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वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में भारत की रैंकिंग और गिर गई है. 180 देशों में भारत का 150वां नंबर है. क्या है दुनिया में प्रेस फ्रीडम की स्थिति, देखिए...
2015 से ही डॉयचे वेले मानवाधिकार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए मुहिम चला रहे लोगों को 'DW फ्रीडम ऑफ स्पीच अवॉर्ड' से सम्मानित करता आ रहा है. जानिए, अब तक के अवॉर्ड विजेताओं के बारे में.
यूक्रेन पर रूसी हमले के दौरान अब तक युद्ध को कवर कर रहे छह पत्रकारों और मीडियाकर्मियों की मौत हो गई है. मारे गए कुछ पत्रकार यूक्रेनी और कुछ विदेशी हैं.
वो मार्क्सवादी थीं लेकिन लेनिन की विचारधारा से सहमत नहीं थीं. वो लेनिन का विरोध भी खुल कर करती थीं लेकिन उनके सम्मान में कोई कमी भी नहीं आने देती थीं. जन्मी वो पोलैंड में थीं, पढ़ाई उन्होंने स्विट्जरलैंड में की, बतौर पत्रकार वो जर्मनी में सक्रिय रहीं और पूरी दुनिया में वो क्रांतिकारी रोजा के नाम से जानी गईं. आज की कहानी रोजा लक्जमबर्ग की.
'राइटिंग विद फायर' एक भारतीय डॉक्यूमेंट्री है जो इस साल के अकादमी पुरस्कार या ऑस्कर्स के लिए नामांकित हुई है. इस डाक्यूमेंट्री में 'खबर लहरिया' की निडर पत्रकारों की कहानी बताई गई है जो भारत का एकमात्र ग्रामीण महिला अखबार है. देखिए यह खास बातचीत रिंटू थॉमस और सुष्मित घोष से जो इस फिल्म के डायरेक्टर्स हैं.
न्यूयॉर्क स्थित मीडिया वॉचडॉग 'कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स' की नई रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में साल की शुरुआत से 1 दिसंबर 2021 तक 293 रिपोर्टरों को जेल में डाला गया. यह अब तक का सबसे ऊंचा आंकड़ा है.
भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के ठीक पहले ओलंपिक खेलों में पदक जीत कर आए खिलाड़ियों ने जश्न-ए-आजादी में चार चांद लगाए. देखिए लाल किले के पास मनाए गए स्वतंत्रता दिवस समारोह की कुछ झलकियां.
भारतीय न्यूज पोर्टल 'द वायर' और 16 अन्य मीडिया संस्थानों की साझा रिपोर्ट में आरोप लगा कि भारत सरकार ने पत्रकारों के अलावा विपक्ष के नेताओं, कारोबारियों और कई अहम लोगों की जासूसी करवाई. देखिए पेगासस जासूसी कांड पर 'द वायर' के फाउंडिंग एडिटर सिद्धार्थ वरदराजन से DW न्यूज की खास बातचीत.
फोटोजर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की अफगानिस्तान में मौत हो गई है. अफगान सुरक्षा बलों और तालिबान के बीच हिंसक भिड़ंत में उनकी जान चली गई.
डच पत्रकार पेटर आर दे विरीज पर जानलेवा हमले ने यूरोप में लोग सदमें में हैं. प्रेस की आजादी को लेकर यूरोपीय देशों की अच्छी छवि के बावजूद, पत्रकारों के खिलाफ हिंसा के कई उदाहरण हैं.
अंतरराष्ट्रीय संस्था 'रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स' ने मीडिया पर हमला करने वाले 37 नेताओं की सूची जारी की है. इनमें चीन के राष्ट्रपति और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जैसे नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी नाम है.
विश्व प्रेस फोटो पुरस्कार पूरी दुनिया में पत्रकारों द्वारा ली गई तस्वीरों को सम्मान देते हैं. पिछला साल सिर्फ महामारी ही नहीं, बल्कि जलवायु संकट और दुनिया द्वारा भुला दिए गए संघर्षों का भी साल रहा.
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स के मुताबिक 2020 में पूरी दुनिया में कम से कम 42 पत्रकार और मीडियाकर्मी मारे गए. जानिए किस किस देश में पत्रकारों के लिए सबसे ज्यादा खतरा है.
कश्मीर गलीचे का कभी दुनिया में नाम था. हजारों लोगों को रोजी रोटी देने वाला ये उद्योग आज मुश्किल में है. पत्रकार गुलजार बट ने श्रीनगर में देखा कि किस हाल में हैं रंग, डिजाइन और बारीकी के लिए मशहूर कालीन बुनने वाले कारीगर.
नवंबर में कश्मीर में केसर की फसल होने लगती है. इसे दुनिया जाफरान के नाम से भी जानती है. खेती का मुख्य इलाका पुलवामा जिले में पंपोर है. पत्रकार गुलजार बट ने केसर के फूल चुनते किसानों को तस्वीरों में कैद किया है.
मनमीत कौर पाकिस्तान की पहली महिला सिख पत्रकार हैं. एक टीवी चैनल ने जब उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया, तो वह तनाव में आ गईं. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और आज नाम कमा रही हैं.
समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के तीन भारतीय फोटोग्राफरों ने प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार जीता है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद पाबंदियों के बीच उन्होंने आखिर कैसे खींची और भेजीं तस्वीरें?
कोरोना महामारी से जुड़ी खबरों को दुनिया के सामने रखने वाले पत्रकारों को कई देशों में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई देशों में अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए सरकारें पत्रकारों की कलम पर पाबंदियां लगा रही हैं.
नए प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में चार स्कैंडेनेवियाई देशों को पत्रकारों के लिए सबसे अच्छा माना गया है. भारत, पाकिस्तान और अमेरिका में पत्रकारों का काम मुश्किल है. जानिए रिपोर्टस विदाउट बॉर्डर्स के इंडेक्स में कौन कहां है.
दक्षिण अफ्रीका के महान अश्वेत नेता नेल्सन मंडेला ने अपनी कैद के 27 में से 18 साल खूंखार रोबेन आइलैंड जेल में बिताए. बाद में यह जेल स्वतंत्रता का प्रतीक बना. देखते हैं इतिहास से जुड़ी इस जेल की कुछ यादगार तस्वीरें...