dw.com बीटा पेज पर जाएं. कार्य प्रगति पर है. आपकी राय हमारी मदद कर सकती है.
हम आपके लिए अपने कंटेंट को बेहतर बनाने के लिए कूकीज का इस्तेमाल करते हैं. अधिक जानकारी डाटा सुरक्षा पेज पर उपलब्ध है.
पूरी दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां क्वियर लोगों के अनुकूल नीतियां लागू हैं. पेश है यात्रा करने के लिए 2021 के स्पार्टेकस गे ट्रेवल सूचकांक पर आधारित ऐसे 10 सबसे अच्छे ठिकाने.
कोविड महामारी का जोर कम होते ही दुनिया में मौत की सजाओं की संख्या बढ़ गई है. पिछले साल 579 लोगों को मौत की सजा दी गई, जिनमें सबसे ज्यादा मरने वाले ईरान के थे.
भारत में 99% ड्राइवर पुरुष हैं. 22 साल की पी जान्सी कुछ चुनिंदा महिलाओं में से हैं जो टैक्सी चलाती हैं. वे सिर्फ महिला सवारियों को ही बिठाती हैं. उनका सपना है कि अपनी बहनों को कॉलेज में पढ़ा सकें, बड़ी बहन की शादी करा सकें और घर खरीदने में मदद कर सकें.
जलने, कटने या अन्य किसी वजह से अपने शरीर पर निशान लेकर जीने वाली ब्राजील की महिलाओं के लिए एक अनूठा प्रयास शुरू हुआ है. यह उन्हें निशानों के साथ जीने में ही राहत दिलाने की कोशिश है.
अपने शरीर से जुड़े निर्णय लेना दुनिया की आधी आबादी से लिए आज भी आसान नहीं. हाल में एक ट्यूनीशियाई गायिका ने अपने अंडाणु फ्रीज करवाने के फैसला लिया तो तीखी बहस छिड़ गई. जानिए अंडाणु फ्रीज कराने के नियम कैसे हैं.
कोविड महामारी के बीच भारत में घरेलू हिंसा की शिकायत करने वाली महिलाओं की संख्या में महत्वपूर्ण इजाफा हुआ है. 2020 के मुकाबले 26 फीसदी अधिक महिलाओं ने शिकायत की.
तुर्की में होने वाले ऊंटों का मेला देखने हजारों लोग आते हैं. ऊंटों की कुश्ती के लिए मशहूर इस मेले को लेकर पशु अधिकार कार्यकर्ता खुश नहीं हैं.
लैंगिक समानता की एक सदी पहले तक कल्पना भी नहीं की जा सकती लेकिन दुनिया भर में अनगिनत महिलाओं और पुरुषों ने इसके लिए संघर्ष किया और आज यह मूलभूत अधिकार बन गई है. हालांकि अब भी बहुत सी जगहों पर यह असमानता कायम है. कोरोना की महामारी में यह और ज्यादा उभर कर सामने आई है. आज के एपिसोड में उन महिलाओं की चर्चा करेंगे जो इसके लिए लड़ाई लड़ रही हैं.
खेल कभी भी सिर्फ खेल नहीं होते और कारोलिन बाख यह मझती हैं. उन्होंने जर्मनी में ईको फ्रेंडली प्लेइंग कार्ड्स बनाए हैं जिनका मकसद समाज की बेहतरी के लिए विविधता को दिखाना और समानता को बढ़ावा देना है.
हर थोड़े दिनों में यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी समान नागरिक संहिता को लेकर राजनीतिक गलियारों में बहस शुरू हो जाती है. जानिए कि यह समान नागरिक संहिता है क्या और इसके लागू होने से क्या बदलाव आएंगे.
आज जब अफगानिस्तान का जिक्र होता है तो बम धमाके, मौतें, तालिबान और पर्दे में रहने वाली औरतों की छवी सामने उभर कर आती है. लेकिन अफगानिस्तान 60 दशक पहले ऐसा नहीं था.
खास बातचीत: सलोनी गौड़, सिर्फ 21 साल की हैं लेकिन मिमिक्री और कॉमेडी के क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता आसमान छू रही है. आज OTT प्लेटफार्म पर उनका अपना शो है.
दुनिया में महिलाओं की बराबरी को लेकर जब भी बात उठती है तो घर से बाहर के काम में उनकी हिस्सेदारी को इसका एक पैमाना बताया जाता है. दुनिया में वो कौन से देश हैं जहां कामकाजी लोगों की जमात में ज्यादा महिलाएं शामिल हैं.
पितृसत्तात्मक माने जाने वाले एशियाई समाज में कुछ ऐसी भी जगहें और समुदाय हैं, जहां महिलाओं के पास पुरुषों जैसे ही अधिकार हैं. महिलाओं के आवाज बुलंद है और फैसलों में भी इनकी समान भागदारी है.
योगिता शाह ने औरंगाबाद के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज से नासा तक लम्बा और चुनौतियों भरा सफर तय किया है. आज वह उस टीम का हिस्सा हैं जिसने मंगल ग्रह तक सफलतापूर्वक एक रोवर पहुंचाया. उनके पिता चाहते थे एक बेटा हो जो बड़ा होकर इंजीनियर बने. लेकिन बेटा नहीं हुआ तो क्या, उनकी बेटी योगिता ने पिता का यह सपना पूरा किया. उनकी पूरी कहानी सुनिए आकांक्षा सक्सेना के साथ इस खास मुलाकात में.
मिस्र में अरब वसंत की क्रांति के 10 साल बाद क्रांति के अगुआ और प्रदर्शनों का चेहरा रहे ज्यादातर लोगों का या तो भ्रम टूट चुका है या फिर वो जेल में हैं.
क्या आपके मन में भी ये सवाल उठता है कि आखिर इंसान और चिंपैंजी कितने मिलते जुलते हैं? आइए आनुवंशिकी यानि जेनेटिक्स के आधार पर जानते हैं कि हम असल में चिंपैंजियों से कितने अलग होते हैं?
शिवसेना पहले समान विचारधारा वाली भाजपा के साथ थी. अब महाराष्ट्र में एकदम विपरीत विचारधारा वाली कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन और शिवसेना के बीच सरकार को लेकर बात चल रही है. जानिए कब-कब विपरीत विचारधारा वाले दलों ने किया गठबंधन.
भारत और चीन की प्रतिद्वंद्विता अंतरराष्ट्रीय मंचों पर समय समय पर दिखती है. लेकिन दोनों विकासशील देशों में कई समानताएं हैं और वो संसाधनों से लेकर समस्याओं तक में हैं. आइए देखें भारत और चीन किन किन मामलों में एक जैसे हैं.
यूरोपीय संसद के चुनावों के चलते पूरे ईयू में "यूरोपीय मूल्यों" पर चर्चा चलती रही. लेकिन यूरोपीय मूल्य आखिर हैं क्या? लोकतंत्र, समान अधिकार, मानव गरिमा का ख्याल. क्या इन मुद्दों पर सभी यूरोपीय लोग एकमत होते हैं?