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कोलोन में स्मारक सेवा का आयोजन

१७ अप्रैल २०१५

फ्रांस की आल्प पहाड़ियों में 24 मार्च को क्रैश हुए जर्मनविंग्स के विमान के साथ ही 150 लोग स्मृति बन गए. हादसे में मारे गए लोगों की याद में जर्मनी के कोलोन शहर में स्मारक सभा का आयोजन हुआ.

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Kölner Dom zum Trauergottestdienst für die Opfer des Germanwings-Absturzes
तस्वीर: picture-alliance/dpa

जर्मनविंग्स हादसे के शिकार हुए लोगों का शोक मनाने के लिए शुक्रवार को जर्मनी के कोलोन शहर में स्थित कैथीड्रल में मेमोरियल सभा आयोजित हुई. किसी तरह के मानसिक रोग से ग्रसित बताए गए विमान के को-पायलट पर विमान को जानबूझ कर क्रैश करने का आरोप है.

24 मार्च को फ्रांस की आल्प पहाड़ियों में क्रैश हुए विमान के साथ ही 150 लोगों की जान चली गई. ठीक करीब महीने भर बाद इस सभा में जर्मनी के तमाम राजनीतिक और धार्मिक नेता हिस्सा ले रहे हैं. इनमें जर्मनी की चांसलर अंगेला मैर्केल और राष्ट्रपति योआखिम गाउक के अलावा स्पेन के गृह मंत्री यॉर्ग फर्नांडिज डियाज और फ्रांसिसी परिवहन मंत्री अलेन विडालिस भी शामिल हैं.

लुफ्थांसा प्रमुख कार्स्टन स्पोहर और जर्मनविंग्स के तीन अधिकारी भी सभा में उपस्थित होंगे. जर्मनविंग्स लुफ्थांसा की ही बजट इकाई है. करीब 1,500 मेहमानों के इस प्रार्थना सेवा में हिस्सा लेने की उम्मीद है, जिनमें से 500 पीड़ितों के परिवार से जुड़े लोग होंगे. इसका सीधा प्रसारण कैथीड्रल के बाहर बड़ी स्क्रीन पर और देश भर के टीवी चैनलों पर हुआ. आम लोगों ने भी कैथीड्रल के बाहर भी फूलों और मोमबत्तियों के साथ मृतकों को श्रद्धांजली दी.

जर्मनविंग्स विमान एयरबस 320 स्पेन के बार्सिलोना से जर्मनी के डुसेलडॉर्फ शहर आ रहा था. मरने वालों में 72 जर्मन और 50 स्पेनी नागरिक थे. मृतकों में स्पेन से छुट्टियां मना कर लौट रहे जर्मनी के हाल्टर्न के स्कूली बच्चे भी थे.

हादसे की शुरुआती जांच के बाद माना जा रहा है कि क्रैश के समय विमान उड़ा रहे को-पायलट आंद्रियास लुबित्स ने इसे जानबूझ कर अंजाम दिया. घटनास्थल से बरामद हुए ब्लैक बॉक्स की जांच से पता चला कि लुबित्स ने कॉकपिट से बाहर गए विमान के कैप्टन को वापस अंदर नहीं आने दिया. लुबित्स के घर से बरामद पुराने मेडिकल रिकॉर्ड्स से उनके अवसाद के शिकार होने और उसके लिए चल रहे इलाज का पता चला. उनका इलाज कर रहे न्यूरोलॉजिस्ट और मनोचिकित्सक लुबित्स को काम की हालत में ना होने की बात बता चुके थे. यहां तक कि क्रैश वाले दिन के लिए भी चिकित्सकों की यही सलाह थी.

विमानन उद्योग में पायलटों की और गहन मेडिकल जांच किए जाने की मांग उठी और साथ ही कई एयरलाइंस ने कॉकपिट में हर समय क्रू के दो सदस्यों की मौजूदगी अनिवार्य कर दी. अमेरिका में कुछ जगहों पर पूरी तरह से पायलट-मुक्त विमान चलाने की मांग फिर से उठी है, जिन्हें ऑटोनोमस जेट विमान कहा जाता है.

विमान हादसे में मारे गए लोगों के लिए पहले ही फ्रांस के दुर्घटनास्थल पर स्मारक सभा आयोजित की जा चुकी है. 13 अप्रैल को जर्मनी, स्पेन और फ्रांस के विदेश मंत्रियों ने बार्सिलोना एयरपोर्ट पर भी मृतकों को श्रद्धांजलि दी.

आरआर/ओएसजे (एएफपी, एपी)