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इस्तांबुल के इतिहास को आज से जोड़ती है, ऐतिहासिक T2 ट्राम. इस्तिकाल चाद्देसी बुलेवार्ड पर इसकी लाइन दो किलोमीटर लंबी भी नहीं है और इसमें सिर्फ पांच स्टॉप हैं. लेकिन इसके रास्ते में आपको तुर्की संस्कृति, व्यंजन और बहुत सारी चीजों की झलक मिलेगी.
तुर्की के शहर इस्तांबुल की गितनी दुनिया के सबसे दिलकश शहरों में होती है. भारी बर्फबारी में तो यह पूरी तरह सफेद चादर में लिपट गया. बेशक इससे बहुत परेशानी हो रही है. लेकिन इसने शहर को अलग ही खूबसूरती बख्श दी.
तुर्की के शहर इस्तांबुल में इतनी बर्फ पड़ी कि शहर के डेढ़ करोड़ से ज्यादा बाशिंदों का बुरा हाल है. इस्तांबुल एयरपोर्ट से पर तो सब कुछ थम गया.
एक आइसक्रीम जो बहुत धीरे धीरे पिघलती है और इतनी तख्त कि उसे चबाकर खाया जा सके. जी हां, सदियों पुरानी इस तुर्की शैली में आइसक्रीम बनाने के लिए बकरी के दूध में ऑर्किड की जड़ें मिलाई जाती हैं. इस खास आइसक्रीम को पेश करने का अंदाज भी काफी हट के होता है.
इस्तांबुल के समुद्र में आजकल एक विकट समस्या पैदा हो गई है. एक चिकनी गाद ने हर जगह बहती हुई दिख रही है. जानकार कहते हैं कि बरसों से जलीय ईको सिस्टम को जिस तरह से तहस नहस किया गया है, यह उसी का नतीजा है.
नजली इल्माज तुर्की में अकेली महिला हैं जो गगनचुंबी इमारतों को साफ करती हैं. उन्होंने पुरुषों के दबदबे वाले पेशे में अपनी जगह बनाई है. उन्हें उम्मीद है कि वह भी उनके नक्शे कदम पर चल कर और भी महिलाएं पारंपरिक भूमिका से बाहर निकलेंगी.
तुर्की ने हागिया सोफिया म्यूजियम को मस्जिद में बदल दिया है. सैकड़ों साल पुरानी यह इमारत इससे पहले भी कई बार अपनी पहचान और रंगत बदल चुकी है. यूनेस्को ने जिसे दुनिया की विरासत माना उसे तुर्की ने इस्लाम की विरासत बना दिया है लेकिन यह पहली बार नहीं हुआ है. क्या है हागिया सोफिया की कहानी.
पहले विश्व युद्ध के बाद जितने बड़े बदलाव मध्य पूर्व में हुए उतने शायद कहीं भी नहीं हुए. इसकी बड़ी वजह थी उस्मानी साम्राज्य का बिखरना. क्या हुआ और कैसे हुआ, चलिए जानें.
दुनिया का हर देश किसी ना किसी महाद्वीप का हिस्सा है. लेकिन कुछ ऐसे भी देश हैं जो दो महाद्वीपों में पड़ते हैं. एक नजर ऐसे ही देशों पर जो एशिया और यूरोप में गिने जाते हैं.
यूरोप और तुर्की में जो साझी चीजें हैं उनमें एक है इस्तांबुल. करीब डेढ़ करोड़ लोगों का शहर केवल भौगोलिक रूप से ही यूरोप का हिस्सा नहीं है. एक नजर विषमताओं से भरे इस शहर पर.
तुर्की में बाल मजदूरी गैरकानूनी हैं. लेकिन वहां हजारों सीरियाई शरणार्थी बच्चे हैं जो स्कूल जाने की बजाय काम करने को मजबूर हैं. चलिए ऐसी ही एक टेलर वर्कशॉप में जहां कई सीरियाई बच्चे काम करते हैं.
तुर्की के इस्तांबुल में आयोजित होने वाले एथनिक स्पोर्ट्स कल्चरल फेस्टिवल का लक्ष्य ऑटोमन साम्राज्य के समय तुर्की के पुरखों में लोकप्रिय रहे खेलों के प्रति आज के लोगों में दिलचस्पी जगाना है.
तुर्क आर्किटेक्ट हाकान अल्दोगान ने इस्तांबुल में एक पांच मंजिली इमारत खरीदी और उसे अपने हिसाब से नया स्वरूप दिया. यह एक ग्रीक हाउस है जिसका मतलब हुआ कि हर मंजिल पर सिर्फ एक कमरा है. देखिए मॉडर्न आर्किटेक्चर और लेटेस्ट तकनीक की मदद से इस पुराने घर का कैसा कायाकल्प हुआ.
सेहत को दुरुस्त करने के लिए कैसा होता है पानी की ताकत का इस्तेमाल. साथ ही बात होगी दो महाद्वीपों को जोड़ने वाले इस्तांबुल शहर की भी. शनिवार सुबह 11 बजे, डीडी नेशनल पर.
2016 में ब्रसेल्स, पेरिस, इस्तांबुल और बर्लिन में हुए हमलों का पर्यटन उद्योग पर खासा असर पड़ा है. ऐसे में, बहुत से लोगों ने घूमने के लिए उन जगहों को चुना जो सुरक्षित मानी जाती है.
हाइया सोफिया यानी तुर्की के शहर इस्तांबुल में विशाल गुंबद और चार मीनारों वाली डेढ़ हजार साल पुरानी इमारत. कभी ये एक चर्च था, फिर इसे मस्जिद बना दिया गया और अब यह एक म्यूजियम है.
तुर्की के सबसे प्रमुख शहर इस्तांबुल में एयरपोर्ट पर हुए आतंकी हमले ने 41 लोगों की जान ले ली. कुछ हृदय विदारक तस्वीरें...
तुर्की के इस्तांबुल में सीरिया से आए इतने शरणार्थी रह रहे हैं जितने सारे यूरोप में. बहुत से शरणार्थियों को यह शहर जेल सा लगता है. वे अपने देश में हो रही हिंसा और यूरोप पहुंचने के सपने के बीच यहां कैद हैं.
रिपब्लिक ऑफ तुर्की, जी हां, 1923 से तुर्की का यही असली नाम है और इसकी राजधानी विश्वप्रसिद्ध इस्तांबुल नहीं, बल्कि अंकारा है. समुद्री किनारों और चहल पहल भरे बाजारों के अलावा समृद्ध इतिहास वाले तुर्की के कुछ मजेदार तथ्य.
आधुनिक तुर्की की नींव रखने वाले मुस्तफा केमाल अतातुर्क ने 1934 में इस्तांबुल की इस मशहूर इमारत को संग्रहालय बना दिया. 1985 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर घोषित किया.