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समाचार एजेंसी रॉयटर्स के हाथ ये चित्र लगे हैं जो म्यांमार की इन्सीन जेल में बनाए गए थे. ये चित्र जेल की हालत का अद्भुत बयान हैं.
म्यांमार में तख्तापलट की वर्षगांठ पर लोगों ने सेना के आदेशों को चुनौती देते हुए देशव्यापी हड़ताल की. संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि पिछले एक साल में सेना ने "हत्याएं की, यातनाएं दीं और लोगों का अपहरण भी किया."
सीरिया के उत्तरपश्चिम में करोड़ों लोगों को मदद की जरूरत है, लेकिन बागियों के नियंत्रण वाले इदलिब प्रांत में मदद पहुंचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र दिए गए अधिकार की समय सीमा अब समाप्त होने वाली है.
आज आउशवित्स-बिर्केनाउ यातना शिविर से लोगों की आजादी की 76वीं वर्षगांठ है. 25 साल पहले इसे होलोकॉस्ट स्मृति दिवस के रूप में मनाना शुरू किया गया. कोरोना वायरस की महामारी के चलते इस बार स्मृति दिवस ऑनलाइन मन रहा है.
बांग्लादेश की सरकार हजारों रोहिंग्या शरणार्थियों को ऐसे एक द्वीप पर बसा रही है जहां तूफान और बाढ़ आने का बहुत खतरा है. इससे दुनिया के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर में दहशत का माहौल है.
उन्होंने आईएस आतंकवादियों की अकथनीय यातना बर्दाश्त की. उनके मर्दों की हत्या की गई, बच्चों के साथ बलात्कार किया गया और बचपन में ही शादी करने के लिए मजबूर किया गया. इराक के यजीदियों को छह साल बाद भी न्याय नहीं मिला है.
दिल्ली में प्रवासी मजदूरों और बेघर लोगों को रखने के लिए सरकार ने कई सेंटर बनाए हैं. कुछ जगहों पर साफ सफाई और अच्छी सुविधा है तो कहीं खाने पीने और दूसरी चीजों की कमी. हालांकि इन्हें रखने के लिए बनाए गए शिविर चाहे जैसे हों यहां रहने वाले अपने गांव और परिवार में जाने के लिए बेचैन हैं.
दिल्ली में पिछले महीने हुए दंगों के बाद उत्तर-पूर्वी इलाका अब पटरी पर लौट आया है लेकिन जो लोग कैंपों में रह रहे हैं उन्हें मजबूरी के साथ अपना वक्त काटना पड़ रहा है.
चीन में इस्लामी चरमपंथ और अलगाववाद से निपटने के लिए मुसलमानों को इस्लाम के रास्ते से हटाकर चीनी नीति और तौर तरीकों का पाठ पढ़ाया जा रहा है. जानिए क्या होता है ऐसे शिविरों में.
रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों से आम तौर दर्द भरी कहानियां ही मिलती हैं. लेकिन दुख और तकलीफों के बीच खुशी के पल भी आते हैं. ऐसा ही मौका था सद्दाम हुसैन और शौफीका बेगम की शादी.
यातना, बलात्कार, भुखमरी, यूरोप पहुंचने का सपना देखने वाले अफ्रीकी लोग, लीबिया में ऐसी बर्बरता का सामना करते हैं. उन्हें ऐसा लगता है जैसे वे नर्क में आ गए हों.
चीन ने सरकार विरोधियों का मुकदमा लड़ने वाले वकील जियांग तियानयोंग को दो साल की कैद की सजा सुनाई है. चीन का मानवाधिकारों का रिकॉर्ड बहुत खराब रहा है.
अगस्त के आखिरी दिनों में म्यांमार के रखाइन प्रांत में हुई हिंसा के बाद लगभग 4 लाख रोहिंग्या भागकर बांग्लादेश पहुंचे हैं. लेकिन अब वहां भारी बारिश हो रही है और राहत शिविर कीचड़ भरे इलाकों में तब्दील होने लगे हैं.
दुनिया का सबसे बड़ा शरणार्थी शिविर अफ्रीकी देश केन्या में है जिसमें लगभग दो लाख साठ हजार लोग रहते हैं. लेकिन शरणार्थियों के इस बसेरे पर खतरा मंडरा रहा है.
सीरियाई गृहयुद्ध के चलते अपने घरों से भागने को मजबूर हुए कई लोगों का जीवन त्रासदी का पर्याय बन गया है. छोटे-छोटे बच्चों को भी इस सब से गुजरना पड़ा है. इस स्केचबुक में एक सीरियाई बच्ची ने इन्हीं अनुभवों को उकेरा है.
नाजी यातना शिविरों में रखे गए चित्रकार किसी तरह अपने खौफनाक अनुभवों को उकेरेने कामयाब हुए थे. इनमें से कई चित्र तबाह कर दिए गए, कई कलाकार मारे गए. जो चित्र बचाए जा सके इन दिनों बर्लिन में उनकी एक प्रदर्शनी चल रही है.
होलोकॉस्ट के वक्त जीना एक सतत संघर्ष था. कितने ही लोग यातना शिविरों में सताए गए और कितने ही इसके डर से छिप कर जीवन जीने को मजबूर थे. अंडरग्राउंड जीवन बिताते हुए कुछ लोगों ने उन बुरी यादों को कला के रूप में उकेरा.
दुनिया के अलग अलग हिस्सों में हर पल लोग कई तरह की प्रताड़ना के शिकार हैं. कहीं अपराध का शिकार हुए लोग हैं तो कहीं कानून का पालन करवाने वालों से ही जनता है परेशान.
कई सालों तक ऐन फ्रैंक का परिवार नीदरलैंड्स में छिपता रहा. लेकिन आखिरकार नाजियों ने उनका पता लगाकर 4 अगस्त 1944 में आउश्वित्स के यातना शिविर भेज दिया. ऐन ने अपनी छिपने की जगह में अपनी डायरी लिखी जो दुनिया भर में मशहूर है.
इसे घर तो नहीं, ठिकाना कहा जा सकता है. सीरिया से दूर जॉर्डन में अजराक शिविर बसाया गया है, अम्मान से 100 किलोमीटर दूर, जहां सवा लाख सीरियाई रहेंगे.