dw.com बीटा पेज पर जाएं. कार्य प्रगति पर है. आपकी राय हमारी मदद कर सकती है.
हम आपके लिए अपने कंटेंट को बेहतर बनाने के लिए कूकीज का इस्तेमाल करते हैं. अधिक जानकारी डाटा सुरक्षा पेज पर उपलब्ध है.
अमेरिका में कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या दस लाख के पार हो गई है. महामारी के दौरान हजारों बच्चों ने अपने माता-पिता या किसी एक को खो दिया है. ऐसे बच्चे अब अचानक से अकेले पड़ गए हैं.
जर्मनी में लॉन्ग कोविड के मरीजों के इलाज के लिए बिलकुल नई तरह की रिसर्च चल रही है. लॉन्ग कोविड उन लक्षणों को कहा जाता है जो कोरोना से ठीक होने के बाद भी लोगों में दिखाई देते हैं. रिसर्चरों ने पता लगाया है कि कोविड 19 के संक्रमण के कारण शरीर में खास तरह के ऑटो एंटीबॉडी बनते हैं जो कि खून के साथ पूरे शरीर में दौड़ने लगते हैं. इसका असर मरीजों की आंखों में साफ दिखता है.
कोरोना वायरस को लेकर कुछ वैज्ञानिक ऐसे उत्पाद बनाने पर भी शोध कर रहे हैं, जिनकी मदद से लोगों को संक्रमण हो ही न. फिनलैंड की एक यूनिवर्सिटी में इसी मकसद से नाक से लिया जाने वाला स्प्रे बनाने पर काम हो रहा है. देखिए यह किस तरह मददगार हो सकता है.
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंचे, तो तमाम भारतीयों ने उनका पारंपरिक रूप से स्वागत किया. पीएम मोदी के साथ वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और विदेशमंत्री एस. जयशंकर भी बर्लिन आए. दोनों सरकारों के बीच बातचीत के बाद जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्त्स और पीएम मोदी ने बयान जारी किए. सुनिए जर्मनी में पीएम मोदी का पूरा बयान.
दक्षिण अमेरिकी अलपाका दिखने में एक साधारण सा जानवर है, लेकिन वैज्ञानिक मानते हैं कि ये कोरोना से लड़ने में मददगार हो सकता है. एक अजनबी बौद्ध के तोहफे में दिए चार अलपाका जानवर केवल कोरोना ही नहीं, बल्कि दूसरे वायरसों से बचाव का फॉर्म्युला बता सकते हैं.
वैज्ञानिकों को जब इंसानी शरीर के बारे में कुछ जानना होता है, कोई शोध करना होता है या कोई वैक्सीन बनानी होती है, तो वे DNA की शरण में जाते हैं. पर DNA के बाद एक और चीज आई mRNA... अभी कोविड वैक्सीन बनाने के पीछे यही साइंस था... आइए, जानते हैं यह कैसे काम करता है.
यूनेस्को ने भारत में हुई स्कूलबंदी को बच्चों के लिए सबसे नुकसानदेह स्कूलबंदियों में शामिल किया है. बच्चों की पढ़ाई को इससे एक स्थायी नुकसान हो सकता है. लेकिन जानकारों के पास इस नुकसान को कम करने के लिए कुछ सुझाव भी हैं.
यूक्रेन और रूस मैदान-ए-जंग के साथ-साथ साइबर स्पेस में भी लड़ रहे हैं. यहां भी लड़ाई कम खतरनाक नहीं है. जानिए कैसी लड़ी जाती है साइबर जंग.
चीन में शंघाई और शेनचेन समेत कुल 11 शहरों और नेशनल काउंटीज में लॉकडाउन लगाया गया है. कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों में बेड खाली कराए जा रहे हैं.
थाईलैंड में हाथी हमेशा से बहुत लोकप्रिय रहे हैं. कोरोना महामारी के चलते करीब दो साल से सभी तरह के आयोजन बंद रहे. हालांकि राष्ट्रीय हाथी दिवस का जश्न इस बार जमकर हुआ. तस्वीरों में देखिए, हाथियों ने उड़ाई कैसी दावत.
दुनिया भर में कोविड-19 के नए वेरिएंट लगातार दुनिया के लिए चिंता बने हुए हैं. इससे लड़ने के लिए टीके के अलावा अब टेबलेट पर काम हो रहा है.
चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस 26 महीने के भीतर दुनिया भर में अब तक 57.4 लाख लोगों की जान ले चुका है. एक नजर उन 10 देशों पर जहां महामारी ने सबसे ज्यादा जिंदगियां खत्म कीं.
टोक्यो के एक होटल का कोविड-सुरक्षित होकर खाना खाने का यह तरीका लोगों को खूब लुभा रहा है. देखिए, क्या है ‘लैंटर्न डाइनिंग एक्सपीरियंस’
कोरोना महामारी के दौर में सामाजिक दूरी और संक्रमण से बचने के अन्य उपाय बहुत जरूरी है. लेकिन इसी बीच प्रयागराज में चल रहे माघ मेले में एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने संगम में डुबकी लगाई.
2021 में आई वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट का मानना था कि लोग अब कोरोना वायरस महामारी से पहले की तुलना में अधिक दुखी नहीं हैं. लेकिन ये हुआ कैसे. क्या लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के इस दौर में भी खुश रहना संभव है.
कोरोना महामारी के बीच दफ्तर में बिना मास्क कैसे सेफ रहें? जर्मन वैज्ञानिक कोरोना वायरस के खिलाफ एक अदृश्य दीवार बनाने पर काम कर रहे हैं. जानिए, ये कैसे काम करेगी.
जर्मनी में बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगाने के लिए वैज्ञानिक मिशन पर जाने वाला विमान तैनात किया गया है. पहले टीका फिर विमान का टूर
कोविड-19 वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच विश्व के कई देशों में टीकाकरण को बढ़ावा देने के अलावा टीका ना लगवाने वालों पर कई तरह से कार्रवाई हो रही है.
स्कीइंग के लिए सबसे बेहतरीन रिजॉर्ट कहां और कौन से हैं. आइए आपको कुछ सुंदर पहाड़ों पर ले चलते हैं जहां स्की करने का अनुभव अद्भुत होता है. कोरोना के दौर में कहां कैसी शर्तें हैं, ये भी जानिए.
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक शो 2022 में ऐसे उत्पाद पेश किए गए जो जिंदगी को आसान बनाने में मदद करेंगे और हमारा आने वाला भविष्य कैसे होगा यह भी संकेत दे रहे हैं. एक नजर इन तकनीकों पर.