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गुजरात में अरब सागर के पास बसे गोसाबारा गांव के मछुआरों ने हाईकोर्ट से इच्छामृत्यु की मांग की है. DW संवाददाता नेहल जौहरी ने इनसे बात करके जाना कि आखिर इनका यह हाल कैसे हुआ है.
बाल्टिक सागर का तल किसी टाइम बम से कम नहीं है. पोलैंड की जलसीमा में दूसरे विश्व युद्ध के समय के हजारों जहाजों का मलबा और बहुत से विस्फोटक दफन हैं. इन्हें आज तक नहीं हटाया गया. ये इंसानों और पर्यावरण, दोनों के लिए खतरा हैं.
पानी एक ऐसा संसाधन है, जो खुद ही अपनी भरपाई कर सकता है. आसमान से बरसकर यह सूखे जलाशयों को भर देता है, लेकिन धीरे-धीरे दुनिया के कई इलाकों में पानी किल्लत बढ़ रही है. आज के एपिसोड में हम जानेंगे कि धरती पर जीवन बनाए रखने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं.
तमाम शहरों को पानी देने के अलावा गंगा दुनिया का सबसे आबादी वाला मैदानी इलाका भी बनाती है. गंगा बेसिन को दोबारा जिलाने के लिए एक प्रॉजेक्ट चलाया जा रहा है. देखिए यह खास वीडियो
फ्रांस के तट के पास अटलांटिक सागर में पर्यावरणविदों ने मरी हुई एक लाख मछिलयां देखी हैं, जिनके लिए मछली पकड़ने वाला एक विशाल पोत जिम्मेदार हैं. फ्रांस ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
मछली पकड़ने में आती तेजी, प्रदूषण और गर्म होते सागरों के चलते समुद्री जीवन पर बुरा असर पड़ रहा है. यूरोप के एक देश अल्बानिया में वैज्ञानिक पूरे भूमध्यसागर में शैवालों को बचाने के लिए एक बड़ा प्रोग्राम चला रहे हैं.
गंगा यमुना का मैदान दुनिया के सबसे उपजाऊ इलाकों में एक है. लेकिन खेती में बेहिसाब कीटनाशक इस्तेमाल करने के कारण अब भारत में लोगों और नदियों की सेहत खतरे में है. डीडब्ल्यू के जीवनधारा प्रोजेक्ट के लिए दिल्ली से आशीष गुंसाई की रिपोर्ट.
हर साल बड़ी संख्या में हिंदू श्रद्धालु गंगा सागर पहुंचते हैं और वहां सिक्कों की भेंट चढ़ाते हैं. एक नजर चुंबक से इन सिक्कों को खींचकर गुजर बसर करने वाले लोगों पर.
रूस के सुदूर पूर्व इलाके पृथ्वी की सबसे ठंडी जगहों में गिने जाते हैं. पिछले दिनों वहां एक कार्गो शिप पहुंचा जिसमें आई कारें बर्फ में जमी हुई थीं.
एक नदी जिसकी शुरुआत भागीरथी नाम से होती है. फिर वह गंगा कहलाती है और कई नदियों को साथ मिलाते हुए आखिर में पद्मा, हुगली और मेघना में बदल जाती है. चलिए गंगा नदी के साथ इस यात्रा पर.
ऑस्ट्रेलिया के क्रिसमस आइलैंड पर हर साल लाखों केकड़े प्रजनन करने जंगल से सागर की तरफ जाते हैं. ऐसे में हर जगह बस केकड़े की केकड़े दिखाई देते हैं.
मारमरा सागर के आसपास बनी काई की एक लसलसी विशाल परत फिलहाल गायब हो गई है लेकिन अब यह समुद्र तल के जीवन को नष्ट कर रही है.
उत्तर सागर से लेकर आल्प्स पहाड़ियों तक की 3,442 किलोमीटर की दूरी जर्मन फिल्म निर्माता एनो जाइफ्रीड ने पैदल तय की है. एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म के लिए उन्होंने अपनी मातृभूमि जर्मनी की यात्रा 165 दिनों में पूरी की.
अगरबत्ती का एक पैकेट लीजिए और इस्तेमाल के बाद पैकेट को जमीन पर गाड़ दीजिए. कुछ ही दिन में वहां तुलसी का पौधा निकल आएगा. गंगा को कीटनाशकों से भरे फूलों से आजाद करने के लिए कानपुर के एक युवा ने ये नायाब रास्ता निकाला.
मेक्सिको में सदियों से चली आ रही सागर में मोती उगाने की तकनीक से जुड़े लोग आज के युग में उसे कैसे और क्यों बचा रहे हैं, देखिए.
ब्रिटिश कलाकार जेसन डीकेरस टेलर को अंडर वॉटर इंस्टॉलेशन के लिए जाना जाता है. फ्रांस में कान के पास समुद्र तट से कुछ दूर पानी के नीचे उन्होंने अपना नया नवेला शिल्प पेश किया है. उनकी कला में पर्यावरण को बचाने का शक्तिशाली संदेश निहित दिखता है.
समुद्र में इंसान के खाने लायक सीवीड की हजारों किस्में हैं. इनमें से एक सीवीड का स्वाद ट्रफल जैसा होता है और दुनिया भर के शेफ इसे एक खास डिश के तौर पर पेश करना पसंद करते हैं. लेकिन इसके कारण एक समस्या पैदा हो गई है.
हर साल आठ मिलियन टन प्लास्टिक महासागरों में समा जाता है. समस्या के बारे में बढ़ती जागरूकता ने रिसाइकिल्ड ओशन प्लास्टिक से बनी चीजों की मांग को बढ़ावा तो दिया है, लेकिन क्या वाकई यह एक साफ विकल्प होता है? या बड़े बड़े नामों वाले ब्रांड ग्रीनवाशिंग कर रहे हैं?
हिमालय से निकलने वाली ब्रह्मपुत्र नदी पृथ्वी पर सबसे बड़ी घाटी काटते हुए आगे बढ़ती है. गंगा, तीस्ता और मेघना के साथ मिलकर ये दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा बनाती है. लेकिन क्या चीन, भारत और बांग्लादेश की प्यास इस बलशाली नदी को विवाद को केंद्र बना देगी? देखिए डीडब्ल्यू इकोफ्रंटलाइंस की शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री.
दुनिया भर में जितनी ऑक्सीजन है, उसका करीब पचास फीसदी हिस्सा सागरों से ही आता है. साथ ही ये कार्बन डाइऑक्साइड भी सोखते हैं और हमें भोजन भी मुहैया कराते हैं. ईको इंडिया के इस एपिसोड में देखिए सागर और उसके कुछ जीवों की अहमियत के बारे में.