सऊदी अरब में मिनी स्कर्ट पर बवाल
१८ जुलाई २०१७सरकारी पैसे से चलने वाली न्यूज वेबसाइटों ने खबर दी है कि रूढ़िवादी मुस्लिम देश के अधिकारी नवयुवती के खिलाफ कार्रवाई करने पर विचार कर रहे हैं. उसने संभवतः देश के पहनावा कानून को तोड़ा है. सऊदी अरब में महिलाओं को लंबा और ढीला ढाला कपड़ा पहनना पड़ता है जिसे अबाया के नाम से जाना जाता है. इसका मकसद ये है कि शरीर के उभार और कटाव पराये मर्द न देख सकें. ज्यादातर महिलायें अपने बाल और चेहरा काले स्कार्फ से ढंक कर रखती हैं. विदेश से आने वाले विशिष्ट मेहमानों को हालांकि अपवाद के रूप में छूट दे दी जाती है.
विवादित वीडियो सबसे पहले स्नैपचैट पर शेयर किया गया था. इसमें नवयुवती को राजधानी के उत्तर में स्थित उशायागर गांव के एक किले में घूमते हुए देखा जा सकता है. ये गांव सऊदी अरब के नाज इलाके में हैं जहां से देश के सबसे ज्यादा रूढ़िवादी कबीले और घराने आते हैं. तस्वीर के स्नैपचैट पर आने के बाद उस पर बहस शुरू हो गयी और प्रतिद्वंद्वी हैशटैग भी आ गये. एक में उसकी गिरफ्तारी की मांग तो दूसरे में पहनावे के अधिकार का बचाव.
सऊदी अरब के लेखक इब्राहिम अल मुनइफ ने लिखा ट्विटर पर लिखा है कि कानून का पालन नहीं करने की अनुमति देना अव्यवस्था का कारण बनेगा. उन्होंने लिखा, "जैसे कि हम लोगों से घूमने जाने वाले देश के नियमों का पालन करने को कहते हैं, लोगों को इस देश के कानून का भी आदर करना चाहिए." मुनइप के ट्विटर पर 41,000 फॉलोवर हैं. दूसरी तरफ कुछ लोगों ने मई में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के दौरे की तस्वीरें पोस्ट की जिनमें फर्स्ट लेडी मेलानिया और इवांका ट्रंप ने अबाया नहीं पहना था. एक ने लिखा अगर युवती विदेशी होती तो उसकी सुंदरता की चर्चा होती, वह सऊदी है इसलिए गिरफ्तारी की मांग हो रही है.
सऊदी अरब के ओकाज न्यूज वेबसाइट ने लिखा है कि उशायागर के अधिकारियों ने इलाके के गवर्नर और पुलिस से महिला के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. एक अन्य वेबसाइट के अनुसार देश में नैतिकता की निगरानी करने वाली पुलिस ने मामले की जांच के लिए दूसरी एजेंसियों के साथ संपर्क किया है. सऊदी अरब में सोशल मीडिया अत्यंत लोकप्रिय है. देश की आधी से ज्यादा आबादी 25 साल से कम उम्र की है और गद्दी के 30 वर्षीय उत्तराधिकारी क्राउन प्रिंस सलमान ने मनोरंजन पर छूट दी है लेकिन लैंगिक विभाजन पर सख्ती बनी हुई है.
एमजे/एनआर (एपी)