dw.com बीटा पेज पर जाएं. कार्य प्रगति पर है. आपकी राय हमारी मदद कर सकती है.
हम आपके लिए अपने कंटेंट को बेहतर बनाने के लिए कूकीज का इस्तेमाल करते हैं. अधिक जानकारी डाटा सुरक्षा पेज पर उपलब्ध है.
रिश्वतखोरी पर नजर रखने वाली संस्था ट्रेस (TRACE) के मुताबिक 2020 के मुकाबले भारत की रैंकिंग और खराब हो गई है. देखिए, 2021 की रैंकिंग...
जर्मनी कामयाब औद्योगिक देश है. इसकी वजह है उद्योगपतियों और मैनेजरों की कड़ी मेहनत. हालांकि सफलता और मुनाफे के लिए वे सिर्फ मेहनत ही नहीं करते, रिश्वतखोरी, धांधली और धोखाधड़ी का भी सहारा लेते हैं.
संयुक्त राष्ट्र की हैप्पीनेस रिपोर्ट में भारत को 155 देशों के बीच 122वां स्थान दिया गया है. इसी सिलसिले में हमने अपने पाठकों से पूछा कि उन्हें भारत में कौन सी बात सबसे ज्यादा परेशान करती है. हमें ये जवाब मिले.
म्यूनिख हाई कोर्ट ने जर्मनी खुफिया सेवा के एक एजेंट को अमेरिका के लिए जासूसी करने के अपराध में 8 साल कैद की सजा सुनाई है. मार्कुस आर को देश के साथ विश्वासघात, गोपनीयता के हनन और रिश्वतखोरी का दोषी पाया गया.
बाल्कान में शरणार्थियों की जरूरतें स्थानीय लोगों को पैसे बनाने का भी जरिया दे रही हैं. जरूरतमंदों के साथ लूटपाट और रिश्वतखोरी के मामले भी जोर पकड़ रहे हैं.