ओबामा के निर्देश पर राजदूत गए पुलिस स्मारक
१२ मई २०१०भारत में अमेरिका के राजदूत टिमोथी जे रोएमर ने कहा, “अमेरिका ऐतिहासिक रूप से भारत की मदद इस बात के लिए कर रहा है कि उसे डेविड हेडली से संपर्क में लाया जा सके. उच्च स्तर पर इसके प्रयास हो रहे हैं ताकि उस शख्स से संपर्क किया जा सके, जो मुंबई पर 26/11 के हमले का आरोपी है.”
रोएमर ने कहा, “हमने परोक्ष रूप से सूचना मुहैया कराने का काम महीनों पहले शुरू कर दिया था और अब दरवाजे खुले हैं. अब भारत के पास आने वाले हफ्तों में इस बात का मौका है कि वह सीधे तौर पर डेविड कोलमैन हेडली से संपर्क कर सकता है.”
उन्होंने आतंकवाद से निपटने के लिए पाकिस्तान की भूमिका की तारीफ की लेकिन साथ ही कहा कि अभी उसे बहुत कुछ और करना है. राजदूत ने मुंबई में कहा, “अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के बयान से साफ है कि पाकिस्तान ने बहुत कुछ किया है लेकिन बहुत कुछ किया जाना बाकी है.”
भारत को इस बात की चिंता है कि पाकिस्तान अमेरिका से मिलने वाली मदद से आतंकवादियों की सहायता कर सकता है. इस बारे में पूछे जाने पर रोएमर का कहना था कि अमेरिका इस बात को सुनिश्चित करेगा कि ऐसा न हो. उन्होंने भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की प्रस्तावित बातचीत का स्वागत करते हुए कहा कि यह जरूरी है कि दोनों देश आपस में बात करें.
अमेरिकी राजदूत 26/11 के आतंकवादी हमले में मारे गए पुलिसकर्मियों की याद में बनाए गए स्मारक में पहुंचे. उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मुझसे कहा था कि हमें भारत की महान जनता के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए और उन 18 पुलिसवालों को याद करना चाहिए, जिन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी.” रोएमर ने कहा कि भारत अमेरिका का एक बेहद अहम साथी बन गया है.
उन्होंने 9/11 का भी जिक्र किया और कहा कि जब अमेरिका ने इस हमले के मास्टरमाइंड खालिद शेख मोहम्मद से संपर्क करने की कोशिश की थी, तो बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा था.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः महेश झा