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भारत-इस्राएल ने किया 2 अरब डॉलर का रक्षा अनुबंध

७ अप्रैल २०१७

भारत ने इस्राएल के साथ 2 अरब डॉलर का हथियारों का करार किया है, जिसे इस्राएल अब तक का सबसे बड़ा रक्षा सौदा बता रहा है. इस सौदे के तहत इस्राएल भारत को मिसाइल रक्षा प्रणाली की आपूर्ति करेगा.

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Israel Raketenabwehr Iron Dome
तस्वीर: picture alliance/AP Photo/D. Balilty

इस अनुबंध के तहत सरकारी कंपनी इस्राएल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज भारत को सतह से हवा में मार करने वाली मध्यम-दूरी की मिसाइल, लॉन्चर और संचार प्रौद्योगिकी की उन्नत रक्षा प्रणाली मुहैया करायेगी. कंपनी की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई है.

कंपनी ने इस मेगा मिसाइल एंग्रीमेंट को इजरायल के रक्षा उद्योग के इतिहास का सबसे बड़ा रक्षा अनुबंध कहा है. इस्राएली कंपनी देश के पहले विमान वाहन पोत के लिये नौसेना रक्षा प्रणाली भी मुहैया करायेगी. इसके तहत सतह से हवा में मार करने वाली लंबी दूरी की एयर मिसाइल को भी शामिल किया गया है. हालांकि देश के रक्षा मंत्रालय की ओर से इस पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.

इस्राएली कंपनी ने बताया कि महंगे आयात को कम करने की भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोशिशों पर अमल करते हुये भारत में भी कुछ उपकरणों को असेंबल किया जायेगा.

मोदी सरकार ने रक्षा सौदों में विदेशी निवेश की सीमा को बढ़ा दिया है और 'मेक इन इंडिया' अभियान के तहत विदेशी और स्थानीय कंपनियों के बीच हो रही साझेदारी को प्रोत्साहित किया जा रहा है.

मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद भारत ने अब तक कई बड़े रक्षा सौदे किये हैं. भारत दुनिया का सबसे बड़ा रक्षा उपकरणों का आयात करने वाला देश है. वहीं इस्राएल दुनिया का सबसे बड़ा हथियार निर्यातक देश है और भारत पिछले सालों से इस्राएल के लिये बड़े बाजार के रूप में उभरा है. जब से भारत ने रूस के साथ हथियार खरीद में दूरी बनाई है, वह इस्राएल के करीब आ गया है.

पिछले साल भारत ने 36 रफाएल ट्विन-इंजन फाइटर जेट के लिये 7.9 अरब यूरो का करार फ्रांस के साथ भी किया था.

एए/आरपी (एएफपी)