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फ्रांस के तट के पास अटलांटिक सागर में पर्यावरणविदों ने मरी हुई एक लाख मछिलयां देखी हैं, जिनके लिए मछली पकड़ने वाला एक विशाल पोत जिम्मेदार हैं. फ्रांस ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
मछली पकड़ने में आती तेजी, प्रदूषण और गर्म होते सागरों के चलते समुद्री जीवन पर बुरा असर पड़ रहा है. यूरोप के एक देश अल्बानिया में वैज्ञानिक पूरे भूमध्यसागर में शैवालों को बचाने के लिए एक बड़ा प्रोग्राम चला रहे हैं.
हर साल बड़ी संख्या में हिंदू श्रद्धालु गंगा सागर पहुंचते हैं और वहां सिक्कों की भेंट चढ़ाते हैं. एक नजर चुंबक से इन सिक्कों को खींचकर गुजर बसर करने वाले लोगों पर.
रूस के सुदूर पूर्व इलाके पृथ्वी की सबसे ठंडी जगहों में गिने जाते हैं. पिछले दिनों वहां एक कार्गो शिप पहुंचा जिसमें आई कारें बर्फ में जमी हुई थीं.
एक नदी जिसकी शुरुआत भागीरथी नाम से होती है. फिर वह गंगा कहलाती है और कई नदियों को साथ मिलाते हुए आखिर में पद्मा, हुगली और मेघना में बदल जाती है. चलिए गंगा नदी के साथ इस यात्रा पर.
ऑस्ट्रेलिया के क्रिसमस आइलैंड पर हर साल लाखों केकड़े प्रजनन करने जंगल से सागर की तरफ जाते हैं. ऐसे में हर जगह बस केकड़े की केकड़े दिखाई देते हैं.
मारमरा सागर के आसपास बनी काई की एक लसलसी विशाल परत फिलहाल गायब हो गई है लेकिन अब यह समुद्र तल के जीवन को नष्ट कर रही है.
उत्तर सागर से लेकर आल्प्स पहाड़ियों तक की 3,442 किलोमीटर की दूरी जर्मन फिल्म निर्माता एनो जाइफ्रीड ने पैदल तय की है. एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म के लिए उन्होंने अपनी मातृभूमि जर्मनी की यात्रा 165 दिनों में पूरी की.
मेक्सिको में सदियों से चली आ रही सागर में मोती उगाने की तकनीक से जुड़े लोग आज के युग में उसे कैसे और क्यों बचा रहे हैं, देखिए.
ब्रिटिश कलाकार जेसन डीकेरस टेलर को अंडर वॉटर इंस्टॉलेशन के लिए जाना जाता है. फ्रांस में कान के पास समुद्र तट से कुछ दूर पानी के नीचे उन्होंने अपना नया नवेला शिल्प पेश किया है. उनकी कला में पर्यावरण को बचाने का शक्तिशाली संदेश निहित दिखता है.
समुद्र में इंसान के खाने लायक सीवीड की हजारों किस्में हैं. इनमें से एक सीवीड का स्वाद ट्रफल जैसा होता है और दुनिया भर के शेफ इसे एक खास डिश के तौर पर पेश करना पसंद करते हैं. लेकिन इसके कारण एक समस्या पैदा हो गई है.
हर साल आठ मिलियन टन प्लास्टिक महासागरों में समा जाता है. समस्या के बारे में बढ़ती जागरूकता ने रिसाइकिल्ड ओशन प्लास्टिक से बनी चीजों की मांग को बढ़ावा तो दिया है, लेकिन क्या वाकई यह एक साफ विकल्प होता है? या बड़े बड़े नामों वाले ब्रांड ग्रीनवाशिंग कर रहे हैं?
दुनिया भर में जितनी ऑक्सीजन है, उसका करीब पचास फीसदी हिस्सा सागरों से ही आता है. साथ ही ये कार्बन डाइऑक्साइड भी सोखते हैं और हमें भोजन भी मुहैया कराते हैं. ईको इंडिया के इस एपिसोड में देखिए सागर और उसके कुछ जीवों की अहमियत के बारे में.
हिंद महासागर के पानी में एक दिलचस्प तमाशा कई बार होता है. सागर की गहराई में मीलों लंबी कतार बना कर सार्डिन मछलियां सफर पर निकलती हैं और उन्हें अपना आहार बनाने के लिए सागर से लेकर आसमान तक के शिकारियों में होड़ मच जाती है.
एक ही नाव पर सवार 394 लोगों को बीच समुद्र में डूबने से कैसे बचाया गया, देखिए ये दिल दहलाने वाली तस्वीरें.
जर्मनी के तटों के पास दोनों विश्व युद्धों के समय का 16 लाख टन गोलाबारूद बाल्टिक सागर में पड़ा हुआ है. इनमें से कुछ गोलाबारूद कभी नहीं फटा, जबकि काफी गोला बारूद युद्ध खत्म होने के बाद समंदर में फेंक दिया गया था.
ब्रिटेन में कॉर्नवाल का इलाका मछुआरों के छोटे छोटे गांव, खुरदुरे चट्टानों और नीले समंदर की याद दिलाता है. यही सारी चीजें कलाकार किर्स्टी एलसन को भी यहां आकर्षित करती हैं. बीच पर सागर की लहरों के साथ जो कुछ बह कर आता है वो उसे जमा कर लेती हैं और उनसे तटों के दृश्य रचती हैं. कॉटेज, लाइटहाउस ये सब उनके घर में एक छोटा सा समुद्री नजारा पैदा करते हैं.
विश्व महासागर दिवस 2021 एक अवसर है पृथ्वी के महासागरों को बचाने का और यह सुनिश्चित करने का कि धरती की नाजुक व्यवस्था का स्वास्थ्य बना रहे. जानिए कैसे यह लक्ष्य 2030 तक हासिल किया जा सकता है.
जलवायु परिवर्तन के कारण सागरों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इससे मुंबई जैसे उन शहरों पर खास तौर से खतरा मंडरा रहा है जो समुद्र तट के किनारे बसे हैं. क्या हम इस खतरे से निपट सकते हैं. आज के ईको इंडिया में चर्चा इसी मुद्दे पर.
रूस के साथ जब भी पश्चिमी देशों का विवाद बढ़ता है तो नॉर्ड स्ट्रीम 2 गैस पाइपलाइन सबके निशाने पर आ जाती है. इसके जरिए बाल्टिक सागर से होते हुए रूसी गैस सीधे जर्मनी आएगी. लेकिन अमेरिका समेत कई देश इस पाइपलाइन के खिलाफ है.