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महात्मा गांधी जहां भी रहे, आम लोगों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी. भारत की आजादी के लिए अहिंसक आंदोलन का नेतृत्व किया. आज उनकी 150वीं जयंती पर जर्मन फोटोग्राफर आन्या बोनहोफ अपनी तस्वीरों के माध्यम से श्रद्धाजलि दी.
महात्मा गांधी वो शख्स थे जिन्होंने 1947 में भारत को 200 साल के अंग्रेजी शासन से मुक्ति दिलवाई. उन्होंने अहिंसा के जरिए असहयोग आंदोलन का नेतृत्व किया. गरीबों और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को उनका अधिकार दिलाया.
70 साल से ज्यादा हो गए जब भरी सभा में नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या की थी. उन्हें तो मार दिया गया, लेकिन क्या गांधी खत्म हो पाए. एक नजर भारतीय स्वाधीनता संग्राम के इस नायक की जिंदगी के 10 अहम पड़ावों पर.
भारत के लिए महात्मा गांधी सिर्फ राष्ट्रपिता ही नहीं एक विचार है जो लहू बन कर उनकी रगों में दौड़ता है. राजनीति तो बस बानगी है, रोजमर्रा के जीवन से लेकर कला की विधाओं तक में उनकी गहरी छाप नजर आती है.
महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी से डीड्ब्ल्यू ने पूछा कि गांधी का वंशज होना क्या एक अलग जिम्मेदारी है?
70 साल पहले आज ही के दिन महात्मा गांधी की हत्या हुई थी. मौत ने उनके विचारों को मरने नहीं दिया और सात दशक बाद भी दुनिया उनकी जरूरत पहले से कहीं ज्यादा महसूस कर रही है. उनकी 70वीं पुण्य तिथि है देखिये उन्हें तस्वीरों में.
दो अक्टूबर 1869 को भारत में एक ऐसी ज्योति ने जन्म लिया, जिसने पूरे विश्व को अहिंसा और प्रेम का संदेश दिया. आईये देखें उन बड़ी हस्तियों को जिन्हें महात्मा गांधी से प्रेरणा मिली.
इंग्लैंड जाकर कानून की पढ़ाई करने वाले मोहनदास करमचंद गांधी के जीवन के वो पड़ाव जिन्होंने उन्हें महात्मा बना दिया.