बवेरिया से प्यार की दस वजहें
बवेरिया जर्मनी का सबसे लोकप्रिय पर्यटन लक्ष्य है. हर साल 75 लाख विदेशी जर्मनी के दक्षिण में स्थित प्रांत की सैर के लिए आते हैं. यहां के दर्शनीय स्थल उनकी लिस्ट में सबसे ऊपर होते हैं.
महल नॉयश्वानश्टाइन
ये परीकथाओं वाला महल जर्मनी के दक्षिणी प्रांत का सबसे प्रमुख आकर्षण है. हर साल 14 लाख लोग इसे देखने आते हैं. इसे बनवाने वाले बवेरिया के शर्मीले राजा लुडविष द्वितीय को यह बात पसंद नहीं आती. इसे उन्होंने 1869 में अपना समय राजपाट से दूर शांति में गुजारने के लिए बनवाया था. आज यह पर्यटकों के लिए रुमानियत का दूसरा नाम है.
अक्टूबर फेस्ट
वीजन का भले ही रुमानियत से कोई लेना देना न हो, लेकिन बेफिक्र जिंदगी और मौज मस्ती से जरूर है. दुनिया के सबसे बड़े महोत्सव में हिस्सा लेने हर साल 60 लाख से ज्यादा लोग आते हैं. एक लीटर के जग में बीयर, ड्रिंडल में महिलाएं और मर्द लेदर पैंट में, और उसके साथ तंबुओं में संगीत और नृत्य. यह सिर्फ म्यूनिख में होता है और वह भी साल 1810 से.
रोथेनबुर्ग
बवेरिया के फ्रांकेन इलाके का छोटा सा शहर रोथेनबुर्ग, पूरी तरह मध्ययुगीन लगता है. खासकर एशियाई सैलानियों को शहर की चारदीवारी और रक्षा के लिए बने टॉवर के साथ लकड़ी के बने फाखवैर्क वाले घर बहुत पसंद हैं. दरअसल 30 वर्षीय युद्ध के बाद पैसे की कमी के कारण यह शहर ऐसा रह गया. आज यह जर्मनी के प्रसिद्ध रोमांटिक रूट का ताज है.
राजधानी म्यूनिख
यह शहर जर्मनी के सबसे सुंदर शहरों में एक है. बाहर से आने वाले पर्यटक शहर देखने की शुरुआत मारीन स्क्वायर से करते हैं जहां फ्राउएनकिर्षे गिरजा के अलावा नया टाउन हॉल भी है. इनके अलावा आकर्षण के केंद्र हैं होफब्राउहाउस ब्रुअरी, विला निम्फेनबुर्ग, इंगलिश गार्डन और दुनिया का सबसे बड़ा तकनीक म्यूजियम, जर्मन म्यूजियम.
बायर्न म्यूनिख
म्यूनिख जर्मनी के सबसे कामयाब फुटबॉल क्लब एफसी बायर्न म्यूनिख का शहर भी है. बुंडेसलीगा में बायर्न म्यूनिख के घरेलू मैच अलियांस एरीना में होते हैं. जिसे जल्दबाजी में मैच का टिकट नहीं मिलता लेकिन फिर भी श्वाइनश्टाइगर, रॉबेन या मुलर को महसूस करना चाहता है, उसके लिए स्टेडियम का गाइडेड टूर का विकल्प बचता है.
सूगश्पीत्से
बायर्न सचमुच चोटी का है, क्योंकि यहां जर्मनी का सबसे ऊंचा पहाड़ भी है. बवेरिया के आल्प पहाड़ों की सबसे ऊंची चोटी 2962 मीटर की है. सैलानियों को वहां पहुंचने के लिए बहुत मेहनत करने की जरूरत नहीं होती. जर्मन आल्प की चोटी पर जाने के लिए वहां दो रोपवे और एक कॉग रेल भी उपलब्ध है.
लेक कोएनिग्सजे
इसे बवेरिया प्रदेश में मौजूद 200 से ज्यादा झीलों का राजा माना जाता है. बैर्स्टेसगाडेन आल्प की सीमा तक जाती इस झील का साफ पानी परीलोक का अहसास देता है. इलाके में स्थित तीर्थस्थली सेंट बार्थोलोमा तक सिर्फ इलेक्ट्रिक नाव की मदद से पहुंचा जा सकता है. और वह भी 1909 से ही.
बायरॉएथ ऑपेरा
बायरॉएथ में वाग्नर का महोत्सव ऑपेरा हाउस नहीं बल्कि मार्क काउंटेस विल्हेल्मीने का ऑपेरा हाउस 2012 में यूनेस्को की धरोहरों की सूची में पहुंचने में कामयाब रहा. यह बवेरिया के सात विश्व धरोहरों में सबसे युवा है. 1744 में बना यह ऑपेरा भवन यूरोप में संजोकर रखे गए सबसे सुंदर बरोक थिएटरों में एक है.
क्रिस्टकिंडलमार्क्ट
बवेरिया का दूसरा सबसे बड़ा शहर न्यूरेमबर्ग. कभी भी यात्रा करने के लायक. लेकिन अधिकांश सैलानी यहां दिसंबर में आते हैं क्रिसमस मेला देखने. हर साल 20 लाख लोग दुनिया के सबसे पुराने क्रिसमस मार्केट में शामिल होने आते हैं. ग्लूवाइन और लेबकूखेन तो हर कहीं मिल जाता है लेकिन तोहफा लाने वाले क्रिस्टकिंड के दर्शन यहीं होते हैं.
मेहमानवाजी
बीयर गार्डन का आविष्कार बवेरिया में ही क्यों हुआ, इसकी एक वजह है. पहले बीयर को बड़े पेड़ों की छांव में ठंडा रखा जाता था. फिर वहीं उसे पिलाया भी जाने लगा. आखिरकार हरियाली में पेड़ के नीचे और दोस्तों के साथ बीयर पीने का मजा ही कुछ और होता है. आज बवेरिया में बीयर बेचने वाले 800 से ज्यादा बीयर गार्डन हैं.