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हेनली ग्लोबल सिटिजंस रिपोर्ट कहती है कि भारत उन टॉप 10 देशों में शामिल है जहां के सबसे ज्यादा अमीर लोग 2022 में देश छोड़ विदेशों में बसने की तैयारी कर रहे हैं.
जर्मनी रीसाइक्लिंग के वर्ल्ड लीडरों में गिना जाता है. लेकिन यहां से रोमानिया और पूर्वी यूरोप के कई देशों में ढेर सारा कचरा एक्सपोर्ट होता है. इस गैरकानूनी कचरे में कैंसर पैदा करने वाली चीजें भी हैं. कुछ कंपनियां गलत जानकारी देकर गैरकानूनी खतरनाक कचरा विदेश भेज रही हैं.
छोटी सी यूक्रेनी सेना, रूस को इतनी कड़ी टक्कर कैसे दे रही है? इसका जवाब है, यूक्रेन को मिले कुछ खास विदेशी हथियार. एक नजर इन हथियारों पर.
यूक्रेन पर रूसी हमले के दौरान अब तक युद्ध को कवर कर रहे छह पत्रकारों और मीडियाकर्मियों की मौत हो गई है. मारे गए कुछ पत्रकार यूक्रेनी और कुछ विदेशी हैं.
बात 1907 की है. भारत की आजादी से चालीस साल पहले की. उस जमाने में जब अपने ही देश में भारत का झंडा फहराना मुश्किल था, एक बहादुर पारसी महिला ने विदेश में पहली बार भारत का झंडा फहराया था. आज की कहानी मैडम भीकाजी कामा की, जिन्होंने जर्मनी के श्टुटगार्ट शहर में आ कर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मलेन में हिस्सा लिया और ना केवल अंग्रेजों, बल्कि पूरी दुनिया के आगे भारत का झंडा फहराने की हिम्मत दिखाई.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के हमले के बाद ही विदेशी लड़ाकों से यूक्रेनी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ने की सार्वजनिक अपील की थी. अब कई लड़ाके और वॉलिंटियर यूक्रेन पहुंच रहे हैं.
चीन के बीजिंग में शीत ओलंपिक के दौरान विदेशी मेहमानों से पैसा कमाने में एक छोटी सी डिवाइस स्थानीय व्यापारियों की खूब मदद कर रही है. देखिए यह कमाल का ट्रांसलेटर...
भारत और पाकिस्तान के बीच सियासी मुद्दों पर ही नहीं, बल्कि बासमती चावल को लेकर भी रस्साकशी हो रही है. पाकिस्तानी किसानों का कहना है कि उनके चावल को भारत के नाम से विदेशों में बेचा जा रहा है. ऐसा सिर्फ भारत और पाकिस्तान के बीच नहीं हो रहा है. यूरोप में भी ऐसी मिसालें देखने को मिलती हैं.
अनालेना बेयरबॉक जर्मनी की नई सरकार के प्रमुख चेहरों में से एक हैं. वह देश की पहली महिला विदेश मंत्री हैं. चीन और रूस को लेकर उनका रवैया सख्त दिख रहा है. जानिए और क्या-क्या उनके एजेंडे पर है.
समुद्र के बढ़ते जलस्तर की वजह से दुनिया के कई छोटे देशों में पर डूबने का संकट मंडरा रहा है. इसी बात की तरफ दुनिया का ध्यान खींचने के लिए द्वीपीय देश तुवालु के विदेश मंत्री ने समंदर में खड़े होकर संदेश दिया. उनका यह संदेश ग्लासगो में चल रहे जलवायु सम्मेलन के लिए है.
अमेरिका ने सबसे ज्यादा समय तक किसी विदेशी धरती पर युद्ध लड़ा है तो वह है अफगानिस्तान. अमेरिका 9/11 के आतंकी हमले के बाद अफगानिस्तान पर धावा बोला था. तस्वीरों में देखिए अमेरिका के सबसे लंबे युद्ध.
अगस्त के मध्य में तालिबान के नियंत्रण में आने के बाद से हजारों लोगों को अफगानिस्तान से निकाला गया है. लेकिन कई हजार लोग पीछे ही छूट जाएंगे. वे देश में रहेंगे और तालिबान के बदले के जोखिम से घिरे रहेंगे.
अफगानिस्तान में जंग तेज होने और विदेशी सैनिकों की वापसी का एक असर पाकिस्तान के कुछ बाजारों पर भी दिख रहा है. पाकिस्तान अफगानिस्तान की सीमा पर बने ये बाजार तस्करी के सामान से चलते हैं लेकिन अब यहां ये सामान नहीं पहुंच रहा है.
क्या कोई देश किसी दूसरे देश के नागरिकों को अपनी सेना में भर्ती कर सकता है? जर्मनी इस बारे में विचार कर रहा है, लेकिन वास्तव में अमेरिका और रूस समेत कई देश सेना में विदेशी लोगों को भर्ती करते हैं.
मध्य प्रदेश के रामपाल पाटीदार ने भी बहुत से युवाओं की तरह अपने सपनों की उड़ान के लिए विदेश का रुख किया. लेकिन एक बार वह घर आए तो कोरोना महामारी शुरू हो गई. और फिर उन्होंने विदेश जाने की बजाय अपने खेतों में ही अपना बेहतर भविष्य तलाश लिया.
जर्मनी मांसाहारियों का देश है लेकिन इस दिनों यहां सब्जियों की लोकप्रियता बढ़ रही है. सब्जियां आम तौर पर मुख्य भोजन मांस के साथ खायी जाती हैं. कुछ लोकप्रिय सब्जियां जो विदेशों में आम नहीं है.
कई अंतर्राष्ट्रीय जाने-माने लोगों ने भारतीय किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन का समर्थन किया है. समर्थन में किए जा रहे ट्वीट्स की कड़ी अब बढ़ती जा रही है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने इन्हें गैरजिम्मेदाराना बताया है.
जो बाइडेन तीसरे अमेरिकी राष्ट्रपति हैं जिनके लिए चीन एक बड़ी चुनौती है. नए अमेरिकी विदेश मंत्री ने चीन को अमेरिका के लिए खतरा बताया है.
सूर्य अर्थात भगवान भास्कर की आराधना का महापर्व है छठ. यह बिहार, झारखंड और नेपाल के बड़े इलाकों में धूमधाम और उत्साह से मनाया जाता है. प्रवासियों के विदेशों में फैलने से छठ अब पूरी दुनिया का जाना माना त्योहार बन गया है.
भारत से हर साल लाखों छात्र उच्च शिक्षा हासिल करने विदेश जाते हैं. यूनेस्को के 2018 के सर्वे के मुताबिक दुनिया भर 50 लाख छात्र उच्च शिक्षा के लिए विदेश गए थे. डाड के मुताबिक भारतीयों में जर्मनी लोकप्रिय देश बन रहा है.