बेल्जियम में बुलंद हुए बटन
२ सितम्बर २०१२करियर में आठवीं बार पोल पोजिशन हासिल करने वाले 32 साल के बटन ने शुरुआत से ही दबदबा बनाए रखा और आखिर तक किसी को चुनौती देने का मौका नहीं दिया. ऑस्ट्रेलिया में साल की पहली रेस जीतने के बाद अब यह दूसरी जीत उनके हिस्से आई है. मैक्लारेन की टीम के लिए यह पचासवीं जीत है. 2009 में फॉर्मूला वन के चैम्पियन रहे जेन्सन बटन ने एक घंटे 29 मिनट और 8.530 सेकेंड में बेल्जियम की ट्रैक को नाप दिया. 13.634 सेकेंड के साथ सेबास्टियन फेटल दूसरे नंबर पर रहे. तीसरे नंबर पर रहे लोटस की टीम के रायकोनेन ने 25.334 सेकेंड का वक्त लिया.
जीत के बाद बटन ने कहा, "यह सर्किट ज्यादातर ड्राइवरों के लिए बेहद खास है, जिस तरह से यह आगे बढ़ता है और इसका जो इतिहास है, ऐसे में यहां जीतना तो बहुत खास है."
इस साल की दौड़ में आगे चल रहे स्पेन के ड्राइवर फर्नांडो अलोंसो रेस की शुरुआत में ही टकरा कर किनारे हो गए. वह लोटस टीम के दूसरे ड्राइवर रोमायन ग्रॉसजीन की अंधाधुंध ड्राइविंग के कारण हुई दुर्घटना का शिकार हुए. ग्रॉसजां ने मैक्लारेन के लुईस हैमिल्टन को टक्कर मारी और दोनों की कारें आपस में गुत्थमगुत्था हो गईं. नतीजा यह हुआ कि अलोंसो और साउबर के मेक्सिकन ड्राइवर सर्जियो पेरेज बिना किसी कसूर के इसकी चपेट में आए और रेस गंवा बैठे.
इसका फायदा रेडबुल की टीम को मिला. सेबास्टियन फेटल दूसरे नंबर पर और उनके टीम साथी मार्क वेबर छठे नंबर पर रहे. ग्रॉसजां ने बाद में कहा, "एक अच्छी शुरूआत थी लेकिन उसके बाद बड़ा धमाका. मैंने तस्वीरें नहीं देखी है लेकिन सबसे मुख्य बात है कि हम सब ठीक हैं. मुझे नहीं पता कि क्या मैंने जरूरत से ज्यादा तेज शुरुआत कर दी."
बेल्जियम की ट्रैक पर भारतीय टीम फोर्स इंडिया के निको हुल्केनबर्ग ने भी अच्छी रफ्तार दिखाई और चौथे नंबर पर रहे. करियर की 300वीं रेस में पसंदीदा ट्रैक पर मर्सिडीज की कार चलाते हुए माइकल शूमाखर सातवें नंबर पर रहे. यह वो ट्रैक है जहां वह 1991 में पहली बार फॉर्मूला वन की रेस में शामिल हुए थे.
बेल्जियम की रेस के बाद स्पेन के अलोंसो 164 अंक लेकर सबसे आगे आ गए हैं जबकि दूसरे नंबर पर आ कर मौजूदा चैम्पियन फेटल ने भी अपनी स्थिति मजबूत कर ली है. 140 अंकों के साथ वह इस साल की दौड़ में अब दूसरे नंबर पर हैं. फेटल के टीम साथी मार्क वेबर 132 अंकों के साथ तीसरे नंबर पर हैं.
एनआर/एमजी (एएफपी, रॉयटर्स)