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भारतीय सेनाओं में भर्ती की नई स्कीम "अग्निपथ" पर जानकारों की राय बंटी हुई है. कई विश्लेषकों ने इसे भारतीय रक्षा ढांचे में जरूरी रिफॉर्म्स की तरफ बड़ा कदम बताया. वहीं कई जानकार सुधार की जरूरत से सहमति जताते हुए यह भी कह रहे हैं कि अग्निपथ के मौजूदा स्वरूप में सुधार किए जाने की जरूरत है. अग्निपथ योजना से जुड़े कुछ अहम सवालों पर जानिए भारतीय सेना के मेजर जनरल (रिटायर्ड) बीएस धनोआ के साथ बातचीत.
भारतीय सेना में भर्ती की नई योजना 'अग्निपथ' के खिलाफ उग्र प्रदर्शनों के बाद सरकार ने योजना में कई बदलाव किए हैं. लेकिन क्या ये बदलाव योजना को सेना में पहले जैसी भर्ती की मांग कर रहे युवाओं को लुभा पाएंगे?
साल 2022 अभी आधा भी नहीं बीता है लेकिन भारतीय संगीत जगत के कुछ चमकते सितारे छीन ले गया है. बीते कुछ महीने उनके परिवारों के साथ साथ करोड़ों संगीतप्रेमियों के लिए भी बहुत दुखदायी रहे हैं.
करोड़ों भारतीय यातायात के लिए ई-रिक्शा पर निर्भर हैं. ई-रिक्शा प्रदूषण फैलाने वाले डीजल या पेट्रोल ऑटोरिक्शा का बेहतर विकल्प है. प्रयागराज में यह महिलाओं के स्वरोजगार का साधन बना है और यह समाज समस्याओं को नए नजरिये से निपटने में मदद कर रहा है. देखिए यह खास रिपोर्ट.
दुबई में रहने वाले भारतीय मूल के जिम्मी गरेवाल के पास 1976 से लेकर अब तक एप्पल द्वारा बेची गईं सारी खास चीजें हैं. वह खुद को एप्पल का सबसे बड़ा फैन बताते हैं. देखिए, उनका संग्रह...
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंचे, तो तमाम भारतीयों ने उनका पारंपरिक रूप से स्वागत किया. पीएम मोदी के साथ वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और विदेशमंत्री एस. जयशंकर भी बर्लिन आए. दोनों सरकारों के बीच बातचीत के बाद जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्त्स और पीएम मोदी ने बयान जारी किए. सुनिए जर्मनी में पीएम मोदी का पूरा बयान.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी यूरोप यात्रा के पहले चरण में जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंचे हैं. जहां ब्रांडेनबुर्ग गेट पर भारतीय समुदाय ने उनका इस तरह स्वागत किया. प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान कारोबार के साथ ही यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा होने की उम्मीद है.
दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में तालाब हुआ करते थे. इन वेटलैंड में प्राकृतिक वर्षा जल का संग्रह होता था और भूजल भंडार को फिर से भरने में मदद मिलती थी. लेकिन ये वेटलैंड धीरे-धीरे कचरा फेंकने की जगहों में बदल गए या इन पर ऊंची इमारतें बन गईं. अब एक भारतीय इंजीनियर इन तालाबों को बहाल करने की कोशिश कर रहा है.
बिटकॉइन, इथीरियम, डॉजकॉइन और ऐसी ही कोई चार हजार किस्म की डिजिटल करेंसी इस समय चलन में है. इन सब वर्चुअल करेंसी को क्रिप्टोकरेंसी कहते हैं. रूपये या यूरो जैसी आम करेंसी को कोई ना कोई संस्था कंट्रोल करती है. जैसे भारत में भारतीय रिजर्व बैंक, जो नोट छापती है और उसका हिसाब-किताब रखती है. वहीं क्रिप्टोकरेंसी को कोई संस्था कंट्रोल नहीं करती. आइए समझते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है.
परोपकार की सलाह देना बहुत आसान है, लेकिन उसे करना आसान नहीं. पोलैंड में कई भारतीय यूक्रेन से जान बचाकर भागे लोगों की बढ़ चढ़कर मदद कर रहे हैं. पोलैंड और यूक्रेन बॉर्डर से डीडब्ल्यू हिंदी की ग्राउंड रिपोर्ट.
चार साल की मेहनत और करीब 40 लाख रुपये तो लगे, लेकिन इससे जो तैयार हुआ, उसने सुपारी उगाने वाले किसान गणपति भट की सारी उम्मीदें पूरी कर दीं. इस स्कूटर के जरिए वे पांच सेकंड में 65 फीट ऊंचे पेड़ के शिखर पर पहुंच जाते हैं
भारत के एक किसान ने ट्री-स्कूटर बनाया है. और अब वह इसे बेच भी रहा है. मैंगलुरु के इस किसान का यह कारनामा देखिए, तस्वीरों में पूरी कहानी के साथ.
'राइटिंग विद फायर' एक भारतीय डॉक्यूमेंट्री है जो इस साल के अकादमी पुरस्कार या ऑस्कर्स के लिए नामांकित हुई है. इस डाक्यूमेंट्री में 'खबर लहरिया' की निडर पत्रकारों की कहानी बताई गई है जो भारत का एकमात्र ग्रामीण महिला अखबार है. देखिए यह खास बातचीत रिंटू थॉमस और सुष्मित घोष से जो इस फिल्म के डायरेक्टर्स हैं.
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाना भारतीय गणराज्य के जन्म का जश्न है. लेकिन आजादी हासिल करने के बाद गणराज्य स्थापित करने तक का भारत का सफर काफी लंबा था और उसमें कई ऐतिहासिक पड़ाव आए.
भारतीय चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में चुनावों की तिथि का ऐलान कर दिया है. जानिए कैसे होंगे उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में चुनाव. पांचों राज्यों के नतीजे 10 मार्च को आएंगे.
जलवायु परिवर्तन के चलते मानसून के अनियमित होते जाने से भारत के किसानों बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं. ऐसे में मध्य प्रदेश के एक किसान को जर्मनी में तैयार किए गए वर्षा के पूर्वानुमान मॉडल से मदद मिली. इसकी आश्चर्यजनक सटीकता वाली बारिश की भविष्यवाणी ने उनकी बहुत मदद की.
सीएस संतोष ने पहली बार 2015 में डकार रैली में भाग लिया और सम्मानजनक पोज़ीशन के साथ रेस खत्म की थी. देखते ही देखते भारत के मोटोस्पोर्ट्स सितारों में उनका नाम भी जुड़ गया. लेकिन एक हादसे ने सब कुछ बदल दिया.
भारतीय मूल के लोग दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियों पर ऊंचे पदों पर काबिज हैं. भारत में पढ़ाई के बाद वे दिग्गज आईटी कंपनियों की कमान संभाल रहे हैं. जानिए वे कितनी सैलरी पाते हैं.
हाल ही में खबर आई कि भारतीय उद्योगपति गौतम अडाणी भारत में सबसे धनी हो गए. शेयर कीमतों के चलते एक दिन के लिए ऐसा हुआ था. फोर्ब्स पत्रिका के मुताबिक 2021 में भारत के सबसे अमीर व्यक्ति हैंः
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के डेटा से पता चलता है घरेलू हिंसा के बारे में महिलाओं की क्या सोच है और वे इसे कितना जायज मानती हैं.