योगिता शाह ने औरंगाबाद के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज से नासा तक लम्बा और चुनौतियों भरा सफर तय किया है. आज वह उस टीम का हिस्सा हैं जिसने मंगल ग्रह तक सफलतापूर्वक एक रोवर पहुंचाया. उनके पिता चाहते थे एक बेटा हो जो बड़ा होकर इंजीनियर बने. लेकिन बेटा नहीं हुआ तो क्या, उनकी बेटी योगिता ने पिता का यह सपना पूरा किया. उनकी पूरी कहानी सुनिए आकांक्षा सक्सेना के साथ इस खास मुलाकात में.
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