डॉयचे पोस्ट के प्रमुख का इस्तीफ़ा
१५ फ़रवरी २००८जर्मन सरकार ने देश के प्रमुख मैनेजर के इस्तीफ़ा देने के फ़ैसले का स्वागत किया है. चांसलर अंगेला मैरकेल ने त्सुमविंकेल के क़दम को अपरिहार्य बताया है लेकिन इस मामले में उनके व्यवहार की आलोचना की है. सरकारी प्रवक्ता उलरिष विल्हेल्म का कहना है कि चांसलर की इच्छा थी कि त्सुमविंकेल सार्वजनिक रूप से आरोपों पर बोलें.
पिछले समय में एक ओर लाभ बढ़ाने के लिए कर्मचारियों की छंटनी करने और दूसरी ओर स्वयं अपनी तनख्वाह और भत्ते बढ़ाने के कारण जर्मन मैनेजर विवादों के घेरे में रहे हैं. उद्यमों का नेतृत्व और मैनेजरों की नैतिकता पर नियमित बहस होती रही है.
अब अन्तर्राष्ट्रीय तौर पर सक्रिय डॉयचे पोस्ट के प्रमुख त्सुमविंकेल करचोरी के आरोपों के घेरे में हैं. वित्तमंत्री पेयर श्टाइनब्रुक ने कहा है कि वे इसकी कल्पना नहीं कर सकते कि जिसने करचोरी के अपराध की पुष्टि की हो, वह इतने महत्वपूर्ण पद पर बना रहे.
अभियोक्ता कार्यालय का आरोप है कि त्सुमविंकेल ने लिष्टेंश्टाइन में निवेश कर लगभग दस लाख यूरो की करचोरी की है. वित्त मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा है कि देश के कई समृद्ध लोगों के ख़िलाफ़ करचोरी के सिलसिले में जाँच चल रही है. अधिकारियों को लिष्टेंश्टाइन की एक बैंक से बहुत से दस्तावेज़ मिले हैं. शीघ्र ही और छापे मारे जा सकते हैं.
ये स्पष्ट नहीं है कि जाँच अधिकारियों को लिष्टेंश्टाइन से दस्तावेज़ कैसे मिले. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार इस बात का संदेह गहरा रहा है कि एलजीटी बैंक के एक कर्मचारी ने डाटा चुरा लिया और उसे जर्मन विदेशी खुफ़िया एजेंसी को दिया. बीएनडी ने डाटा की स्वयं जाँच करने के बदले उसे कर अधिकारियों को सौंप दिया.