dw.com बीटा पेज पर जाएं. कार्य प्रगति पर है. आपकी राय हमारी मदद कर सकती है.
हम आपके लिए अपने कंटेंट को बेहतर बनाने के लिए कूकीज का इस्तेमाल करते हैं. अधिक जानकारी डाटा सुरक्षा पेज पर उपलब्ध है.
ज्यादातर टूथपेस्ट दांत चमकाने का दावा करते हैं. लेकिन यह दावा पूरी तरह सच नहीं है, ऐसे टूथपेस्ट खासतौर पर दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं.
दांतों को सुबह शाम ब्रश करना सिर्फ सांस की बदबू को रोकने के लिए ही जरूरी नहीं है, बल्कि अगर आप ठीक से अपने दांतों को ब्रश करते हैं, तो आप कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से भी बच सकते हैं.
दांत चमकाने के कोई दिन में चार बार ब्रश करता है तो किसी ने दांतों की फिक्र ही छोड़ दी है. पाकिस्तान के पहाड़ी खैबर जिले में तोर शेखान जनजाति के लोग रहते हैं. एक गंभीर और महंगी बीमारी के चलते वहां सबके दांत काले पीले होते हैं.
ज्यादातर डेंटिस्ट सलाह देते हैं कि दिन में दो बार ब्रश करना चाहिए- सुबह और शाम. कई लोग ऐसा करते हैं और कई लोग तो बहुत देर तक दांतों को रगड़ रगड़ कर भी साफ करते हैं. लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो ऐसा करने से कभी कभी लेने के देने पड़ सकते हैं.
इलाज के पारंपरिक तरीकों को मेनस्ट्रीम में लाने की कोशिशों से ले कर देखिए कैसे डेंटिस्ट के डर को जहन से हटाया जा सकता है. साथ ही जानिए कि किस तरह की लकड़ी से बनते हैं म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट, साइंस के खास शो मंथन के इस अंक में.
बीमारी छोटी हो या बड़ी डॉक्टर के पास जाने से लोग हमेशा कतराते हैं. किसी को इंजेक्शन से डर लगता है, तो किसी को डेंटिस्ट के पास जाने से.
पाकिस्तान के शहर रावलपिंडी में सड़कों के किनारे डेंटिस्ट बैठते हैं. जी हां, "रोडसाइड डेंटिस्ट" कहलाने वाले ये डेंटिस्ट दांत निकालने, दांत चमकाने तक की सारी सेवाएं कुछ सौ रुपये में दे देते हैं और लोग भी मजे से इनकी सेवाएं लेते हैं.
अक्सर डेंटिस्ट के पास ऐसे मामले पहुंचते है जिसमें बच्चे का दांत आधा टूटा हुआ होता है. क्यों होता है ऐसा?
भारत में सड़क किनारे बस्ता लिए बैठे इलाज करने वालों का चलन आम है. हालांकि शहरों में हाइजीन पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है, लेकिन इलाज महंगे होते हैं. इसलिए फिलहाल भारत में इन डेंटिस्टों पर निर्भर करने वालों की कमी नहीं.