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पाकिस्तान में कोई भी प्रधानमंत्री आज तक अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है. एक नजर 1947 से अब तक पाकिस्तान में प्रधानमंत्री बनने वालों और उनके कार्यकाल पर.
चुनाव में कई बड़े नेताओं को हार मिली है. इनमें पांच बार पंजाब के सीएम रहे प्रकाश सिंह बादल और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शामिल हैं. देखिए इस बार के चुनाव में हार का मुंह देखे वाले कुछ बड़े नाम.
रंजीत सिंह डिस्ले जब पहली बार स्कूल पहुंचे तो वहां गाय, भैंसें बंधी थीं. छात्र संख्या सिर्फ चार थी और पढ़ाई का कोई माहौल नहीं था. कुछ सालों बाद इसी स्कूल से किताबों में क्यूआर कोड प्रिंट करने की शुरुआत हुई. गांव और शिक्षा को बदलने वाले डिस्ले को 2020 में ग्लोबल टीचर प्राइज से नवाजा गया. चलिए, उसी स्कूल में डिस्ले और उनके छात्रों से मिलने.
चेतना सिन्हा ने मुंबई में अपनी नौकरी छोड़ गांव में जाकर, 1997 में पहला महिला ग्रामीण बैंक खोला. आज इन्ही महिलाओं के लिए गांवों में बिजनेस स्कूल भी खोले हैं जिससे कई महिलाएं स्वावलम्बी बनी हैं. चेतना सिन्हा को उनके प्रयासों के लिए नारी शक्ति पुरस्कार मिला जो महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है.
श्याम सिंह चूंडावत पेशे से अध्यापक है. लेकिन बीते 35 साल से वह ऐसा काम भी कर रहे हैं जिसके लिए ना कोई मेहनाताना चाहिए और ना ही श्रेय. लेकिन यह काम आज की तारीख में सबसे जरूरी हो गया है.
मध्य प्रदेश के मंडला जिले की कलेक्टर हर्षिका सिंह कहती हैं कि महिला सशक्तिकरण के लिए एक महिला का दूसरी महिला का हाथ थामकर ऊपर खींचना जरूरी है. टीकमगढ़ में उन्होंने महिलाओं की शिक्षा के लिए ज्ञानालय खोलने की पहल की थी.
पंजाब में रहने वाले सतनाम सिंह पहली बार अपने खेतों और परिवार को छोड़कर जा रहे हैं, ताकि में दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसानों का साथ दे सकें. अमृतसर से दिल्ली तक के सफर में हमारे साथी निमिषा जायसवाल और शारिक अहमद उनके साथ थे. देखिए उनकी खास रिपोर्ट.
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से डिप्रेशन और ड्रग एडिक्शन जैसे शब्दों का काफी इस्तेमाल हो रहा है. लेकिन हर मानसिक रोग डिप्रेशन नहीं होता. जानिए तनाव और डिप्रेशन में क्या फर्क है.
बॉलीवुड के सितारे सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या के मामले की हर तरफ चर्चा हो रही है. लेकिन देश में हर साल लाखों लोगों की मौत आत्महत्या की वजह से होती है. जानिए क्या कहते हैं ताजा आंकड़े.
सिर्फ 34 साल की उम्र में सुशांत सिंह राजपूत के दुनिया छोड़ कर चले जाने से सब स्तब्ध हैं. सब जानना चाहते है कि हमेशा मुस्कारते रहने वाले सुशांत सिंह ने आखिर क्यों अपनी जान ली?
मध्य प्रदेश के किसान चमन सिंह जाट के लिए लॉकडाउन नई संभावनाएं लेकर आया. उनकी गन्ने की फसल खेतों में बर्बाद हो रही थी. फिर एक आइडिया ने उनके लाखों रुपये का नुकसान बचा लिया. क्या था ये आइडिया, देखिए.
जर्मनी में पढ़ रहे भारतीय छात्र यशवंत की नौकरी कोरोना संकट ने छीन ली. वह भारत में अपने परिवार से पैसा मंगा नहीं सकते क्योंकि उनकी स्थिति अच्छी नहीं है. अब यशवंत क्या करें. उनके जैसे हालात जर्मनी में हजारों विदेशी छात्रों के हैं.
क्रिकेटरों का राजनीति में आना नई बात नहीं है. लेकिन क्रिकेट के अलावा खेलों से भी राजनीति में कई खिलाड़ी हैं.
प्रोफेसर सुषमा यादव हरिणाया के भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय की कुलपति हैं और हाल में जर्मनी की राजधानी बर्लिन आईं. भारत में आने वाले आम चुनावों में महिलाओं के क्या मुद्दे हैं, इसी पर हमने उनसे बात की.
ट्रैफिक पुलिस वाले तो आपने बहुत देखे होंगे लेकिन इंदौर के रंजीत सिंह की बात ही निराली है. वह किंग माइकल जैक्सन की तरह डांस करते हुए ट्रैफिक को संभालते हैं.
भारत के पूर्व राजदूत गुरजीत सिंह का कहना है कि जर्मनी में सीडीयू पार्टी का फिर से सबसे बड़ी पार्टी बनना भारत के लिए अच्छा है.
'कैप्टन कूल' महेन्द्र सिंह धोनी ने सीमित ओवरों के क्रिकेट फॉर्मेट के कप्तान की जिम्मेदारी छोड़ने की घोषणा की है. देखिए भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान माने जाने वाले 35 साल के धोनी के करियर की कुछ उपलब्धियां.
भारत की नीरू सिंह इंडोनेशिया के वादा फाउंडेशन के साथ भारत सरकार के एक प्रोजेक्ट के साथ जुड़ी. अब वे वादा फाउंडेशन की अंतरराष्ट्रीय पहचान बना रही हैं और महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को बढ़ावा दे रही हैं.
सुनिए, जर्मनी में भारत के नए राजदूत गुरजीत सिंह से डॉयचे वेले की खास बातचीत के मुख्य अंश.
हनोवर मेले में पहुंचे राजस्थान के उद्योग मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर का कहना है कि भारत ने निवेश के लिहाज से एक नई दिशा ले ली है. उनका कहना है कि मेक इन इंडिया से परिवर्तन का समय आ गया है.