एरफ़ुर्ट: एक शहर पुराना
२२ जुलाई २००९
जर्मनी के त्युरिंगिया सूबे की राजधानी है एरफुर्ट. इस इलाके का ये सबसे पुराना शहर भी है. समाजवाद के प्रति कट्टर आस्था और इमारती सामग्रियों में कंक्रीट को सबसे विकसित मानने की भावना ने एरफुर्ट की पारंपरिक को लगभग नष्ट ही कर दिया था. शहर के सिटी सेंटर को गिराकर एक मुक्त पैसेज बनाने की योजना थी लेकिन 1990 में समाजवाद के खात्मे के साथ ये योजना भी अमल में नहीं आ पाई.
बुलडोज़रों की जगह आए वास्तुकार, पेंटर, मिस्त्री, कामगार और रेस्तरां वाले और उन्होंने कैथेड्रल के आसपास पुरानी रिनेसां शैली की इमारतों का पुनरूद्धार कर दिया. दशकों की उपेक्षा के बाद नागरिक अपने पुराने शहर को फिर से प्यार करने लगे हैं.
एरफुर्ट अपनी लाल डाई के लिए मशहूर था. 18 वीं सदी में शहर एक विशेष हॉर्टिकल्चर सेंटर के रूप में प्रतिष्ठित था. आज भी यहां कई अहम बागवानी प्रदर्शनियां लगायी जाती हैं.
एरफुर्ट के नामीगिरामी लोग
एरफुर्ट में आनंद से समय बिताने का तरीका है गेरा नदी के तट पर किसी रेस्तरां में बैठ जाएं, किसी पुरानी पनचक्की के पास, वाइन या बीयर पिएं और स्वर्गिक वातावरण में बहते पानी की कल कल को कान लगाकर सुनें. सैलानियों और विदेशियों का ये शहर दिल खोलकर स्वागत करता है. त्युरिंगिया सूबे का राजनैतिक और सांस्कृतिक केंद्र होने की वजह से एरफुर्ट समय समय पर कई विश्वविख्यात लोगों का बसेरा रहा. गोएथे, शिलर और बाख ने यहां पढ़ाई की. 1392 में स्थापित एरफुर्ट युनिवर्सिटी में कुछ साल मार्टिन लूथर जैसे दिग्गज ने भी बिताए.
एक ख़ास कार और एक ख़ास पुल
पहले पहल आपको लगेगा कि शहर में पैदल घूमना चाहिए. ख़ामोश सड़कें, राहगीरों के लिए पैदल पथों की सुरक्षा. आपके आनंद में कोई खलल नहीं डाल सकता. लेकिन जल्द ही आपके इस स्वप्निल अहसास को तोड़ता एक शोर गूंजता है. एक अजीबोग़रीब छोटा सा वाहन नज़दीक से गुज़र रहा है. ये है ट्रॉली कार. ख़ूबसूरत तो ये है ही, इस पर बैठकर आप शहर की अनोखे अंदाज़ में सैर कर सकते हैं. एक स्टॉप आएगा जहां आपको उतर जाना चाहिए. क्योंकि यहां आपको मिलेगा 1325 में बना “क्रेएमरब्र्युअके.” एक ख़ास पुल. नदी के ऊपर ये मध्ययुगीन पुल मकानों की दो कतारों से बना है और बीचोबीच है सड़क. अपने मकान की खिड़की से लोग मछली पकड़ सकते हैं. इतना हैरतअंगेज़. पानी पर पुल तो ठीक लेकिन पुल पर घर और रिहायश की बात जिसने न सुनी हो वो एरफुर्ट आए.
गेरा नदी के तट पर बसे एरफुर्ट में दो पहाड़ हैं. ऊंची पीटर्सबर्ग पहाड़ी पर रोमानेस्क्यु चर्च को घेरे एक विशाल क़िला है. निचली पहाड़ी डोमबर्ग पर दो चर्च हैं. सेंट मारियन डोम औऱ सेंट त्ज़ेवेरीकिर्शे. इन चर्चो की पृष्ठभूमि में हर साल गर्मियों में संगीत के मेले लगते हैं.
शिव प्रसाद जोशी