ध्वनि की गति से आगे बाउमगार्टनर
१५ अक्टूबर २०१२आसमान से कूदने के करीब दो एक घंटे बाद फेलिक्स बाउमगार्टनर अमेरिका के न्यू मैक्सिको में उतरे. अधिकारियों ने पुष्टि की है कि उन्होंने ध्वनि की गति को पीछे छोड़ दिया.
रोसवेल, न्यू मैक्सिको में अंतरराष्ट्रीय फे़डरेशन ऑफ स्पोर्ट एवियेशन से जुड़े ब्रायन उटले ने कहा कि बाउमगार्टनर नीचे आते समय 1,342 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पर पहुंच गए थे जो कि ध्वनि की गति से 1.24 गुना ज्यादा है. वह दुनिया के पहले ऐसे व्यक्ति बन गए हैं जो बिना विमान के ध्वनि से तेज गति हासिल कर सके.
इस छलांग के लिए अनुभवी पायलट और स्काइ डाइवर बाउमगार्टनर पहले करीब 39 किलोमीटर की ऊंचाई पर एक हीलियम गुब्बारे के साथ गए. इस उड़ान में करीब दो घंटे उन्हें लगे.
हवा के कम दबाव और कम तापमान को सहने के लिए बनाया गया खास स्पेस सूट उन्होंने पहन रखा था. इसके बाद बाउमगार्टनर इस गुब्बारे से नीचे कूद गए. चार मिनट 19 सेकंड के फ्री फॉल के बाद उन्होंने अपना पैराशूट खोला. पूरी कूद में नौ मिनट से थोड़ा ज्यादा समय लगा.
समय से पहले पैराशूट खोलने के कारण वह सबसे लंबे फ्री फॉल का रिकॉर्ड नहीं तोड़ सके. यह रिकॉर्ड अभी भी बाउमगार्टनर के एडवाइजर जो किटिंगर के नाम है. उन्होंने 1960 में 1,02,800 फीट की ऊंचाई से फ्री फॉल (बिना पैराशूट) का रिकॉर्ड बनाया था.
हालांकि 43 साल के ऑस्ट्रियाई ने 50 साल पुराने सबसे ऊंचे पैराशूट जंप का रिकॉर्ड तोड़ा साथ ही गुब्बारे में सबसे ऊंची उड़ान का भी. बाउमगार्टनर ने लैंडिंग के बाद पत्रकारों से कहा, "जितना मैंने सोचा था, यह उससे भी मुश्किल था."
पिछले सप्ताह में कई बार उनकी कूद को रोक देना पड़ा था क्योंकि हवा बहुत तेज थी. लेकिन 14 अक्तूबर वो दिन था जब 1947 में अमेरिकी पायलट चुक यीगर ने विमान से पहली बार ध्वनि की गति से आगे जाने में सफलता पाई और इसी दिन बाउमगार्टनर ने नया कारनामा किया.
ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति हाइन्ज फिशर पहले व्यक्ति थे जिन्होंने बाउमगार्टनर को अपने फेसबुक पेज पर बधाई दी. "मैं फेलिक्स बाउमगार्टनर को उनकी इस शानदार सफलता की बझाई देता हूं. जो उन्होंने बहादुरी के साथ हासिल की है. ऑस्ट्रिया को आपकी सफलता पर नाज है."
जर्मनी के टीवी चैनल से बातचीत में बाउमगार्टनर ने कहा, "मुझे लग रहा है कि मेरे कंधे से 20 टन वजन कम हो गया है. मैंने इसके लिए सात साल तैयारी की थी."
आखिरी पल में हेलमेट की मुश्किल के कारण एक बार और उनका मिशन टूटने वाला था लेकिन ऐसा हुआ नहीं. "एक ऐसा दिन जब आपकी शुरुआत इतनी अच्छी हुई हो लेकिन छोटी सी गलती से मुश्किल हो सकती है. लेकिन मैंने आखिरकार कूदने का फैसला किया. और यह सही फैसला था. कूदने की शुरुआत बढ़िया हुई लेकिन फिर मैं लड़खड़ाने लगा. मुझे लगा कि मैं इस पर नियंत्रण पा लूंगा लेकिन यह और तेज हो गया. मेरी गति तेजी से बढ़ी. कुछ सेकंड मुझे लगा कि मैं बेहोश हो जाऊंगा. लेकिन शुक्र है कि मैं रुक पाया. बहुत मुश्किल था. जितना मैंने सोचा था उससे कहीं ज्यादा मुश्किल."
फेलिक्स बाउमगार्टनर के नाम कई और रिकॉर्ड भी हैं जिसमें कुआलालंपुर के पेट्रोना टॉवर और रियो डी जेनेरो के क्राइस्ट द रिडीमर स्टेच्यू से बेस जंप लगाने का रिकॉर्ड शामिल है.
रविवार देर शाम की कूद के बाद उन्होंने अपनी भावनाओं को जाहिर किया जो गुब्बारे से कूदते समय उन्होंने महसूस की. "जब आप वहां दुनिया के ऊपर खड़े होते हैं तो आप विनम्र हो जाते हैं. आपको सिर्फ लगता है कि बस मैं जीवित वापस आ जाऊं."
एएम/एनआर (एएफपी, रॉयटर्स, डीपीए)