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कंडोम के प्रचार में नवरात्र थीम पर विवाद

२२ सितम्बर २०१७

नवरात्र के बाद गुजरात में गर्भपात के मामलों में वृद्धि एक खुला रहस्य है. इसके बावजूद वहां कंडोम ब्रांड के एक विज्ञापन का विरोध हो रहा है, जिसमे परोक्ष रूप से युवाओं को जागरूक करने की कोशिश की गयी है.

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Indien Bollywood Star Sunny Leone
तस्वीर: Getty Images/AFP

नवरात्र के दौरान डांडिया और गरबा के अलावा सेक्स जैसे शब्द सुनने में भले अजीब लगे पर आज की पीढ़ी को सेक्स से कोई गुरेज नहीं है. नवरात्र के दौरान कंडोम और दूसरे सेक्स उत्पादों में वृद्धि इस ओर ही इशारा करती हैं. ऐसे मौकों पर गुजरात में कंडोम की मांग को देखते हुए कंडोम बेचने वाली कंपनियां विज्ञापन भी करने लगी हैं. ऐसे ही एक विज्ञापन को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है.

विवाद की वजह 

Indien Garba Tanz zu Navratri Fest
तस्वीर: Reuters/A. Dave

नवरात्र के अवसर पर गुजरात के कुछ शहरों में पूर्व पॉर्नस्टार सनी लियोनी के डांडिया विज्ञापन से लोग आहत है. लियोनी मैनफोर्स नाम के एक कंडोम ब्रांड का प्रचार करती हैं. इसी के एक विज्ञापन ने लोगों को आहत कर दिया. गुजरात में नवरात्र के दौरान खेले जाने वाले डांडिया को ध्यान में रख कर बनाए गए विज्ञापन में कहा गया है 'खेलो मगर प्यार से'. कच्छ के युवा किसान  प्रदीप पटेल को लगता है कि यहां "खेलना" द्विअर्थी शब्द के रूप में प्रयुक्त हुआ है. उनके अनुसार डांडिया खेलने की आड़ में कंडोम का प्रचार किया गया है. कुछ संगठनों ने इन होर्डिंग्स को हटाने की मांग सरकार से की है.

कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने उपभोक्ता संरक्षण मामलों के मंत्री रामविलास पासवान को लिखे एक शिकायती पत्र में कहा है कि यह बिक्री को बढ़ाने का गैर जिम्मेदाराना और अपरिपक्व तरीका है, जिसमें हमारी संस्कृति और मूल्यों को दांव पर लगा दिया गया है. कंफेडरेशन ने इस विज्ञापन के निर्माता और सनी लियोनी पर कार्रवाई के साथ ही इस पर तत्काल प्रतिबन्ध की भी मांग की है.

कंडोम की बढ़ती बिक्री

Indien Schauspielerin Sunny Leone
तस्वीर: UNI

गुजरात में पिछले कुछ सालों से नवरात्र के दौरान कंडोम की बिक्री बढ़ जाती है. सेक्स से जुड़े सामानों को ऑनलाइन बेचने वाली कंपनी "दैट्स पर्सनल डॉट कॉम" के विमेश कुमार कहते हैं, "नवरात्र के दौरान कंडोम और लुब्रिकेंट्स की बिक्री में 150 से 200 प्रतिशत की उछाल आ जाती है." पिछले दो साल के आंकड़ों के आधार पर उनका कहना है कि सूरत, अहमदाबाद और वडोदरा से मांग ज्यादा आती है. विमेश के अनुसार, कंडोम के आलावा रोमांस प्रोडक्ट की बिक्री में भी वृद्धि होती है. राजकोट, जामनगर, आणंद, गांधीनगर और वापी जैसे शहरों में भी मांग बढती है लेकिन ज्यादा नहीं.

जागरूकता की जरूरत

नवरात्र के बाद गर्भपात के मामले बढ़ने संबंधी रिपोर्टों पर सवाल खड़ा करते हुए समाजशास्त्री और गुजरात यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर डॉ जे सी पटेल कहते हैं कि इस बारे में कोई प्रमाणिक आंकड़ा नहीं है. फिर भी असुरक्षित गर्भपात को लेकर जागरूकता बढ़ाये जाने की जरूरत से वे इनकार नहीं करते. अतीत में, यूनिसेफ नवरात्र के दौरान एड्स के प्रति जागरूकता और असुरक्षित सेक्स के खिलाफ अभियान चला चुका है.

वैसे, गर्भ नियोजन के साधनों की कमी और अज्ञानता के चलते देश में हर साल लाखों मौत होती हैं. विभिन्न रिपोर्टों का हवाला देते हुए मुंबई के भारतीय जनसंख्या विज्ञान संस्थान में शोधार्थी अम्बरीश राय कहते हैं कि अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाने के लिए प्रतिवर्ष गर्भपात कराने वाली डेढ़ करोड़ महिलाओं में से करीब 20 लाख महिलाओं की मौत हो जाती है. अम्बरीश का मानना है, 'जागरूकता के जरिये ऐसी अधिकांश मौतों को रोका जा सकता है.'