हैती में भूंकप से तबाही
१३ जनवरी २०१०अमेरिकी भूगर्भ सर्वे के मुताबिक़ पिछले 200 साल में हैती में यह सबसे बड़ा भूकंप है और इसने संयुक्त राष्ट्र की एक पांचमंज़िला इमारत को भी ज़मींदोज़ कर दिया है. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता सात मापी गई लेकिन इसके बाद आए लगातार झटकों ने भी बहुत तबाही मचाई.
टेलीविज़न पर दिखाए जा रही वीडियो में हैती की राजधानी पोर्ट अऊ लुई की सड़कों पर अफ़रा तफ़री फैली है. लोग चीख़ते, चिल्लाते और रोते हुए मदद की अपील कर रहे हैं और मलबों में फंसे कई लोगों की ज़ुबान भी नहीं खुल पा रही है. वे सिर्फ़ उम्मीद भरी आंखों से इधर उधर देख रहे हैं.
भूकंप का केंद्र राजधानी पोर्ट अऊ लुई से सिर्फ़ 10 किलोमीटर दूर था. बुधवार आधी रात को अचानक धरती हिलने लगी और देखते ही देखते ईंट ग़ारों की दीवारें रेत की महल की तरह धरती पर बिखरने लगे. इसके बाद के झटके और भी ख़तरनाक रहे और कुछ झटके तो रिक्टर पैमाने पर 5.9 तक मापे गए. भूकंप के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं मिल पा रही है क्योंकि हैती के अधिकतर हिस्सों से संपर्क कट गया है.
पश्चिमी गोलार्ध के सबसे ग़रीब देश हैती के पास संकट से निपटने के लिए ज़्यादा संसाधन भी नहीं हैं और इस वजह से राहत और बचाव के काम में दुश्वारी आ रही है. हैती के पास इस तरह के प्राकृतिक संकट से निपटने के लिए पर्याप्त इंतज़ाम नहीं हैं.
इस बीच हैती ने अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से मदद की अपील की है. अमेरिका में हैती के राजदूत रेमंड अलसाइडे जोज़फ़ ने कहा, "मैं पूरी दुनिया से अपील कर रहा हूं. ख़ास तौर पर अमेरिका से कि वह हमारी वैसी ही मदद करे, जैसी उन्होंने 2008 में उस वक्त किया था, जब हैती में तूफ़ान आया था." किसी ज़माने में फ्रांस का उपनिवेश रहे हैती में भूकंप से भारी विनाश की आशंका है. हज़ारों लोगों के मारे जाने की रिपोर्टें हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि उनकी प्रार्थनाओं और विचारों में हैती होगा. अमेरिका, जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों ने फ़ौरन हैती के लिए मदद देने का एलान कर दिया है. इंटर अमेरिकन डेवलपमेंट बैंक ने कहा है कि हैती को दो लाख डॉलर की आपात मदद मिलेगी. हैती में इसका स्थानीय दफ़्तर तबाह हो गया है लेकिन इसका कहना है कि यह काम जारी रखेगा.
फ्रांस के राष्ट्रपति निकोला सारकोज़ी ने कहा है कि उनके देश से एक विशेष दल हैती जा रहा है, जो वहां राहत और बचाव के काम के साथ साथ फ्रांसीसी नागरिकों की ख़ैर ख़बर लेगा.
हैती में यह भूकंप शाम पांज बजे के आस पास आया, जिसके बाद लोग सड़कों पर निकल गए. घर, दुकानें, होटल, दफ़्तर सब कुछ टूट टूट कर गिरने लगा. जानकारों का कहना है कि भूकंप का केंद्र धरती से सिर्फ़ 10 किलोमीटर की गहराई में था. इस वजह से यहां ज़बरदस्त तबाही हुई. भूकंप के बाद बुरी तरह घायल लोग सड़कों पर मदद के लिए बिलखते दिखाई दिए.
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि भूकंप के बाद से उनके कई कर्मचारियों का कुछ पता नहीं चल पाया है. भूकंप की वजह से संयुक्त राष्ट्र की पांचमंज़िला इमारत धराशायी हो गई है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः उ भट्टाचार्य