dw.com बीटा पेज पर जाएं. कार्य प्रगति पर है. आपकी राय हमारी मदद कर सकती है.
हम आपके लिए अपने कंटेंट को बेहतर बनाने के लिए कूकीज का इस्तेमाल करते हैं. अधिक जानकारी डाटा सुरक्षा पेज पर उपलब्ध है.
यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध में नष्ट हुए रूसी सेना के टैंक और सैन्य उपकरण 24 मई को यूक्रेन की राजधानी कीव में प्रदर्शनी के लिए रखे गए. लोग बड़ी रुचि के साथ इन्हें देखने पहुंच रहे हैं.
पड़ोसी और प्रतिद्वन्द्वी भारत और चीन की सैन्य ताकत को आंकड़ों के आधार पर समझा जा सकता है. यूं तो भारत चीन से सिर्फ एक कदम पीछे, दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सैन्य शक्ति है लेकिन शक्ति में अंतर बड़ा है.
सक्रिय सैन्य शक्ति के विभिन्न मानकों जैसे सैनिकों की संख्या, कुदरती संसाधन, एयरपोर्ट और बजट आदि पर परखने के बाद थिंक टैंक 'ग्लोबल फायर पावर' ने सबसे शक्तिशाली देशों की सूची बनाई है. टॉप 10 देश हैं...
दो दशक पहले रूसी सेना ने वुन्सडोर्फ छोड़ दिया था. लेकिन तब से जर्मनी का यह सबसे बड़ा सैन्य शहर धूल फांक रहा है. देखिए, इस भुतिया शहर की तस्वीरें...
24 फरवरी को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू कर दिया. दोनों देशों ने एक-दूसरो को भारी नुकसान पहुंचाने का दावा किया है. 25 फरवरी की सुबह की तस्वीरें यूक्रेन का हाल बयां कर रही हैं.
ये ताइवान के सबसे शक्तिशाली सैनिकों में से हैं. देश के सबसे विशेष दल एंफीबियस रीकॉनेसाँ ऐंड पट्रोल (एआरपी) यूनिट में भर्ती होना अमेरिका के सबसे विशिष्ट सैन्य दल नेवी सील जैसा ही मुश्किल है. देखिए...
1974 में तुर्की की सेना समंदर के किनारे बसे एक खूबसूरत कस्बे में दाखिल हुई. उस सैन्य संघर्ष ने साइप्रस के सुंदर कस्बे को भूतिया टाउन बना दिया. कस्बे में रहने वाले ज्यादातर ग्रीक मूल के लोगों को भागना पड़ा. अब वे 47 साल बाद लौट रहे हैं और अपनी पैतृक संपत्ति पाने के लिए लड़ और भटक रहे हैं.
अफ्रीकी देशों में सैन्य तख्तापलट की घटनाएं बढ़ रही हैं. इसी साल सूडान में दो बार तख्तापलट की कोशिश हुई, एक बार वह विफल हो गया लेकिन दूसरी बार जनरल आब्देल-फतह बुरहान इसमें कामयाब हुए.
जुहाई में हुए चीन के सबसे बड़े एयर शो में भारत के पड़ोसी मुल्क ने अपनी अत्याधुनिक सैन्य और अंतरिक्ष तकनीक का प्रदर्शन किया.
भारी चीजें उटाना हो या सिर के ऊपर वाली दीवार को पेंट करना हो - ऐसे कई काम एक्सोस्केलेटन लगाकर आसानी से किए जा सकते हैं. जो चीजें कभी सैन्य या मेडिकल पेशेवरों के लिए बनाई गई थीं, आज वे रोजमर्रा के कामों का बोझ कम रही हैं.
भारत सरकार म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद भारत भागे नागरिकों को वापस भेजना चाहती है, लेकिन पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम उनके लिए राजनीतिक शरण चाहता है. इससे भारत की मुश्किलें बढ़ गई हैं. आईए जाने क्या हैं मिजोरम और म्यांमार के संबंध.
म्यांमार फिर एक बार सैन्य तख्तापलट की वजह से सुर्खियों में है. 20वीं सदी का इतिहास तो सत्ता की खींचतान और तख्तापलट की घटनाओं से भरा हुआ है, लेकिन 21वीं सदी में भी कई देशों ने ताकत के दम पर रातों रात सत्ता बदलते देखी है.
अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक हजारा समुदाय अब तालिबान और इस्लामिक स्टेट को सबक सिखाना चाहता है. ईरान ने बड़ी संख्या में हजारा नौजवानों को बॉर्डर पार करा कर सैन्य ट्रेनिंग दी है.
भारत ने अपने 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर सैन्य शक्ति के साथ-साथ सांस्कृतिक झलक पेश की. महामारी के दौर में परेड को लेकर कई सख्त नियम बनाए गए थे. परेड में सेना की ताकत के साथ अलग-अलग राज्यों की झांकी देखने को मिली.
चीन के सरकारी अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' के सर्वे से पता चला है कि चीनी लोगों को भारत की सैन्य या आर्थिक कार्रवाई से कितना डर लगता है. देखिए चीन के दस बड़े शहरों के लगभग 2,000 लोगों की सोच के आधार पर क्या सामने आया.
साल 2019 में दुनिया भर का सैन्य खर्च 1,900 अरब डॉलर रहा. कुल मिला कर पूरी दुनिया के देशों ने अपनी अपनी सैन्य जरूरतों पर खर्च करने में 2019 में जितनी वृद्धि की, वो पिछले एक दशक में सबसे बड़ी बढ़ोतरी थी.
तथाकथित इस्लामिक स्टेट के लिए अमेरिकी सैन्य कार्रवाई में उसके मुखिया अबु बक्र अल बगदादी की मौत एक बड़ा झटका है. लेकिन अब भी कई देशों में यह गुट एक बड़ा खतरा बना हुआ है. एक नजर इन्हीं देशों पर.
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने सेना के एक घायल कुत्ते की ट्वीट की जिसने इस्लामिक स्टेट के मुखिया अबु बक्र अल बगदादी को खत्म करने के मिशन में हिस्सा लिया था. इससे पहले भी कई कुत्तों ने सुर्खियां बंटोरी हैं.
सुरक्षा दुनिया के लिये अब भी एक बड़ा मसला बना हुआ है. इसके लिये न सिर्फ हथियार और तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है बल्कि ऐसे भी कई देश हैं जहां नागरिकों के लिये सैन्य प्रशिक्षण अनिवार्य है. एक नजर कुछ ऐसे ही देशों पर.
पूरी दुनिया में चीन का रुतबा बढ़ रहा है. वह आर्थिक और सैन्य तौर पर महाशक्ति बनने की तरफ अग्रसर है. लेकिन कई अंदरूनी संकट उसे लगातार परेशान करते रहे हैं.