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खनिज संपदा से भरपूर दक्षिण अफ्रीका की खदानों में काम करने वाले छोटे और मझौले खनिक हीरे और सोने की खुदाई कौड़ियों के भाव कर रहे हैं. आपराधिक गिरोहों की आपसी रंगबाजी और कम खनन कई खनिकों को गरीबी में झोंक रहा है. देखिए यह खास रिपोर्ट.
बिहार देश के सबसे गरीब राज्यों में से एक है. यहां 'गोइंग टू स्कूल' नाम का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है, जिसका मकसद छात्रों को स्कूल में रोके रखना है. इस अभियान के तहत छात्रों को अपना कोई टिकाऊ कारोबार शुरू करना भी सिखाया जाता है. इस एपिसोड में नजर डालेंगे सस्टेनेबलिटी से जुड़े कुछ प्रयासों पर.
अफगानिस्तान में अब ऐसे लोगों की संख्या दुनिया में सबसे अधिक है जो खाद्य असुरक्षा की स्थिति में रहने को मजबूर हैं. दो करोड़ 30 लाख से ज्यादा लोगों को तत्काल मदद की जरूरत है. देश की हालत हर रोज खराब हो रही है.
जर्मनी में घरेलू कचरे को अलग-अलग करना एक आम बात है, जिस कारण जर्मनी को रिसाइकिलिंग का वर्ल्ड चैंपियन भी कहा जाता है. लेकिन हैरत की बात ये है कि इस देश के प्लास्टिक कूड़े का एक बड़ा हिस्सा दुनिया के दूसरे छोर पर दिखाई देता है.
बिहार भारत के सबसे गरीब राज्यों से एक है. यहां बेरोजगारी भी एक प्रमुख समस्याओं में से एक है. ऐसे में एक स्कूल प्रोग्राम के जरिए बच्चों को टिकाऊ कारोबार शुरू करने के तरीके सिखाए जा रहे हैं.
जर्मनी में घर के कचरे को अलग-अलग करना एक आम बात है. इसीलिए जर्मनी को रिसाइकिलिंग का वर्ल्ड चैंपियन भी कहा जाता है. लेकिन हैरत है कि इस देश के प्लास्टिक कूड़े का एक बड़ा हिस्सा दुनिया के दूसरे छोर पर भी दिखाई देता है.
कहीं देशों के बीच की सीमा तो कहीं नदियों के पानी को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहे हैं. जानिए ऐसे देशों के बारे में जहां जलवायु परिवर्तन के कारण पानी पर संकट और गहरा गया है और उसे लेकर हो रही हिंसा में जानें जा रही हैं.
सामाजिक कार्यकर्ता येर्नी बोलू इंडोनेशिया के एक सबसे गरीब इलाके में महिलाओं की जिंदगी बेहतर बना रही हैं. वह उनके हाथों में हुनर देकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा कर रही हैं.
भारत की तरह दक्षिण पूर्व एशिया के सभी देशों में आपको शैंपू, कॉफी या डिटर्जेंट के छोटे-छोटे पैकेट दिख जाएंगे. कई गरीब लोग बड़ी बोतलें और पैकेट खरीद नहीं पाते, इसलिए छोटे पैकेज जल्दी बिक जाते हैं.अपने एक बार इस्तेमाल वाले डिजाइन की वजह से इनसे बहुत कूड़ा होता है और यह पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा है.
चिली उन गिनती के देशों में है जहां जल अधिकारों का निजीकरण हो चुका है. इसके चलते कई लोगों के पास पानी की कमी है. वहां पानी का नियंत्रण कुछ उद्योगपतियों और अमीर जमीन मालिकों के पास है, नतीजतन अक्सर गरीबों के पास पानी की कमी रहती है.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन एक नया पालतू कुत्ता व्हाइट हाउस में लाए हैं. इस जर्मन शेपर्ड से पहले भी कई राष्ट्रपतियों ने अपने पालतू कुत्ते, बिल्लियों और कुछ अजीबो गरीब जानवरों को राष्ट्रपति आवास में रखा है.
नीति आयोग की रिपोर्ट कहती है कि भारत की 25.01 प्रतिशत आबादी गरीब है. कुछ राज्य तो ऐसे हैं जहां लगभग आधी आबादी गरीब है. ये हैं सबसे गरीब दस राज्यः
जो जितना ज्यादा अमीर है, उसके पास उतनी ज्यादा सुविधाएं हैं और वह उतना ही ज्यादा प्रदूषण फैला रहा है. इस धरती की सेहत के लिए अमीर लोग कहीं ज्यादा नुकसानदेह साबित हो रहे हैं. दुनिया की आबादी धनाढ्य लोगों की तादाद सिर्फ एक प्रतिशत है, लेकिन वे कुल मिलाकर लगभग 16 प्रतिशत उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार हैं.
2022 की वैश्विक असमानता रिपोर्ट पूरी दुनिया में धन के बंटवारे को समझने की विस्तृत कोशिश है. इस रिपोर्ट से पता चलता है कि दुनिय के अमीर कैसे हैं. जानिए...
गरीब देशों की तरह कई विकसित देशों में भी किसान दोराहे पर खड़े हैं. इटली के सामने चुनौती यह है कि यूरोपीय संघ से मिलने वाली सब्सिडी को बड़ी कृषि कंपनियों में निवेश किया जाए या फिर छोटे स्तर पर होने वाली खेती को सहारा दिया जाए और लोगों की आमदनी को सुनिश्चित किया जाए.
बाढ़ और सूखे जैसी घटनाएं महिलाओं पर ज्यादा असर करती हैं, क्योंकि पुरुषों के मुकाबले उन्हें ज्यादा गरीबी झेलनी पड़ती है. इंडोनेशिया में एक एक्टिविस्ट महिलाओं को ऐसी मदद मुहैया करा रही हैं जिससे उन्हें जलवायु परिवर्तन से लड़ने की ताकत मिल सके.
आपको शायद आमिर खान की मशहूर फिल्म पीके वह डायलॉग होगा: अरे हमरे गोले पे तो कोनो भासा ही नहीं है, माइंड से बतियाते हैं. हो सकता है कि आज से डेढ़ सौ या दो सौ साल बात यह बात सच हो जाए. यानी बात करने के लिए बोलने की जरूरत नही होगी.
गुयाना की गिनती कैरेबियाई इलाके के सबसे गरीब देशों में होती है. लेकिन अब वहां तेल के विशाल भंडार मिले हैं, जो इस देश की किस्मत बदल सकते हैं. गुयाना भी कतर की तरह अमीर हो सकता है. लेकिन कुछ लोगों को डर है कि देश को अमीर बनने के गंभीर नतीजे भुगतने पड़ सकते हैंं.
गरीब देशों में जहां लोग खाने और बुनियादी सुविधाओं के तरसते हैं, वहां पर्यावरण के लिए लड़ना एक बड़ी चुनौती है. सांद्रा इडोसो को यह बात बखूबी पता है. फिर भी वह तमाम मुश्किलों को झेलते हुए अपने देश बेनिन में प्लास्टिक के खिलाफ जंग लड़ रही है.
रेत और बजरी दुनिया में सबसे ज्यादा खोदा जाने वाला कच्चा माल है. सिंगापुर रेत के सबसे बड़े खरीदारों में शामिल है. लेकिन सिंगापुर की चमक ने कई गरीब देशों को बर्बाद किया है. क्या है रेत की अंधी भूख का नतीजा, जानिए इकोफ्रंटलाइंस की इस शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री में.