1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

12 साल बाद सू ची से मिले अमेरिकी दूत

५ नवम्बर २००९

अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने म्यामार की विपक्षी नेता आउंग सान सू ची से ख़ास बातचीत की है. 12 साल की नज़रबंदी में ये पहला मौक़ा है जब विपक्षी नेता सू ची से मिलने की किसी अमेरिकी उच्चाधिकारी को अनुमति दी गई है.

https://p.dw.com/p/KOls
नज़रबंदी में मुलाकाततस्वीर: AP

शांति के लिए नोबल पुरस्कार जीत चुकी आउंग सांग सू ची ने अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री कुर्ट कैंम्पबेल से मुलाकात की. रंगून एयरपोर्ट पर कैंपबेल ने पत्रकारों को बताया कि अमेरिका म्यांमार के साथ संबंध बेहतर करना चाहता है लेकिन अधिकारियों को इसके लिए ठोस कदम उठाने होंगे. अपनी यात्रा के बारे में कुर्ट कैंपबेल का कहना है कि अमेरिका मानवाधिकारों की पैरवी करता है और आउंग सान सू ची सहित सभी राजनीतिक क़ैदियों की रिहाई की भी. सू ची के वकील का न्यान विन का कहना है, ''आउंग सान सूची ने ओबामा की नीतियों का स्वागत किया है. उन्होंने कहा है कि म्यांमार में सभी विपक्षी पार्टियों के साथ बातचीत होना बहुत ज़रूरी है.

Myanmar Burma Aung San Suu Kyi
नज़रबंद हैं सू चीतस्वीर: picture alliance/dpa

अमेरिकी उप विदेश मंत्री कुर्ट कैंपबेल और सू ची के बीच रंगून के एक होटल में दो घंटे से भी ज़्यादा देर बातचीत हुई. इसके पहले कैंपबेल म्यांमार के प्रधानमंत्री थाइन साइन से भी मिले. मंगलवार को उन्होंने सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाक़ात की.

म्यांमार चाहता है कि उस पर लगे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध हटाएं जाएं और इस मुद्दे पर वरिष्ठ राजनयिकों से बात करने की अनुमति सूची को भी है. आम तौर पर सैनिक शासन जुंटा सू ची को विदेशी प्रतिनिधियों से बात करने की अनुमित नहीं देता.

अमेरिका ने म्यांमार पर लगा व्यापार प्रतिबंध हटाने से इनकार किया है. अमेरिका की मांग है कि म्यांमार में अगले साल स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हों. कैंपबेल ने यात्रा के अंत में कहा कि हम म्यांमार के शासन से अपील करते हैं कि सू ची को बातचीत में शामिल होने दिया जाए.

स्थानीय सरकारी टीवी ने जानकारी दी कि कैंपबेल से मिलने के पहले सू ची को उनकी पार्टी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी के सदस्यों से मिलने की भी इजाज़त दी गई थी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/आभा मोंढे

संपादन: ओ सिंह