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अभिनंदन की रिहाई पर बड़ा खुलासा

चारु कार्तिकेय
२९ अक्टूबर २०२०

पाकिस्तान में विपक्ष के एक नेता ने दावा किया है कि 2019 में अभिनंदन वर्धमान के पकड़े जाने के बाद भारत के हमले की आशंका से सरकार और सेना डर गई थी. उन्होंने कहा कि इसी डर की वजह से सरकार ने अभिनंदन को रिहा किया.

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Indien Menschen feiern die Auslieferung des von Pakistan festgenommenen Pilots
तस्वीर: AFP/A. Sankar

पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के नेता अयाज सादिक ने पाकिस्तान की संसद में एक बहस के दौरान कहा कि 2019 में पाकिस्तान में पकड़े गए भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को ले कर हुई एक बैठक में सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के "पैर कांप रहे थे" और उनके माथे पर पसीना था. 

सादिक ने बताया कि उस बैठक में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि अभिनंदन को अब रिहा कर देना चाहिए क्योंकि भारत उसी रात नौ बजे पाकिस्तान पर हमला करने वाला है. सादिक ने कहा कि भारत कोई हमला नहीं करने वाला था और पाकिस्तान सरकार ने डर कर भारत सरकार के आगे घुटने तक दिए. 

2019 में फरवरी में जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में एक आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के मारे जाने के बाद भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान की सीमा में घुस कर बालाकोट में कुछ स्थानों पर बम गिराए थे. बालाकोट हमले के अगले दिन पाकिस्तानी वायु सेना भारत की सीमा के अंदर जम्मू और कश्मीर में हवाई हमले कर दिए.

इन हमलों के बाद दोनों वायु सेनाओं के विमानों के बीच लड़ाई हुई जिसमें पाकिस्तान ने भारत का एक मिग-21 विमान गिरा दिया और उसके पायलट अभिनंदन वर्धमान को हिरासत में ले लिया. इससे दोनों देशों के बीच तनाव और गहरा गया और युद्ध की आशंकाएं और बढ़ गईं. लेकिन पाकिस्तान ने दो दिनों के बाद ही अभिनंदन को रिहा कर दिया और भारत के हवाले कर दिया.

अभिनंदन ने बाद में बताया कि उन्हें पाकिस्तान में शारीरिक यातना तो नहीं दी गई लेकिन मानसिक रूप से परेशान जरूर किया गया. पाकिस्तान की संसद में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल एन के नेता का यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार के खिलाफ मिल कर मोर्चा खोल रखा है. पीएमएलएन इन विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई कर रही है और विपक्ष की साझा रैलियों में भारी भीड़ भी देखने को मिल रही है.

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