हाथ कटने के बाद प्रोफेसर की नौकरी भी गई
५ सितम्बर २०१०ईसाइयों के चलाए जा रहे न्यू मैन कॉलेज ने प्रोफेसर टीजे जोसेफ को सूचना दी है कि उन्हें एक सितंबर से नौकरी से हटा दिया गया है. उन पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप है. जोसेफ ने अपनी बर्खास्तगी की खबर पर गहरे सदमे का इजहार करते हुए कहा कि यह उनके और उनके परिवार के लिए एक अप्रत्याशित कदम है. केरल के शिक्षा मंत्री एमए बेबी ने भी कॉलेज के फैसले पर अफसोस जताया और इसे एक गलत कदम बताया.
कट्टरपंथी मुसलमानों के संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) ने चार जुलाई को प्रोफेसर जोसेफ का हाथ उस वक्त काट दिया था, जब वह चर्च से लौट रहे थे. पूरे भारत में इस घटना पर हंगामा खड़ा हो गया था. इस मामले में अब तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. प्रोफेसर के कटे हुए हाथ को दोबारा जोड़ दिया गया है और वह घर पर स्वास्थ्यलाभ कर रहे हैं.
जोसेफ पर आरोप है कि उन्होंने मलयालम भाषा में एक विवादित प्रश्नपत्र तैयार किया, जिससे समुदाय विशेष की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं. इसके बाद कॉलेज ने नोटिस जारी कर प्रोफेसर से पूछा कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए उन्हें क्यों न नौकरी से निकाल दिया जाए. प्रोफेसर जोसेफ ने इसका जवाब दिया लेकिन कॉलेज प्रशासन उससे संतुष्ट नहीं हुआ.
जोसेफ ने कहा कि अभी उन्होंने यह तय नहीं किया है कि क्या वे कॉलेज के खिलाफ कोई कानूनी कदम उठाएंगे. केरल के शिक्षा मंत्री बेबी का कहना है कि प्रोफेसर चाहें तो यूनिवर्सिटी ट्रिब्यूनल में अपना मामला दर्ज करा सकते हैं.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः एस गौड़