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मशीनें, रोबोट और तकनीक की पूरी दुनिया में रोज तरक्की होती है. रोबोटों में और ज्यादा कृत्रिम बुद्धि डालते डालते कहीं इंसान उसे अपने से भी होशियार ना बना दे. आइए जानते हैं कि सोचने और भावनाओं का इजहार करने वाले रोबोट बनाने का सपना कब सच होने जा रहा है?
आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस की रिसर्च में सबसे बड़ी चुनौती है एक समझदार कंप्यूटर बनाना. कुछ लोग आगाह करते हैं कि यह तकनीक हमारे वजूद को खतरे में डाल सकती है. अगर मशीन हमसे भी ज्यादा स्मार्ट बन बैठे, तब क्या होगा? टेक्टोपिया के इस एपिसोड में हम बात करेंगे एआई की दुनिया की और उन सवालों की, जो मानवता के सामने मुंह बाए खड़े हैं.
मंथन में इस बार जानिए पीठ के जिद्दी दर्द से छुटकारे के लिए बनाई गई छोटी सी मशीन के बारे में. इसके अलावा नॉर्वे में पानी के भीतर उगाए जा रहे सुपरफूड पर होगी बात. साथ ही देखिए, किस तरह का खाना खाने से हमारे शरीर में खुशी देने वाले हॉर्मोन निकलते हैं. देखिए पूरा एपिसोड.
फिजियोथेरेपी कराने, खूब ट्रेनिंग करने और हाई डोज वाली ढेर सारी दवाइयां लेने के बाद भी अगर पीठ का दर्द खत्म न हो, तो हो सकता है कि इन सारी चीजों का आपकी पीठ की मांसपेशियों पर असर ही न पड़ रहा हो. ऐसे में कोई पीठ दर्द से निजात कैसे पाए? एक मशीनी तरीका है. देखिए, इस वीडियो में.
यह बर्गर एक रोबोट ने बनाया है. कंपनी का दावा है कि यह पहली बार है जब किसी रोबोट ने ग्राहक की पंसद का बर्गर पकाया. इस्राएल की कंपनियां मशीन से खाना बनाने में काफी आगे निकल चुकी हैं. देखिए...
जर्मनी में एक ऑर्गेनिक किसान क्रिस्टोफ ब्रिगेल के पास लगभग सौ गाय हैं. लेकिन वह अपने माता-पिता के मुकाबले कम काम करना चाहते हैं. रोबोट और कंप्यूटर चिप पर आधारित मशीनें उनके काम को आसान बना रही हैं.
आज कल बहुत लोगों के घर में ब्लड प्रेशर की मशीन होती है. इसमें दो रीडिंग आती हैं. नॉर्मल होता है 120/80. लेकिन ये 120 और 80 है क्या?
दुनिया भर में कचरे को या तो जमीन में गाड़ दिया जाता है या फिर जला दिया जाता है. मशीनों में डाल कर कूड़ा जलाने से ऊर्जा भी पैदा होती है. तो क्या यही सबसे अच्छा तरीका है? आइए इसे समझते हैं.
पेरिस के एक रेस्तरा में रोबोट पिज्जा बनाता है. यहां की पिज्जा रेसिपी थियेरी ग्राफानीनो ने तैयार किया है जो तीन बार के वर्ल्ड पिज्जा चैंपियन हैं.
चुनावों के दौरान अकसर ईवीएम के खराब होने या फिर हैक किए जाने जैसी खबरें भी शुरू हो जाती हैं. ईवीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन होती क्या है और कैसे काम करती है, जानिए यहां.
हॉलीवुड की फिल्मों में जबरदस्त एक्शन सीन तो आपने देखे ही होंगे. सरपट भागती कारें और उनमें लगी तमाम तरह की हाई फाई मशीनें. कई कारें असल में ऐसी बनाई जाती है. उन्हें खास वर्कशॉपों में बड़ी मेहनत से तैयार किया जाता है.
स्विस घड़ियां दुनिया भर में अपनी बेहतरीन क्वॉलिटी के लिए जानी जाती हैं. आज भी स्विट्जरलैंड में कारीगर हाथ से घड़ी का एक एक पुर्ज़ा जोड़ते हैं जिसमें कई बार पूरा पूरा साल भी लग जाता है. ऐसी ही परफेक्शन से वहां एक आर्टिस्ट ऐसी मशीन बना रहे हैं जो बिना किसी बिजली के, बिना बैटरी के घंटों काम करती हैं.
जापान की राजधानी टोक्यो के एक पब में एंट्री के लिए अब बॉडी टेम्प्रेचर मशीन और सेनेटाइजेशन बूथ को अनिवार्य कर दिया गया है. पब में जाने वाले हर मेहमान को पहले शरीर का तापमान दर्ज कराना होगा. फिर खुद पर विषाणुरोधी छिड़काव करना होगा. भविष्य में ऐसे इंतजाम दुनिया भर में दिख सकते हैं.
रूस की रोबोटिक्स कंपनियों ने कोरोना महामारी का जबरदस्त फायदा उठाते हुए सड़कों पर घूमने वाली डायग्नोसिस मशीनें बना दी हैं. बहुत मुमकिन है कि ये मशीनें भविष्य में एयरपोर्टों से लेकर छोटे छोटे कस्बों में दिखाई पड़ें.
स्लीप एपनिया या खर्राटे रोकने के बनी एक डिवाइस कोरोना वायरस के मरीजों में भी खासी सफल हो रही है. हैरानी की बात है कि रोगी ज्यादा तेजी से ठीक भी हो रहे हैं. असल में श्वांस नाल में आने वाले ऐसे अवरोधों के चलते ही नींद खुलती है और कुछ लोगों को खर्राटे भी आते हैं. ये मशीन इन्हीं परेशानियों से निजात दिलाती है.
कोरोना वायरस महामारी संकट के समय में इंसानों की मदद के लिए रोबोट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है. कहीं डॉक्टरों की सेना इस महामारी से निपट रही है तो कहीं रोबोट और ड्रोन साथ निभा रहे हैं.
एक बड़ी कंपनी विशाल मशीनों से खुदाई कर सोना निकालती है और गंदगी को नदी में बहा देती है. गरीब उसी गंदगी से सोना छानने की कोशिश में लड़ते मरते हैं.
टाइम ट्रैवल इस पर ना जाने कितनी साइंस फिकशन फिल्में बनी हैं. और ये थीम है भी बहुत दिलचस्प. किसी टाइम मशीन में बैठिए और पहुंच जाइए अपने भविष्य में या फिर अतीत में.लेकिन क्या सच में साइंस की दुनिया में कभी ऐसा मुमकिन होगा?
क्या किसी टाइम मशीन में बैठ कर अतीत या फिर भविष्य में पहुंचना मुमकिन है? जानने के लिए देखना ना भूलें मंथन का 350वां एपिसोड इस शनिवार सुबह ग्यारह बजे सिर्फ डीडी नेशनल पर.
तकनीक, लोगों का व्यवहार बड़ी तेजी से बदलती है. एक दौर में बहुत अहम मानी जाने वाली कई मशीनों की छुट्टी आज मोबाइल फोन ने कर दी है. एक नजर तकनीक की मार झेलने वाली इन चीजों पर.