राइन नदी तैरकर पार करने इरादा
१८ अगस्त २०१४24 अगस्त तक वह नीदरलैंड्स के होएक फान होलांड में राइन के मुहाने पर पहुंचना चाहते हैं. 49 किलोमीटर तैरने के लिए उन्हें करीब पांच घंटे लगे. फाथ ने अपनी यात्रा की शुरुआत स्विट्जरलैंड की टोमासे झील से की थी, जहां नदी का उद्गम होता है. अपनी यात्रा वह 25 हिस्सों में पूरी करेंगे. जिस दिन उन्होंने इस मैराथन की शुरुआत की उस दिन वह सिर्फ तीन ही मिनट राइन में तैर सके. क्योंकि टोमासे से राइन पहाड़ी नदी में तब्दील हो जाती है, तो इस नदी के किनारे इलांस तक 52 किलोमीटर की यात्रा फाथ को साइकिल से करनी पड़ी.
फाथ बॉन और कोलोन पार करके ड्यूसेलडॉर्फ की ओर रवाना हो चुके हैं. इस यात्रा में एक बार बाडेन व्युर्टेम्बर्ग के ओबरराइन में उन्हें बाढ़ के कारण रुकना पड़ा था. इस मैराथन के लिए फाथ ने साल भर पहले से तैयारी शुरू कर दी थी. हर दिन वह दो से तीन घंटे तैराकी की प्रैक्टिस करते थे. जीवन के आठवें साल से वह तैर रहे हैं और लगभग हर दिन.
तैर कर वह थकते नहीं, वह कहते हैं, "मैं वहां रिलैक्स हो जाता हूं. मेरा वजन वहां खत्म हो जाता है और मैं अपनी ही दुनिया में घूमता हूं. मैं वहां खुद को आराम से दुनिया से अलग कर सकता हूं." उनकी पत्नी निकोला और तीन बेटे भी तैराकी के दीवाने हैं. उनका एक बेटा इस मैराथन में उनके साथ है. 2008 में उन्होंने ज्यूरिख की झील की 26.7 किलोमीटर की दूरी छह घंटे और 17 मिनट में पार की थी.
रिसर्च के लिए
हालांकि राइन नदी की यह यात्रा सिर्फ रोमांच और रिकॉर्ड बनाने के लिए नहीं है. उन्होंने रसायन शास्त्र को भी इसके साथ जोड़ा है. तैराकी के दौरान एक टीम हर इलाके से राइन नदी के पानी का नमूना ले रही है और उसकी जांच कर रही है, ये देखने के लिए कि पानी कितना साफ है. वे यह भी पता करना चाहते हैं कि क्या अभी तक हर जगह प्रदूषण की सीमा न्यूनतम से कम ही है.
उन्होंने बताया, "हम नदी के पानी की व्यापक जांच करेंगे." उद्देश्य है लोगों को पानी के अमूल्य होने का अहसास कराना और नदियों की सुरक्षा को और मजबूत करना. उनके साथ इस काम के लिए 10 छात्रों की टीम है. आंद्रेयास फाथ के साथ दो नावों में कुछ लोग भी साथ चल रहे हैं.
रिपोर्टः आभा मोंढे (डीपीए)
संपादनः समरा फातिमा