पुर्तगाली मंत्री का भाषण पढ़ गए कृष्णा
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बहस के दौरान कृष्णा उठे और बोलने लगे. तीन मिनट तक वह लगातार पुर्तगाल के विदेश मंत्री लुईस एमांडो का भाषण पढ़ते रहे. उन्होंने कहा, ''यहां पुर्तगाली बोलने वाले दो देश पुर्तगाल और ब्राजील एक साथ मौजूद हैं. मुझे इस बात पर बेहद संतोष हैं और इसे प्रकट करने का मौका दिया जाए.''
यह पक्तियां पढ़ने के बाद भी भारतीय विदेश मंत्री को अपनी चूक का एहसास नहीं हुआ. वह लगातार आगे का भाषण पढ़ते रहे. तभी संयुक्त राष्ट्र में भारतीय दूत हरप्रीत सिंह पुरी ने उन्हें संभाला और बताया कि वह गलत भाषण पढ़ रहे हैं. पुरी ने कृष्णा से कहा, ''आप दोबारा अपनी बात कह सकते हैं.''
माना जा रहा है कि पुर्तगाली मंत्री के भाषण में ऐसी कई सामान्य बातें लिखी थीं जिनकी वजह से कृ़ष्णा को अपनी भूल का एहसास नहीं हो सका. इतना ही नहीं पुर्तगाली मंत्री उनसे पहले भाषण दे चुके थे, फिर भी कृष्णा गड़बड़ा गए.
एसएम कृष्णा दो दिन के दौरे पर न्यूयॉर्क गए हैं. उनका मकसद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की बात को सबके सामने रखना है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन