ओबामा को नहीं दिखेगा गायों और धूल वाला भारत
२३ जनवरी २०१५भारत की राजधानी दिल्ली में 26 जनवरी को होने वाली परेड में शामिल हो रहे अमेरिकी राष्ट्रपति के स्वागत में भारत कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. उन्हें प्रभावित करने की कोशिश में सैकड़ों कर्मचारी आसपास की इमारतों, सड़कबंदी के लिए लगाए जाने वाले बोर्ड्स पर पेंट की नई परतें चढ़ा रहे हैं. मगर आगरा में तैयारियां कुछ ज्यादा ही जोर शोर से होती दिख रही है. वैसे तो दुनिया भर की कई जानी मानी शख्सियतों का आवभगत करना आगरा के लिए कोई नई बात नहीं हैं. चाहे ब्रिटेन की दिवंगत राजकुमारी डायना हों या दूसरे तमाम राष्ट्रप्रमुख, सब ताजमहल की सैर करने पहुंचे हैं.
दिल से निकले 'वाह ताज'
करीब 600 सफाईकर्मियों को आगरा में सफाई के काम पर लगाया गया है. 26 जनवरी को भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेने के बाद अगले दिन ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ओबामा दुनिया के अजूबे और प्रेम के सबसे मशहूर मंदिर ताजमहल को देखने आगरा जाएंगे.
सड़कों की सफाई, रंगाई पुताई के अलावा प्रशासन आवारा कुत्तों को पकड़ने और सड़कों से गायों को हटाने का भी काम करवा रहा है. इसके अलावा ताजमहल परिसर के पास के इलाके को पूरी तरह बंद रखने का आदेश जारी हुआ है.
थोड़ा रंग रोगन
भारत के पूर्व मुख्य पुरातत्वविद के के मुहम्मद बताते हैं, "कई जगहों पर थूक के निशान पड़े हुए हैं जिन्हें साफ किए जाने की जरूरत है. सड़कें भी साफसुथरी होनी चाहिए." मुहम्मद ने विश्व के कई प्रमुख नेताओं को उनका गाइड बन सफेद संगरमरमर की बनी इस विश्व धरोहर की सैर करवाई है.
अक्टूबर 2014 में खुद प्रधानमंत्री मोदी ने जिस स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी, उसकी ही एक मिसाल ओबामा को दिखाने का यह एक बहुत अच्छा मौका माना जा रहा है.
देखेगा पूरा विश्व भी
ओबामा के दौरे पर दुनिया भर के मीडिया की नजरें गड़ी होंगी. ताजमहल की सफाई के लिए जिम्मेदार अधिकारी सुरेश चंद बताते हैं कि सड़कों से आवारा कुत्तों को पकड़ कर हटाया जा रहा है, जिनका किसी भी आम भारतीय शहर में घूमते दिखना काफी आम बात है. इसके अलावा केवल दो दिनों के अंदर ही ताज के पास बहने वाली यमुना नदी से दो टन से भी अधिक कचरा निकाला गया है. एक दूसरे अधिकारी ने इस बात पर जोर दिया कि सड़क पर भटकती गायों, भैंसों को भी "जाना ही होगा."
आगरा के वरिष्ठ पुलिस सुपरिटेंडेंट राजेश मोदक ने बताया कि करीब 3,000 पुलिसकर्मियों को सुरक्षा ड्यूटी पर रखा गया है और वे यमुना नदी में भी नावों से पेट्रोलिंग करेंगे. जब तक ओबामा मुगल बादशाह शाहजहां के बनवाए इस विश्व प्रसिद्ध मकबरे पर होंगे, तब तक बाकी सभी पर्यटकों को वहां जाने की अनुमति नहीं होगी.
कर्फ्यू सा माहौल
जाहिर है कि सबको इस तरह की नाकेबंदी पसंद नहीं आ रही और कुछ लोग इन बंदिशों से नाखुशी जता रहे हैं. ताज के पास ही अपनी मिठाई की दुकान चलाने वाले अनिल कुमार सोनकर कहते हैं, "आप बाहर नहीं जा सकते, आप छत पर नहीं जा सकते, अगर बाथरूम बाहर बना है तो आप वहां भी नहीं जा सकते - बिल्कुल कर्फ्यू जैसा हाल है."
साल 2000 में जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ताज देखने पहुंचे थे, तब भी कुछ ऐसा ही हाल था. उनकी सुरक्षा के लिए ताजमहल के आसपास सब कुछ बंद रखा गया था. स्थानीय लोग बताते हैं कि इतने सुनसान माहौल को देख क्लिंटन ने अधिकारियों से पूछा था कि क्या वह किसी भूतिया शहर में हैं. ताजमहल के पास के इलाके में रहने वाले सुनहरी लाल याद करते हैं कि उन्हें और दूसरे कई लोगों को तब सड़क के दोनों ओर एक लाइन में खड़ा किया गया था. जब क्लिंटन वहां से गुजरे थे तो उन्होंने कुछ लोगों से हाथ भी मिलाया था. लाल उम्मीद कर रहे हैं, "अगर ओबामा भी ऐसा कुछ करें तो ये लाजवाब होगा."
आरआर/एमजे(एएफपी)