101 साल की उम्र में पैराग्लाइडिंग
२२ मार्च २०१२उम्र को पीछे छोड़ यह करिश्मा किया है मैरी हार्डिसन ने. अपने जन्मदिन पर जब वे इस साहसिक उड़ान का लुत्फ उठा रही थी तब हौसला अफजाई के लिए उनकी 4 पीढ़ियां वहां मौजूद थी. इस उड़ान के बाद उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया गया है. इस उड़ान के साथ ही मैरी ने साइप्रस की उस महिला का रिकार्ड भी तोड़ दिया जिसने 2007 में 100 वर्ष की उम्र में पैराग्लाइडिंग की थी. हार्डिसन ने 1 सितंबर 2011 को अपने प्रशिक्षक के साथ उड़ान भरी थी. तब उसने उड़ान से संबंधित कुछ सलाह भी हार्डिसन को दी थी.
जमीन पर उतरने के बाद हार्डिसन से पूछा गया कि कैसा लगा तो उनका कहना था, "कैसा लगा? मैं फिर जाने के लिए तैयार हूं." हार्डिसन कहती हैं, " मैं पैराग्लाइडि़ग को पसंद करने लगी क्योंकि मेरा 75 वर्षीय बेटा शौकिया तौर पर इसे करता था. मुझे ज्यादा दूर तक नहीं जाना था इसलिए मैने उड़ान भरने का निश्चय किया. उन्हें इसमें बिलकुल डर नहीं लगा क्योंकि वे अपने 90 वे जन्मदिन पर भी डिज्नीलेंड में एक रोमांचक सवारी की थी."
हार्डिसन ने कहा," मै तो एक छोटी सी उड़ान भर रही थी. मुझे बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि मैं एक वर्ल्ड रिकार्ड तोड़ने जा रही हूं." हार्डिसन मानती हैं कि उनकी सक्रिय जीवन शैली दूसरों के लिए प्रेरणा है कि इस उम्र में भी रोमांच का आनंद लिया जा सकता है.
जब हार्डिसन ने अपने पहले जन्मदिन पर ग्लाइडर से छलांग लगाने का निश्चय किया तो उनका परिवार उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित था. पैराग्लाइडिंग कंपनी ने भी अपने सबसे उम्रदराज कस्टमर के लिए पूरा इंतजाम किया था. उनकी बहू बोनी हार्डिसन ने बताया कि सासू मां के फैसले पर उनकी पहली प्रतिक्रिया थी कि वे पागल हो गई हैं. पर बाद में सभी बेहद उत्साहित थे.परिवार वाले मानते हैं कि उनका रिकार्ड महान है.
भविष्य में इसी तरह की और उड़ानों के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि अभी वे कुछ दिन सामाजिक सहायता के काम करेंगी और बाद में उड़ान भी भरेगीं.
रिपोर्टः एपी,एएफपी / जे.व्यास
संपादनः एन रंजन