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विज्ञान और पर्यावरण के विशेष कार्यक्रम मंथन के 450वें एपिसोड में जानिए, कैसे शहरी यातायात का भविष्य बदल सकती हैं केबल कारें. इसके अलावा बताएंगे कि कैसे लाइबेरिया के जंगलों में डीएनए तकनीक के जरिए जानवरों को ट्रैक किया जा रहा है. साथ ही इस एपिसोड में देखिए दुनिया की सबसे छोटी कार- पील पी50 का सफर. और आखिर में होगी यूनिसाइकिल की विश्व विजेता याना तेनमबेर्गेन से खास मुलाकात.
कोरोना वायरस को लेकर कुछ वैज्ञानिक ऐसे उत्पाद बनाने पर भी शोध कर रहे हैं, जिनकी मदद से लोगों को संक्रमण हो ही न. फिनलैंड की एक यूनिवर्सिटी में इसी मकसद से नाक से लिया जाने वाला स्प्रे बनाने पर काम हो रहा है. देखिए यह किस तरह मददगार हो सकता है.
समुद्री जीव ऑक्टोपस को फार्म में पालने के लिए शोध चल रहा है. मेक्सिको के तटीय शहर सीसल में उनाम यूनिवर्सिटी के जीवविज्ञानी कार्लोस रोसास ऑक्टोपस पालन के लिए आदर्श परिस्थियों में शोध कर रहे हैं. अभी तक के नतीजे बताते हैं कि पानी का तापमान बढ़ने पर ये संवेदनशील जीव अपेक्षाकृत कम अंडे देते हैं. जलवायु परिवर्तन के और तीव्र होने पर ये बात समस्या बन सकती है.
डोमिनिका वूलेत्सालेक जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप का इस्तेमाल कर रिसर्च करने वाले पहले लोगों में से एक होंगी. हाइडेलबर्ग यूनिवर्सिटी की इस खगोल भौतिकी विज्ञानी का लक्ष्य आकाशगंगाओं के केंद्र में बसे सुपरमैसिव ब्लैक होल को समझना है.
अमेरिका के मैसाचुसेट्स स्थित बॉस्टन की टफ्ट्स यूनिवर्सिटी में शोधकर्ताओं ने एक एल्गोरिदम तैयार किया है जो गुणों के आधार पर खाने की चीजों की स्कोरिंग करता है. क्या कहता है यह स्कोर, जानिए...
तालिबान ने अफगानिस्तान में महिलाओं के लिए नए नियमों का ऐलान कर दिया है. तो कैसी होगी अब महिलाओं की जिंदगी.
शिक्षा के क्षेत्र में शोध और विश्लेषण करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) ने 2022 के लिए यूनिवर्सिटी रैंकिग जारी की है. इस रैंकिग में टॉप 10 में शामिल किए गए विश्वविद्यालय हैं...
भारत के शहरों में ज्यादातर लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाना पंसद करते हैं. लेकिन जर्मनी में ठीक इसका उल्टा है. जानिए कैसा है यहां का स्कूल सिस्टम.
आखिर हम बूढ़े क्यों होते हैं. इस एक सवाल का जवाब तलाशते हुए स्टैनफोर्ड के एक रिसर्चर को कुछ खास मिला. एक ऐसी चीज जो शरीर के अंगों के बूढ़ा होने को रोक सकती है या उसे पलट सकती है. उनके हिसाब से यह चीज है - ब्लड प्लाज्मा. जानिए इससे बूढ़ा होने की प्रक्रिया को किस हद हद तक पलटा जा सकता है.
अमेरिका में कैंसस यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने कई जानवरों के कंकाल की ऐसी तस्वीरें निकाली हैं जिसमें उनके हड्डियों के जोड़ और हरकतें साफ नजर आती हैं.
जब चट्टानें गिरती हैं तो जान का खतरा होता है। इसे रोकने के लिए म्यूनिख टेक्निकल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता ओबराल्गेऊ में चट्टान गिरने की भविष्यवाणी करने की कोशिश कर रहे हैं.
भारत ने स्वच्छ ऊर्जा की तरफ जाने के लिए एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है. लेकिन इसके लिए बड़ी संख्या में दक्ष लोगों की जरूरत होगी. ऐसे में भारत की यूनिवर्सिटियां और संस्थान ईको सेंस जैसी कंपनियों की मदद से लोगों को ट्रेनिंग दे रहे हैं.
बर्लिन और म्यूनिख की यूनिवर्सिटी विदेशी रिसर्चरों में अत्यंत लोकप्रिय है. ये जानकारी जर्मनी के हुम्बोल्ट फाउंडेशन ने दी है, जो विदेशी रिसर्चरों को स्कॉलरशिप भी देता है.
इमारतों को ईको फ्रेंडली बाने में सोलर पैनल बेहद मददगार हो सकते हैं. लेकिन इन्हें इंस्टॉल करना काफी महंगा पड़ता हैं और ये पैनल्स हर वक्त सूरज की रोशनी को बिजली में तब्दील नहीं कर पाते. कैसा हो अगर पूरी पूरी बिल्डिंग ही बिजली बनाने लगे. जर्मनी में एक यूनिवर्सिटी ऐसा करने के तरीके खोज रही है.
दिल्ली यूनिवर्सिटी में पहली कट ऑफ 100 प्रतिशत गई है. ऐसा हाल तो दुनिया की बेहतरीन यूनिवर्सिटियों का भी नहीं है. देखिए, 2021 में दाखिला लेने के लिए सबसे अच्छी यूनिवर्सिटी कौन सी है.
रोबोटों में होता है कंप्यूटर प्रोग्राम जिससे बनती है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस. इसी के सहारे रोबोट खुद को अपडेट करते हैं. कैसे, ये समझने के लिए हम पहुंचे बॉन की एक यूनिवर्सिटी में.
कोरोना वायरस के चलते दुनिया के समृद्ध देशों में ज्यादा लोग मारे जा रहे हैं. एक नजर उन देशों पर जहां सबसे ज्यादा लोग कोविड-19 के चलते मारे गए.
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ भारत के कई शहरों में विरोध हो रहा है. इस कानून के खिलाफ छात्र विशेष तौर पर अपनी आवाज उठा रहे हैं. कई यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ-साथ नागरिक समाज, अधिकार समूह के सदस्य सड़क पर उतर आए हैं.
जेएनयू पिछले पांच साल में सबसे चर्चित यूनिवर्सिटी. सोशल मीडिया पर जेएनयू की इमेज खराब करने की कोशिश हो रही है. जानिए जेएनयू से निकले ऐसे विद्यार्थियों को जिन्होंने देश-दुनिया में अपनी शिक्षा और काबिलियत का लोहा मनवाया.
ये ऐसी डिग्रियां हैं कि नाम सुनकर एक बार तो आप सोचेंगे, इसकी पढ़ाई कैसे हो सकती है. पर पढ़ाई तो होती है, देखिए...