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आपदा

बेलगाम रेल को रोककर यात्रियों ने टाला बड़ा हादसा

२३ दिसम्बर २०१९

जर्मनी के बॉन शहर में एक मेट्रो रेल का ड्राइवर बेहोश हो गया. इसके बाद गाड़ी ना सिग्नल पर रुकी, ना स्टेशनों पर. आखिरकार यात्रियों ने एड़ी चोटी का जोर लगाकर बड़ा हादसा टाला.

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Berlin | U-Bahn haltestelle Kottbusser Tor
तस्वीर: picture-alliance/dpa/C. Soeder

जर्मनी के जिगबुर्ग शहर से रविवार देर रात निकली एक ट्राम (मेट्रो) का सफर उसके 20 यात्रियों के लिए हॉरर फिल्म में तब्दील हो गया. आधी रात करीब 12 बजकर 40 मिनट पर यात्रियों को अनहोनी की आशंका हुई. ट्राम को जिन स्टेशनों पर रुकना था, वह वहां नहीं रुकी. सिग्नलों और स्टेशनों को नजरअंदाज करते हुए गाड़ी लगातार चलती गई.

यात्रियों ने इमरजेंसी ब्रेक भी खींचे, लेकिन ट्राम नहीं रुकी. कैबिन के अंदर लॉक ड्राइवर से संपर्क करने की कोशिश भी की गई लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इस बीच कुछ यात्रियों ने पुलिस को भी सूचना दी.

Bonn Passagiere bringen Straßenbahn Linie 66 zum Stehen
यही दरवाजा तोड़कर कैबिन में पहुंचे यात्रीतस्वीर: picture-alliance/dpa/Polizei Bonn

वक्त बीतने के साथ ट्राम आबादी और सुरंगों वाले इलाके की ओर बढ़ती जा रही थी. तभी कुछ यात्रियों ने पूरा जोर लगाकर ड्राइवर के कैबिन का मोटा कांच तोड़ दिया. भीतर 47 साल का ड्राइवर बेहोश था. पुलिस ने केबिन में पहुंचे यात्रियों को ब्रेक लगाने का विधि बताई. स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक अत्यधिक शक्ति का इस्तेमाल कर ट्राम को रोकने में कामयाबी पाई. किसी यात्री को चोट नहीं आई.

इस हादसे के बाद जर्मनी में ट्रेनों की सुरक्षा को लेकर बहस शुरू हो गई. शहरों में मेट्रो की तरह इस्तेमाल होने वाली ट्रेनों या ट्रामों में एक ही ड्राइवर होता है. उसका कैबिन भी हमेशा भीतर से लॉक रहता है. एक तकनीकी टीम इस बात की भी जांच कर रही है कि ट्राम के इमरजेंसी ब्रेक क्यों नहीं लगे. बॉन म्यूनिसिपलिटी की एक प्रवक्ता के मुताबिक, "इमरजेंसी ब्रेक खुद नहीं लगते हैं बल्कि इसका सिग्नल ड्राइवर के पास जाता है और वह ही ब्रेक लगाने का निर्णय लेता है."

ओएसजे/एनआर (डीपीए)

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