो चुकी थी खोज, छिपाए रखा
1682 में डूबा ब्रिटेन का शाही जहाज अब दुनिया को दिखाया गया है. साथ ही, यह उजागर किया गया कि इसकी खोज तो 15 साल पहले ही हो चुकी थी.
डाकुओं के डर से
340 साल पहले डूबे इस जहाज ‘द ग्लोसेस्टर' की खोज को इसलिए छिपाकर रखा गया क्योंकि डर था कि लुटेरे इस जहाज पर हमला कर सकते हैं.
बेशकीमती खजाना
इस जहाज पर कई तरह की बेशकीमती ऐतिहासिक कलाकृतियां मिली थीं, जिनमें पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंगटन के पूर्वजों की कांच की मुहर भी शामिल है.
वो पल जब जहाज मिला
2007 में इसे गोताखोर भाइयों जूलियन और लिंकन बार्नवेल ने चार साल की तलाश के बाद खोज लिया था. लिंकन बार्नवेल ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, "मैं समुद्र की तलटही में घुटनों के बल बैठा था और मेरे चारों ओर विशाल तोपें थीं. पूरा का पूरा जखीरा था. मैं बस बैठा रहा. शायद पांच मिनट तक. मुझे यकीन नहीं हो रहा था. वो मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा."
भविष्य की दिशा तय हुई
इस खोज के अभियान की साझीदार ईस्ट आंग्लिया यूनिवर्सिटी का कहना है कि उस दुर्घटना में 130 से 250 लोग मारे गए थे, जिन्होंने इतिहास की दिशा बदलने की धमकी दी थी. यूनिवर्सिटी ने कहा कि 1688 में हुई ग्लोरियस क्रांति ने जेम्स द्वीतीय का तख्ता पलट दिया और एक ऐसी राज व्यवस्था के लिए राह बनाई जो अधुनिक दुनिया के लिए पहला कदम साबित हुआ.